महाराष्ट्र में कांग्रेस को नहीं मिल रहे नए सदस्य, डिजिटल सदस्यता अभियान को झटका, तीन महीने में भी नहीं बने दस लाख मेंबर h3>
मुंबई: कांग्रेस के डिजिटल सदस्यता अभियान को महाराष्ट्र(Maharashtra) से बड़ा सदमा लगा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस(Congress) को नए सदस्य मिल ही नहीं रहे। मुंबई और महाराष्ट्र में कांग्रेसियों की डिजिटल सदस्यता अभियान(Membership Drive) के प्रति घोर बेरुखी ने कांग्रेस आलाकमान को नाराज कर दिया है। आलम यह है कि मुंबई और महाराष्ट्र में डिजिटल सदस्यता अभियान का जो लक्ष्य 3 महीने में पूरा नहीं हो सका, उसे 7 दिन में पूरा करने का टारगेट दिया गया है। खुद कांग्रेसी यह मान रहे हैं कि 7 दिन में यह टारगेट किसी हाल में पूरा नहीं हो सकता। महाराष्ट्र मुंबई में डिजिटल सदस्यता अभियान की समीक्षा के लिए महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी एसके पाटील बुधवार को मुंबई में थे। मुंबई कांग्रेस(Mumbai Congress) के स्वच्छता अभियान की समीक्षा के लिए उन्होंने एमआइजी क्लब में वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की बाद में महाराष्ट्र के नेताओं के साथ बुधवार की रात उनकी अलग से बैठक हुई। दोनों ही स्तरों पर खस्ता हालत के लिए एचके पाटील ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप(Bhai Jagatp) और महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले(Nana Patole) से खुलकर अपनी नाराजगी व्यक्त की और पूछा कि अब आलाकमान को क्या जवाब दिया जाए।
नेतृत्व परिवर्तन की सुगबुगाहट
कहा जा रहा है कि डिजिटल सदस्यता अभियान के प्रति यह बेरुखी दोनों अध्यक्षों को भारी पड़ सकती है। पांच राज्यों के चुनाव नतीजों के बाद जैसे वहां कि प्रदेश कांग्रेस कमिटियां भंग कर दी गई हैं, ऐसा ही ऐक्शन महाराष्ट्र मुंबई के बारे में भी लिया जा सकता है। चर्चा है कि अशोक चव्हाण को एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान सौंपी जा सकती है।
बड़बोले दावों की निकली हवा
कांग्रेस का डिजिटल सदस्यता अभियान दिसंबर में शुरू हुआ था। तब मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप ने दावा किया था कि कांग्रेस के स्थापना दिवस यानी 28 दिसंबर तक मुंबई में 10 लाख नए सदस्य बनाए जाएंगे। वहीं, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने दावा किया था कि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सदस्य बनाए जाएंगे, लेकिन दोनों ही नेता अपने दावों पर खरे नहीं उतरे हैं। खबर है कि मुंबई में अब तक तकरीबन सिर्फ सवा 3 लाख नए सदस्यों का पंजीकरण हुआ है। इसमें भी सबसे ज्यादा सदस्यों का पंजीकरण मालवणी, चांदीवली, धारावी, मानखुर्द जैसे अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में ही हुआ है। शेष महाराष्ट्र में अब तक तकरीबन 5 लाख सदस्यों के पंजीकरण की बात कही जा रही है।
बड़ा पद, बड़ा टारगेट
कांग्रेस प्रभारी पाटील की इस हिदायत के बाद महाराष्ट्र तथा मुंबई कांग्रेस के नेताओं में अचानक खलबली मच गई है। 7 दिन में टारगेट पूरा करने की बात जा रही है। एचके पाटील की अध्यक्षता में हुई टास्क फोर्स की मीटिंग के बाद नए टारगेट का फरमान जारी किया गया है। जिसका जितना बड़ा पद, उसे उतना बड़ा टारगेट दिया गया है। हर कांग्रेसी नगरसेवक को 5000 नए सदस्य बनाने का टारगेट दिया गया है। जो लोग बीएमसी चुनावों में टिकट चाहते हैं, उनके लिए 1000 नए सदस्य बनाने का टारगेट है। मुंबई कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्षों को 1500, उपाध्यक्षों को 1000, महासचिवों को 500, सचिवों को 250, कार्यकारिणी सदस्यों को 150, कांग्रेस के जिला अध्यक्षों और कार्याध्यक्षों को 1000 तथा ब्लॉक अध्यक्षों को 500 सदस्य बनाने का टारगेट दिया गया है।
निकम्मे नेताओं पर हो कार्रवाई
ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी के सदस्य विश्व बंधु राय का इस बारे में कहना है कि जो टारगेट 90 दिन में पूरा नहीं हो सका, वह 7 दिन में कैसे पूरा हो सकता है। राय का कहना है कि मुंबई में आज जो स्थिति दिखाई दे रही है वह वरिष्ठ नेताओं की लापरवाही और उदासीनता का नतीजा है। बड़े-बड़े पदों पर बैठकर कांग्रेस हाईकमान के आदेश को गंभीरता से न लेने वाले निकम्मे नेताओं पर कार्रवाई होनी चाहिए। डिजिटल सदस्यता अभियान के बारे में मुंबई में कोई जनजागृति हुई नहीं है। न तो शहर में इसका कोई बैनर लगा है, न ही इसका कोई प्रचार किया गया। कार्यकर्ताओं तक इसकी कोई सूचना पहुंची ही नहीं।
हर हाल में पूरा करेंगे टारगेट
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक और कांग्रेसी नेता जाकिर अहमद का कहना है कि पहले कुछ तकनीकी कारणों से विलंब हुआ लेकिन अब संस्था अभियान जोर पकड़ेगा और हम सब मिलकर जल्द ही अपना टारगेट पूरा कर लेंगे।
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नेतृत्व परिवर्तन की सुगबुगाहट
कहा जा रहा है कि डिजिटल सदस्यता अभियान के प्रति यह बेरुखी दोनों अध्यक्षों को भारी पड़ सकती है। पांच राज्यों के चुनाव नतीजों के बाद जैसे वहां कि प्रदेश कांग्रेस कमिटियां भंग कर दी गई हैं, ऐसा ही ऐक्शन महाराष्ट्र मुंबई के बारे में भी लिया जा सकता है। चर्चा है कि अशोक चव्हाण को एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान सौंपी जा सकती है।
बड़बोले दावों की निकली हवा
कांग्रेस का डिजिटल सदस्यता अभियान दिसंबर में शुरू हुआ था। तब मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप ने दावा किया था कि कांग्रेस के स्थापना दिवस यानी 28 दिसंबर तक मुंबई में 10 लाख नए सदस्य बनाए जाएंगे। वहीं, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने दावा किया था कि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सदस्य बनाए जाएंगे, लेकिन दोनों ही नेता अपने दावों पर खरे नहीं उतरे हैं। खबर है कि मुंबई में अब तक तकरीबन सिर्फ सवा 3 लाख नए सदस्यों का पंजीकरण हुआ है। इसमें भी सबसे ज्यादा सदस्यों का पंजीकरण मालवणी, चांदीवली, धारावी, मानखुर्द जैसे अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में ही हुआ है। शेष महाराष्ट्र में अब तक तकरीबन 5 लाख सदस्यों के पंजीकरण की बात कही जा रही है।
बड़ा पद, बड़ा टारगेट
कांग्रेस प्रभारी पाटील की इस हिदायत के बाद महाराष्ट्र तथा मुंबई कांग्रेस के नेताओं में अचानक खलबली मच गई है। 7 दिन में टारगेट पूरा करने की बात जा रही है। एचके पाटील की अध्यक्षता में हुई टास्क फोर्स की मीटिंग के बाद नए टारगेट का फरमान जारी किया गया है। जिसका जितना बड़ा पद, उसे उतना बड़ा टारगेट दिया गया है। हर कांग्रेसी नगरसेवक को 5000 नए सदस्य बनाने का टारगेट दिया गया है। जो लोग बीएमसी चुनावों में टिकट चाहते हैं, उनके लिए 1000 नए सदस्य बनाने का टारगेट है। मुंबई कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्षों को 1500, उपाध्यक्षों को 1000, महासचिवों को 500, सचिवों को 250, कार्यकारिणी सदस्यों को 150, कांग्रेस के जिला अध्यक्षों और कार्याध्यक्षों को 1000 तथा ब्लॉक अध्यक्षों को 500 सदस्य बनाने का टारगेट दिया गया है।
निकम्मे नेताओं पर हो कार्रवाई
ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी के सदस्य विश्व बंधु राय का इस बारे में कहना है कि जो टारगेट 90 दिन में पूरा नहीं हो सका, वह 7 दिन में कैसे पूरा हो सकता है। राय का कहना है कि मुंबई में आज जो स्थिति दिखाई दे रही है वह वरिष्ठ नेताओं की लापरवाही और उदासीनता का नतीजा है। बड़े-बड़े पदों पर बैठकर कांग्रेस हाईकमान के आदेश को गंभीरता से न लेने वाले निकम्मे नेताओं पर कार्रवाई होनी चाहिए। डिजिटल सदस्यता अभियान के बारे में मुंबई में कोई जनजागृति हुई नहीं है। न तो शहर में इसका कोई बैनर लगा है, न ही इसका कोई प्रचार किया गया। कार्यकर्ताओं तक इसकी कोई सूचना पहुंची ही नहीं।
हर हाल में पूरा करेंगे टारगेट
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक और कांग्रेसी नेता जाकिर अहमद का कहना है कि पहले कुछ तकनीकी कारणों से विलंब हुआ लेकिन अब संस्था अभियान जोर पकड़ेगा और हम सब मिलकर जल्द ही अपना टारगेट पूरा कर लेंगे।
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