महापुरुषों की प्रतिमा लगाई तो होगी कार्रवाई: अलीगढ़ में सार्वजनिक स्थान पर प्रतिमा लगाने के लिए अनुमति जरूरी, हंगामे के बाद एक्टिव हुआ प्रशासन – Aligarh News h3>
एसएसपी ने फोर्स को निर्देश दिए हैं कि माहौल खराब करने वालो पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
अलीगढ़ में अगर किसी ने बिना अनुमति के आमजन किसी सार्वजनिक स्थान पर महापुरुषों की प्रतिमा स्थापित नहीं कर सकेंगे। अगर किसी ने ऐसा करने की कोशिश की और इससे माहौल खराब हुआ तो आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
.
एसएसपी संजीव सुमन ने आमजनों से अपील की है कि वह इस तरह की कोई भी गतिविधि न करें, जिससे जिले का माहौल खराब हो। सार्वजनिक स्थान पर किसी भी महापुरुष की प्रतिमा लगाने से पहले अनुमति जरूर लें। अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया और टकराव जैसी स्थिति बनी तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
शेखूपुर में गुरुवार को हुआ था टकराव
दादों थाना क्षेत्र के गांव शेखूपुर में बिना अनुमति के कुछ लोगों ने सार्वजनिक पार्क में बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर की मूर्ति स्थापित कर दी थी। इसके विरोध में गुरुवार को बघेल समाज के लोग उतर आए थे। उन्होंने प्रतिमा हटाने की कोशिश कर ली। जिसके बाद भीम आर्मी से उनका टकराव हो गया।
घटना की जानकारी होने पर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। एसएसपी संजीव सुमन समेत अन्य आलाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और दोनों पक्षों को शांत कराया। इसके बाद पुलिस ने बगैर अनुमति के सार्वजनिक स्थान पर लगाई गई बाबा साहेब की प्रतिमा को हटवा दिया था। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांति बनाए रखने के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही बिना अनुमति के दुबारा प्रतिमा स्थापित न करने की बात कही थी।
28 जनवरी को भी हुआ था बवाल
रोरावर थाना क्षेत्र के गांव इब्राहिमपुर (भीमपुर) में 28 जनवरी को जमकर बवाल हुआ था। यहां पर भी बिना अनुमति के डॉ भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी गई थी। जब पुलिस प्रतिमा हटाने पहुंची थी तो लोगों ने विरोध कर दिया था।
लोगों के विरोध के बाद मौके पर 7-8 थाने की फोर्स पहुंची थी। जिसके बाद लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया था। इसमें कई सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे और पुलिस कर्मी चोटिल भी हो गए थे। हालांकि पुलिस ने प्रतिमा हटवा दी थी और कई आरोपी जेल भी भेजे जा चुके हैं।
निजी जमीन पर भी अनुमति जरूरी
शासनादेश के अनुसार अगर कोई या संस्था व्यक्ति निजी, सरकारी या सार्वजनिक स्थान पर किसी महापुरुष की प्रतिमा लगवाना चाहता है तो उसे इसके लिए अनुमति की जरूरत है। सार्वजनिक या सरकारी जमीन पर प्रतिमा लगानी है तो अनुमति लेनी होगी।
आवेदन के बाद राजस्व विभाग इसकी जांच करता है। फिर गृह और संबंधित विभाग के पास रिपोर्ट भेजी जाती है। संस्तुति होने के बाद ही प्रतिमा लगाई जा सकती है। वहीं अगर कोई व्यक्ति अपनी निजी संपत्ति पर प्रतिमा लगवाना चाहता है, तो भी उसे इसके लिए शासन की अनुमति लेनी अनिवार्य है। इसके लिए डीएम के यहां आवेदन करना होता है।
माहौल बिगाड़ने वाले पर लगेगी NSA
एसएसपी संजीव सुमन ने बताया कि बिना अनुमति किसी महापुरुष की मूर्ति लगाना गलत है। अगर किसी व्यक्ति ने दुबारा ऐसा करके माहौल खराब करने की कोशिश की, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा और NSA की कार्रवाई भी की जा सकती है।