महाकुंभ से काशी पहुंचे 10 लाख श्रद्धालु: भीड़ देख DM-कमिश्नर ने संभाला मोर्चा, मंदिर के बाहर 3KM लंबी लाइन – Varanasi News

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महाकुंभ से काशी पहुंचे 10 लाख श्रद्धालु:  भीड़ देख DM-कमिश्नर ने संभाला मोर्चा, मंदिर के बाहर 3KM लंबी लाइन – Varanasi News

महाकुंभ से काशी पहुंचे 10 लाख श्रद्धालु: भीड़ देख DM-कमिश्नर ने संभाला मोर्चा, मंदिर के बाहर 3KM लंबी लाइन – Varanasi News

महादेव की नगरी काशी में प्रयागराज महाकुंभ का पलट प्रवाह का असर पुनः देखने को मिल रहा है। काशी शहर में आज करीब 10 लाख से अधिक श्रद्धालु गंगा स्नान,बाबा विश्वनाथ का दर्शन और गंगा आरती देखने के लिए पहुंचे हैं। श्रद्धालुओं के भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रश

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काशी विश्वनाथ मंदिर श्रद्धालुओं की लाइन।

1 सेकेंड ही हो रहा बाबा का दर्शन

इंदौर से पहुंचे सुभाष चंद्र ने बताया कि हम लोग पिछले 4 घंटे से लाइन में लगे हुए हैं। प्रयागराज में हम 5 किलोमीटर पैदल चले। वहां पर संगम स्नान हुआ और काशी में गंगा स्नान के बाद अब बाबा का दर्शन करना है। मुकेश ने बताया कि प्रयागराज में भगदड़ के बाद अब स्थिति काफी बदल गई है वहां व्यवस्थाएं ठीक हो गई है बहुत अच्छा स्नान हुआ। वही जो श्रद्धालु बाबा का दर्शन कर बाहर निकल रहे हैं उनका कहना है कि बस एक सेकंड ही बाबा का झलक देखने को मिला लेकिन उतना ही हमारे लिए प्रयाप्त है, हमें बहुत प्रसन्नता हुई।

गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़।

गलियों में श्रद्धालुओं को किया गया डायवर्ट

गिरजाघर चौराहे पर जाम की स्थिति को देखने के बाद प्रशासन ने श्रद्धालुओं को गलियों में भेजना शुरू कर दिया। काशी की गलियों में घूमते घूमते पर्यटक सिर्फ घाट का पता पूछ रहे थे।फिलहाल,महाकुंभ की तैयारी को लेकर बड़े बड़े दावे किए गए थे। ट्रैफिक व्यवस्था पर तमाम तरीके के प्रतिबंध लगाए गए हैं, रूट परिवर्तित किए गए हैं, यहां तक कि UP 65 नंबर के अलावा भारी वाहनों को जिले में आने से रोक लगा दी गई है। बावजूद इसके सारी तैयारियां धरी की धरी रह गईं। गाड़ियां शहर में प्रवेश कर रही हैं उन्हें अलग-अलग पार्किंग में भेजा जा रहा है।

काशी के गलियों में श्रद्धालुओं की भीड़।

अधिकारियों ने किया पैदल गस्त

जिलाधिकारी और अपर पुलिस कमिश्नर गोदौलिया चौराहे से दशाश्वमेध घाट तक पैदल चलते हुए ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों को निर्देश देते रहे और लोगों से भी आवश्यक सहयोग करने व कतारबद्ध होकर चलने की अपील करते रहे। उन्होंने दशाश्वमेध घाट, मान मंदिर घाट, त्रिपुर घाट, ललिता घाट, मणिकर्णिका घाट और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निरीक्षण कर श्रद्धालुओं के पुख्ता सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। वहीं दोपहर में डीसीपी काशी ने भीड़ को बढ़ता देख खुद ही मोर्चा संभाला और यात्रियों को अलग-अलग रूट पर डायवर्ट किया गया।

जगह-जगह श्रद्धालुओं के रहने के लिए बना है आश्रय स्थल।

नाव संचालकों को दी कड़ी हिदायत

काशी आने वाले श्रद्धालु सबसे अधिक नाव पर सवार होकर घुम रहे हैं। अधिकारियों ने नाव संचालक आदेश दिया कि वह बिना लाइफ जैकेट लोगों को नाव में न बैठाए, यह सुनिश्चित किया जाए। कहा कि जिनकी भी ड्यूटी यहाँ लगाई गई है, वे सभी कर्मी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए लोगों सुगम दर्शन और गंगा स्नान कराना सुनिश्चित करेंगे।

मंडुवाडीह क्षेत्र में वाहनों की लम्बी लाइन।

जाने कहां पार्क हो रहे वाहन

महाकुम्भ के पलट प्रवाह से काशी में उमड़ रही भीड़ को देखते दूसरे जिले के चार पहिया वाहनों, बसों को शहर में प्रवेश पर 9 फरवरी तक रोक बढ़ा दी गई है। पहले यह प्रतिबंध, 5 फरवरी की रात तक ही था। यह जानकारी एडीसीपी राजेश पांडेय ने दी है। बात दें कि बसों के लिए शहर के बाहर पार्किंग तय है।

सिगरा क्षेत्र में वाहनों की लम्बी लाइन।

आजमगढ़, जौनपुर और गाजीपुर की रोडवेज तथा निजी बसें हरहुआ बस पार्किंग, रिंग रोड की बाई ओर रामेश्वर लॉन के सामने, कृषक इंटर कॉलेज के मैदान में पार्क कराई जा रही हैं। यहां सेंसिटी बसों से छोटी कटिंग मेमोरियल ग्राउंड तक श्रद्धालुओं को लाया जा रहा है। सोनभद्र, प्रयागराज, मिर्जापुर से आने वाली रोडवेज और निजी बसें मोहनसराय के पास ट्रांसपोर्ट नगर ग्राउंड में पार्क कराई जा रही हैं।

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