महाकुंभ में CPR देकर जान में जान डाली: भगदड़ के बाद NSG कमांडो ने मोर्चा संभाला, 2–3 घंटे में ही हालात पर पाया काबू – Prayagraj (Allahabad) News

6
महाकुंभ में CPR देकर जान में जान डाली:  भगदड़ के बाद NSG कमांडो ने मोर्चा संभाला, 2–3 घंटे में ही हालात पर पाया काबू – Prayagraj (Allahabad) News

महाकुंभ में CPR देकर जान में जान डाली: भगदड़ के बाद NSG कमांडो ने मोर्चा संभाला, 2–3 घंटे में ही हालात पर पाया काबू – Prayagraj (Allahabad) News

आज मौनी अमावस्या। हर कोई सनातनी इस दिन संगम में स्नान करना चाहता है। प्रयागराज के संगम तट पर रात के करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। एक पल में सब कुछ उलट-पुलट हो गया। 14 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा बैठे और 50 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों के परिजन अपनों क

.

पुलिस भी पीछे नहीं थी, श्रद्धालुओं की जान बचाने के लिए वे भी उनकी मदद में जुटे हुए थे। उन्हें सीपीआर देकर जान में जान डाल रहे थे। दो-तीन घंटे के भीतर सभी की सजगता, समर्पण और सहयोग ने स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में कर लिया। अब संगम तट पर शांति है। श्रद्धालु फिर से स्नान कर रहे हैं। बैरिकेडिंग के जरिए भीड़ को नियंत्रित किया गया है। भय और असमंजस के इस माहौल में संत, महंत, साधु, संन्यासी, भक्त, पुलिस, प्रशासन और सरकार ने मिलकर सामना किया और कोई एक-दूसरे का सहारा बने।

सबसे पहले वो तस्वीर जब महिला ने CPR देकर अपनों की जान बचाई

दैनिक NEWS4SOCIALटीम ने यह जानने की कोशिश की कि कैसे भगदड़ के बाद सरकार, पुलिस और प्रशासन ने मिलकर हालात को संभाला।

भगदड़ के बाद NSG कमांडो ने मोर्चा संभाला रात के करीब 2.05 बजे भगदड़ मची। इसके तुरंत बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज शहर में भी श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगा दी गई है। इसके लिए शहर की सीमा से सटे जिलों में प्रशासन को मुस्तैद कर दिया गया है। भीड़ को नियंत्रित करने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए घटनास्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया।

तत्काल प्रभाव से पुलिस ने बैरिकेटिंग शुरू कर दी भीड़ को नियंत्रित करने और एक जगह जमा होने से रोकने के लिए बैरिकेडिंग का इस्तेमाल किया गया। तत्काल प्रभाव से पुलिस ने बैरिकेटिंग शुरू कर दी। सभी घाटों तक पहुंचने की लोगों की आवाजाही को सीमित कर दिया गया। केवल आवश्यक सेवाओं वाले लोगों को ही अनुमति दी गई। इससे भीड़ ठहर सी गई। हालात सामान्य होने पर बैरिकेटिंग हो हटाया गया, फिर आवाजाही शुरू हो सकी।

हेलीकॉप्टर से अधिकारी निरीक्षण करने लगे लाउडस्पीकर के जरिए सूचना प्रसारण किया गया। लोगों को शांत रहने, भगदड़ न मचाने और प्रशासन का सहयोग करने के लिए लाउडस्पीकर के ज़रिए लगातार सूचनाएं प्रसारित की गईं। आपात स्थिति में लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अतिरिक्त निकास मार्ग खोले गए। इनमें कई पान्टून ब्रिज का इस्तेमाल किया गया। पीपापुल 16 को बंद कर दिया गया। हेलीकॉप्टर से अधिकारी निरीक्षण करने लगे। भगदड़ के बाद महाकुंभ की सुरक्षा और बढ़ा दी गई।

हॉस्पिटल में डॉक्टर्स और नर्सों की फोर्स को बढ़ा दिया गया घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए अतिरिक्त चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए। एम्बुलेंस सेवाओं को बढ़ा दिया गया। मौके पर 50 एम्बुलेंस लगाईं गई। हॉस्पिटल में डॉक्टर्स और नर्सों की फोर्स को बढ़ा दिया गया। डॉक्टर घायलों का प्राथमिक उपचार कर उन्हें डिस्चार्ज करते गए। इससे हॉस्पिटल में स्थिति नियंत्रित रही। संगम नोज पर जहां भगदड़ मची, उसके सबसे नजदीक सेक्टर–4 का संगम चिकित्सालय है। यह हॉस्पिटल सिर्फ 20 बेड का है। डॉक्टरों की टीम अलर्ट थी। जैसे ही संख्या अधिक हुई डॉक्टरों की टीम ने घायलों को घटनास्थल से डेढ़ किलोमीटर दूर सेंट्रल अस्पताल भेज दिया। ताकि यहां पर बेहतर इलाज हो सके।

पुलिस ने हाथ पकड़कर चेन बनाई क्राउड को नियंत्रित करने के लिए ह्यूमन चेन टेक्नीक का प्रयोग कर भीड़ की दिशा बदली गई। ग्राउंड पर भीड़ नियंत्रित करने को ट्रेनी IPS की टीम उतारी गई। इससे स्नान व्यवस्था सुचारू हो गई है। महाकुंभ में भगदड़ मचने के बाद पुलिसकर्मियों द्वारा अनाउंस करके भीड़ को रास्ता बताया जा रहा है। इससे श्रद्धालुओं को स्नान में आसानी हो रही है।

13 अखाड़ों ने मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द किया भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया था। इसके बाद अखाड़ों ने बैठक की। महाकुंभ में भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर इमरजेंसी बैठक बुलाई। इसमें पुलिस और शासन के बड़े अफसर शामिल हुए। हालात को कंट्रोल करने की रणनीति पर चर्चा हुई।

प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं को रोका गया सरकार की ओर से सभी जिलों के डीएम को निर्देश दिया गया कि श्रद्धालुओं को प्रयागराज जाने से अभी रोके। भगदड़ के हालात को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। इसके बाद स्पेशल ट्रेनें रोक दी गई। बसों की आवाजाही भी बंद कर दी गई। प्रयागराज जाने से जहां-जहां श्रद्धालुओं को रोका जा रहा है। वहां पर श्रद्धालुओं को खाने-पीने की समुचित व्यवस्था कराई गई है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को सब्जियां, राशन का सामान, बर्तन और चूल्हा तक उपलब्ध कराया है।

सीएम योगी की पीएम से बात, जिस घाट के समीप, वहीं स्नान करें

सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की है। उन्होंने कहा- मां गंगा के जो जिस घाट के समीप है, वहीं करे स्नान, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। प्रशासन के निर्देशन का अनुपालन करें। व्यवस्था बनाने में सहयोग करें। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। पीएम मोदी महाकुंभ में मची भगदड़ पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने सीएम योगी से 1 घंटे में दूसरी बार फोन पर बात की। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम योगी से फोन पर बात की। उन्होंने घटना की जानकारी ली। तत्काल सहायता उपाय करने को कहा है।

संत बोले– लोग अपने शिविर से बाहर न निकलें

डुबकी की आस लिए महाकुंभ नगर पहुंचे श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रमुख संतों ने अपील जारी की है। स्वामी रामभद्राचार्य ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे सभी संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें और निकटतम घाट पर स्नान करें। लोग अपने शिविर से बाहर न निकलें। अपनी और एक दूसरे की सुरक्षा करें। जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने भी कहा कि हमने फिलहाल सांकेतिक स्नान किया है।

उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News