मप्र: पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा नहीं, आए दिन शिकार बन रहे सैलानी | MP Tourism: No security at tourist places, tourists victims every day | Patrika News h3>
कई वारदातों के पीडि़त पुलिस से नहीं करते शिकायत
जबलपुर
Published: April 20, 2022 09:39:17 am
जबलपुर। देश और विदेश से शहर के पर्यटन स्थलो में घूमने आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। हाल ही में मदन महल किले में पश्चिम बंगाल की महिला पर्यटक के साथ हुई लूट और छेड$खानी की वारदात के बाद इसका खुलासा हुआ। आश्चर्य की बात तो यह है कि पुलिस पूरी तरह से इस वारदात से पल्ला झाडऩे में लगी हुई है। इस वारदात के बाद भी न तो मदन महल किले और न ही किसी अन्य पर्यटन स्थल पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए। यदि बाहरी पर्यटकों के साथ ऐसा ही होता रहा, तो शहर के पर्यटन स्थलों से बाहरी पर्यटक किनारा करने लगेंगे।
Bhedaghat Photo
दस साल से चौकी की मांग
न्यू भेड़ाघाट में पिछले दस सालों से पुलिस चौकी की मांग की जा रही है। पहले यह स्थान चरगवां थाना क्षेत्र में आता था, जो न्यू भेड़ाघाट से कई किलोमीटर दूर है। तिलवारा थाना बना, तो इस क्षेत्र को तिलवारा थाना क्षेत्र में रख दिया गया, लेकिन तिलवारा थाने की पुलिस भी वहां कभी जांच के लिए नहीं आती।
यहां भी परेशानियो का अड्डा – उक्त पर्यटन स्थलों समेत शहर में भदभदा, शैलपर्ण उद्यान, कटाव, लम्हेटाघाट, तिलवाराघाट, गौमुख, परियट, डुमना नेचर पार्क समेत और भी शहर में पर्यटन स्थल हैं, जहां कभी भी पुलिस द्वारा गश्त नहीं की जाती और इसकी परिणीति गंभीर वारदातों के रूप में सामने आती है।
जिन जिन थाना क्षेत्रों में पर्यटन स्थल हैं, वहां पुलिस द्वारा नियमित रूप से गश्त की जाती है। सभी थाना प्रभारियों और थाने के स्टाफ को निर्देशित किया गया है कि वे वहां लगातार पेट्रोङ्क्षलग करें।
– सिद्धार्थ बहुगुणा, एसपी

IMAGE CREDIT: lali पर्यटन स्थल: न्यू भेड़ाघाट
थाना क्षेत्र: तिलवारा
हालात: तिलवारा से चरगवां मार्ग होते हुए रोजाना हजारों पर्यटक न्यू भेड़ाघाट पहुंंचते है। लेकिन यहां न तो पुलिस जवान नजर आते हैं और न ही अधिकारी। ऐसे में यदि कोई हादसा या वारदात हो जाए, तो पर्यटक को घंटों मदद का इंतजार करना पड़ता है। कई बार यहां छोटी से बड़ी वारदातें हो चुकी हैं, लेकिन फिर भी पुलिस इस ओर ध्यान नहीं देती।
पर्यटन स्थल: बरगी बांध
थाना: थाना बरगी, चौकी बरगी नगर
हालात:- सालीवाड़ा से होकर यह मार्ग बरगी तक पहुंचता है। 15 से 20 किलोमीटर की इस सडक़ पर कहीं भी पुलिस नजर नहीं आती। इतना ही नहीं बांध के आसपास भी पुलिस नहीं रहती। जिस कारण यहां कई सारी अनौतिक गतिविधियां होती है। कोई वारदात हो जाए, तो बरगी नगर चौकी पुलिस को बांध तक आने में पौन घंटे का समय लगता है।
पर्यटन स्थल: मदन महल किला
थाना क्षेत्र: गढ़ा
हालात:- यहां रोजाना बाहरी और शहर के पर्यटक पहुंचते है। हाल ही में एक महिला पर्यटक के साथ लूट और छेड$खानी की वारदात हुई। आए दिन यहां लूट और चाकूबाजे के मामले सामने आते है। शाम के वक्त यहां शराबियों और अपराधियों का जमघट लग जाता है। बावजूद यहां न तो पुलिस का फिक्स प्वाइंट है और न ही नियमित रूप से पेट्रोङ्क्षलग होती है।
पर्यटन स्थल: जमतरा
थाना: बरेला, चौकी गौर
हालात:- रेलवे के पुराने पुल को देखने के लिए रोजाना पर्यटक यहां आते-जाते है। पहुंच मार्ग खराब होने के कारण उन्हें जहां परेशानी होती है, वहीं वारदात होने के बाद ही पुलिस यहां पहुंचती है। न तो पहुंच मार्ग पर पेट्रोङ्क्षलग की जाती है और न ही ब्रिज के पास कोई फिक्स प्वाइंट लगाया जाता है। यहां भी पूर्व में कई वारदातें हो चुकीं हैं।
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कई वारदातों के पीडि़त पुलिस से नहीं करते शिकायत
जबलपुर
Published: April 20, 2022 09:39:17 am
जबलपुर। देश और विदेश से शहर के पर्यटन स्थलो में घूमने आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। हाल ही में मदन महल किले में पश्चिम बंगाल की महिला पर्यटक के साथ हुई लूट और छेड$खानी की वारदात के बाद इसका खुलासा हुआ। आश्चर्य की बात तो यह है कि पुलिस पूरी तरह से इस वारदात से पल्ला झाडऩे में लगी हुई है। इस वारदात के बाद भी न तो मदन महल किले और न ही किसी अन्य पर्यटन स्थल पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए। यदि बाहरी पर्यटकों के साथ ऐसा ही होता रहा, तो शहर के पर्यटन स्थलों से बाहरी पर्यटक किनारा करने लगेंगे।
Bhedaghat Photo
दस साल से चौकी की मांग
न्यू भेड़ाघाट में पिछले दस सालों से पुलिस चौकी की मांग की जा रही है। पहले यह स्थान चरगवां थाना क्षेत्र में आता था, जो न्यू भेड़ाघाट से कई किलोमीटर दूर है। तिलवारा थाना बना, तो इस क्षेत्र को तिलवारा थाना क्षेत्र में रख दिया गया, लेकिन तिलवारा थाने की पुलिस भी वहां कभी जांच के लिए नहीं आती।
यहां भी परेशानियो का अड्डा – उक्त पर्यटन स्थलों समेत शहर में भदभदा, शैलपर्ण उद्यान, कटाव, लम्हेटाघाट, तिलवाराघाट, गौमुख, परियट, डुमना नेचर पार्क समेत और भी शहर में पर्यटन स्थल हैं, जहां कभी भी पुलिस द्वारा गश्त नहीं की जाती और इसकी परिणीति गंभीर वारदातों के रूप में सामने आती है।
जिन जिन थाना क्षेत्रों में पर्यटन स्थल हैं, वहां पुलिस द्वारा नियमित रूप से गश्त की जाती है। सभी थाना प्रभारियों और थाने के स्टाफ को निर्देशित किया गया है कि वे वहां लगातार पेट्रोङ्क्षलग करें।
– सिद्धार्थ बहुगुणा, एसपी
पर्यटन स्थल: न्यू भेड़ाघाट
थाना क्षेत्र: तिलवारा
हालात: तिलवारा से चरगवां मार्ग होते हुए रोजाना हजारों पर्यटक न्यू भेड़ाघाट पहुंंचते है। लेकिन यहां न तो पुलिस जवान नजर आते हैं और न ही अधिकारी। ऐसे में यदि कोई हादसा या वारदात हो जाए, तो पर्यटक को घंटों मदद का इंतजार करना पड़ता है। कई बार यहां छोटी से बड़ी वारदातें हो चुकी हैं, लेकिन फिर भी पुलिस इस ओर ध्यान नहीं देती।
पर्यटन स्थल: बरगी बांध
थाना: थाना बरगी, चौकी बरगी नगर
हालात:- सालीवाड़ा से होकर यह मार्ग बरगी तक पहुंचता है। 15 से 20 किलोमीटर की इस सडक़ पर कहीं भी पुलिस नजर नहीं आती। इतना ही नहीं बांध के आसपास भी पुलिस नहीं रहती। जिस कारण यहां कई सारी अनौतिक गतिविधियां होती है। कोई वारदात हो जाए, तो बरगी नगर चौकी पुलिस को बांध तक आने में पौन घंटे का समय लगता है।
पर्यटन स्थल: मदन महल किला
थाना क्षेत्र: गढ़ा
हालात:- यहां रोजाना बाहरी और शहर के पर्यटक पहुंचते है। हाल ही में एक महिला पर्यटक के साथ लूट और छेड$खानी की वारदात हुई। आए दिन यहां लूट और चाकूबाजे के मामले सामने आते है। शाम के वक्त यहां शराबियों और अपराधियों का जमघट लग जाता है। बावजूद यहां न तो पुलिस का फिक्स प्वाइंट है और न ही नियमित रूप से पेट्रोङ्क्षलग होती है।
पर्यटन स्थल: जमतरा
थाना: बरेला, चौकी गौर
हालात:- रेलवे के पुराने पुल को देखने के लिए रोजाना पर्यटक यहां आते-जाते है। पहुंच मार्ग खराब होने के कारण उन्हें जहां परेशानी होती है, वहीं वारदात होने के बाद ही पुलिस यहां पहुंचती है। न तो पहुंच मार्ग पर पेट्रोङ्क्षलग की जाती है और न ही ब्रिज के पास कोई फिक्स प्वाइंट लगाया जाता है। यहां भी पूर्व में कई वारदातें हो चुकीं हैं।
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