महाराष्ट्र सरकार की सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं होंगे राज ठाकरे, लाउडस्पीकर के मुद्दे पर हल निकालने के लिए होनी है मीटिंग h3>
मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना(Maharashtra Navnirman Sena) द्वारा आक्रामक तरीके से उठाए गए लाउडस्पीकर के मुद्दे के बाद ठाकरे सरकार ने आज एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया है। इस बैठक में सरकार ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे(Raj Thackeray) को भी न्योता भेजा गया था। हालांकि एमएनएस(MNS) की तरफ से यह बताया गया है कि इस बैठक में राज ठाकरे शामिल नहीं होंगे। दरअसल, राज ठाकरे के पहले से कुछ अपॉइंटमेंट हैं, जिनकी वजह से वो इस बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे। मनसे की तरफ से इस बैठक में जिनमें बाला नांदगांवकर, नितिन सरदेसाई और संदीप देशपांडे शामिल होंगे। मनसे नेता संदीप देशपांडे ने ट्वीट कर कहा है कि आज होने वाली सर्वदलीय बैठक में सर्वोच्च न्यायालय और अन्य उच्च न्यायालयों द्वारा दिए गए फैसलों और ध्वनि प्रदूषण कानून का सम्मान रखते हुए फैसला लिया जाएगा। हमको इस बात की अपेक्षा है। लाउडस्पीकर(Loudspeaker) के मुद्दे को जब से राज ठाकरे ने उठाया है। तबसे महाराष्ट्र(Maharashtra) में सियासी माहौल काफी गर्म हो चुका है। लगातार बीजेपी और एमएनएस की तरफ से ठाकरे सरकार को निशाना बनाया जा रहा है। वहीं ठाकरे सरकार का कहना है कि राज ठाकरे, बीजेपी(BJP) की लिखी हुई स्क्रिप्ट को पढ़ रहे हैं और राज्य का माहौल बिगाड़ने में जुटे हुए हैं। मनसे की तरफ से इस बैठक में जिनमें बाला नांदगांवकर, नितिन सरदेसाई और संदीप देशपांडे शामिल होंगे।
बैठक का आयोजन क्यों?
बीते कई दिनों से महाराष्ट्र में लाउड स्पीकर के मुद्दा ठाकरे सरकार के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। पिछले सप्ताह राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने यह कहा था कि आने वाले दिनों में लाउडस्पीकर के संबंध में फैसला लिया जाएगा। इसके पहले एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सभी दलों से इस बाबत विचार विमर्श किया जाएगा और उसके बाद ही किसी ठोस नतीजे पर पहुंचा जाएगा। हालांकि इस मामले को आक्रामक रूप से उठाने वाले राज ठाकरे ने इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है। ऐसे में देखना यह होगा कि राज्य सरकार लाउडस्पीकर के मुद्दे पर किस तरह का स्टैंड लेती है।
महाराष्ट्र का माहौल बिगाड़ने की कोशिश
लाउडस्पीकर को लेकर एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने राज ठाकरे पर हमला बोला है। उन्होंने कोल्हापुर की संकल्प सभा में कहा कि देश में तनाव का माहौल पैदा करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर जैसे मुद्दों के जरिए दो समुदायों में तनाव उत्पन्न किया जा रहा है। उन्होंने राज ठाकरे ने मुझपर यह आरोप लगाया कि मैं छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम नहीं लेता। लेकिन ऐसा नहीं मैं शिवाजी महाराज को भी मानता हूँ और ज्योतिबा फुले को भी मानता हूँ, बाबा साहेब आंबेडकर को भी मानता हूं और शाह जी महाराज को भी। इनका महानुभावों का नाम लिए बगैर महाराष्ट्र अधूरा है।
राजनीति की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – राजनीति
News
बैठक का आयोजन क्यों?
बीते कई दिनों से महाराष्ट्र में लाउड स्पीकर के मुद्दा ठाकरे सरकार के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। पिछले सप्ताह राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने यह कहा था कि आने वाले दिनों में लाउडस्पीकर के संबंध में फैसला लिया जाएगा। इसके पहले एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सभी दलों से इस बाबत विचार विमर्श किया जाएगा और उसके बाद ही किसी ठोस नतीजे पर पहुंचा जाएगा। हालांकि इस मामले को आक्रामक रूप से उठाने वाले राज ठाकरे ने इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है। ऐसे में देखना यह होगा कि राज्य सरकार लाउडस्पीकर के मुद्दे पर किस तरह का स्टैंड लेती है।
महाराष्ट्र का माहौल बिगाड़ने की कोशिश
लाउडस्पीकर को लेकर एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने राज ठाकरे पर हमला बोला है। उन्होंने कोल्हापुर की संकल्प सभा में कहा कि देश में तनाव का माहौल पैदा करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर जैसे मुद्दों के जरिए दो समुदायों में तनाव उत्पन्न किया जा रहा है। उन्होंने राज ठाकरे ने मुझपर यह आरोप लगाया कि मैं छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम नहीं लेता। लेकिन ऐसा नहीं मैं शिवाजी महाराज को भी मानता हूँ और ज्योतिबा फुले को भी मानता हूँ, बाबा साहेब आंबेडकर को भी मानता हूं और शाह जी महाराज को भी। इनका महानुभावों का नाम लिए बगैर महाराष्ट्र अधूरा है।
News