मध्यप्रदेश में फिर से व्यापमं घोटाला? आरोप लगाने वाले व्हिसल ब्लोअर आनंद राय से सारे सवालों के जवाब जानें

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मध्यप्रदेश में फिर से व्यापमं घोटाला? आरोप लगाने वाले व्हिसल ब्लोअर आनंद राय से सारे सवालों के जवाब जानें

मध्यप्रदेश में फिर से व्यापमं घोटाला? आरोप लगाने वाले व्हिसल ब्लोअर आनंद राय से सारे सवालों के जवाब जानें

Madhya Pradesh Vyapam Scam News : एमपी प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड एक बार फिर से सुर्खियों में है। पेपर लीक का स्क्रीन शॉट शेयर कर व्हिसल ब्लोअर आनंद राय ने फिर से गड़बड़ी का आरोप लगाया है। इसके बाद सीएम हाउस में उप सचिव के पद पर पदस्थ अधिकारी लक्ष्मण सिंह मरकाम ने उनके खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया है।

 

MP-TET पेपर लीक मामले में व्हिसल ब्लोअर आनंद राय ने लिया सीएम हाउस के अधिकारी का नाम?

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भोपाल : एमपी टीईटी के प्रश्न पत्र (mp tet paper leak news) का स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया पर वायरल है। स्क्रीन शॉट में लक्ष्मण सिंह का नाम दिख रहा है। इसी स्क्रीन शॉट को शेयर कर व्हिसल ब्लोअर डॉ आनंद राय (whistle blower Anand Rai exclusive interview) ने सवाल किया था कि ये लक्ष्मण सिंह कौन हैं। इसके बाद सीएम ऑफिस में उपसचिव के पद पर तैनात लक्ष्मण सिंह मरकाम ने डॉ आंनद राय और कांग्रेस नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी है। दोनों के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ है। वहीं, नवभारत टाइम्स.कॉम से एक्सक्लूसिव बात करते हुए डॉ आनंद राय ने कहा कि मैंने सिर्फ पूछा था कि ये कौन हैं। मैंने सीएम हाउस के अधिकारी का जिक्र भी नहीं किया था और मेरे खिलाफ केस हो गया।

  1. एमपी टीईडी पेपर मामले में आपने सीएम हाउस के अधिकारी का नाम लिया?
    जवाब : डॉ आनंद राय ने कहा कि मैंने कभी नहीं कहा कि यह लक्ष्मण सिंह सीएम हाउस में पदस्थ हैं। परीक्षार्थियों के पास पेपर के स्क्रीन शॉट आए। उन लोगों ने व्हाट्सएप पर मुझे भेजा। मैंने इस तरह की परीक्षाओं में कई घोटाले उजागर किए हैं। हमने कभी नहीं कहा कि यह लक्ष्मण सिंह मरकाम है और सीएम हाउस में उपसचिव के पद पर कार्यरत है। ये तो चोर की दाढ़ी में तिनका वाली बात है। सरकारों को अपनी सोच बदलनी होगी। मैंने इसी तरह के एक मामले में पीएमओ को टैग किया था। उस समय एम्स का पेपर आउट हुआ था। इन मामलों में केंद्र की सरकार ने तुरंत एक्शन लिया था। एम्स के डायरेक्टर ने तुरंत सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।
  2. क्राइम ब्रांच ने आपसे पूछताछ की है?
    जवाब : उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में केस दर्ज हुआ है। मीडिया के जरिए ही मुझे जानकारी मिली है। सोमवार की रात 11 बजे मुझे घर पर केस से संबंधित नोटिस मिला है। केस दर्ज होने के बाद मैं जबलपुर में अपने वकीलों से सलाह लेने गया था। वकीलों की राय पर मैं एक्शन लूंगा। मैं डरने वाला नहीं हूं, मैंने खुद से तो स्क्रीन शॉट तैयार नहीं किया। जांच उनकी होनी चाहिए, जिन्होंने पेपर को लीक किया है। इससे पहले प्रदेश में कृषि विस्तार परीक्षा का पेपर भी लीक हुआ। इसके लिए हमने तीन महीने तक संघर्ष किया, तब जाकर पेपर रद्द हुआ। इस केस में भी जांच नहीं हुआ। सरकार घोटालों की जांच करने की जगह व्हिसल ब्लोअर पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर रही है। ये कानून बहुत सख्त हैं और इसका इस्तेमाल व्हिसल ब्लोअर को परेशान करने के लिए किया जा रहा है।
  3. बार-बार नाम बदलने के बाद भी व्यापमं का दाग क्यों नहीं मिट रहा है?
    जवाब : देखिए, इसमें सरकार की मंशा समझिए, मैं जवाब सवाल उठाता हूं तो मुझे कांग्रेस से लिंक कर दिया जाता है। टीईटी वाले मामले में कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि यह सीएम हाउस वाला लक्ष्मण सिंह मरकाम है। इसमें अलग-अलग एफआईआर होनी चाहिए थी। कांग्रेस नेता ने स्पष्ट रूप से नाम लिए थे। मैंने सिर्फ पूछा था कि ये कौन हैं। मैं कोई राजनीतिज्ञ नहीं हूं, मेरे पास अगर कोई जानकारी आती है तो मैं इसे कानून के हिसाब से सार्वजनिक करता हूं। इसमें जातिगत प्रताड़ना का कोई मामला नहीं है। लक्ष्मण सिंह मरकाम एट्रोसिटी एक्ट का मिसयूज कर रहे हैं। डॉ आनंद राय ने कहा कि लक्ष्मण सिंह मरकाम राजपरिवार से आते हैं। उनका उत्पीड़न नहीं हो सकता है। ऐसे लोग अगर कानून का दुरुपयोग करते हैं तो सुप्रीम कोर्ट और संसद को संशोधन के लिए सोचना चाहिए।
  4. पॉलिटिक्स कर रहे हैं लक्ष्मण सिंह मरकाम?
    जवाब : व्हिसल ब्लोअर आनंद राय कहते हैं कि लक्ष्मण सिंह मरकाम डेप्युटेशन पर नेवी से आए हैं। वह यहां राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वह बीजेपी और आरएसएस के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। यह सिविल सर्विस एक्ट का उल्लंघन है। उनकी प्रतिनियुक्ति रद्द होनी चाहिए। आनंद राय ने कहा कि मैं जयस के लिए काम करता हूं। मैं आदिवासी क्षेत्रों में काफी सक्रियता से काम कर रहा हूं। सरकार के लोग उसका काउंटर नहीं कर पा रहे हैं। कई जगहों पर आदिवासी आंदोलन हुए, आंदोलनकारियों पर रासुका और जिला बदर की कार्रवाई हुई। इसके बावजूद सरकार आंदोलन को दबा नहीं पा रही है। मेरे ऊपर केसकर लोग आदिवासियों को दबाने की कोशिश में लगे हैं।
  5. सारे स्क्रीन शॉट लक्ष्मण सिंह के नाम से आ रहे?
    जवाब : आनंद राय ने कहा कि मेरे मुखिबरों ने हम तक स्क्रीन शॉट भेजा है। वह खुद सामने नहीं आना चाहते हैं। उनके नाम को मैं सार्वजनिक नहीं कर सकता हूं क्योंकि उन्हें खतरा रहता है। उन्हीं लोगों ने मुझे सूचनाएं दी थी। मेरे पास तीन स्क्रीन शॉट आए थे। इनमें दो पेपर के थे और एक लक्ष्मण सिंह का था। मैंने राजस्थान में रीट की परीक्षा का सवाल भी उठाया था। एमपी टीईटी मामले में हमने सिर्फ जांच की मांग की थी। अगर मैं राजनीति से प्रेरित होता तो राजस्थान का मामला नहीं उठाता। मैं राजनीति नहीं कर रहा हूं।
  6. आपके आरोपों को विपक्ष क्यों हमलावर?
    जवाब : आनंद राय ने कहा कि एमपी में विपक्ष जयस के वैशाखी पर चल रही है। पिछले छह महीने में जयस ने प्रदेश में जो काम किए हैं, वह कांग्रेस नहीं कर पाई है। हमलोग जनता से कनेक्टेड हैं। प्रदेश की जनता हम पर विश्वास करती है और जानकारी हम तक पहले आती है। हम अपने खिलाफ हुए केस को हाईकोर्ट में चुनौती देने जा रहे हैं। लक्ष्मण सिंह मरकाम जिस तरीके से पद का दुरुपयोग कर रहे हैं, इस मामले पर सीधे लोकायुक्त को संज्ञान लेना चाहिए। इससे सीएम ऑफिस की छवि खराब हो रही है।
  7. पहले भी उठे हैं सीएम हाउस पर सवाल?
    जवाब : उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हमने सीएम हाउस में कार्यरत प्रेम प्रसाद का नाम लिया था। 2013-14 में वह आरोपी भी बने थे, उनकी लड़की का सलेक्शन हुआ था। ऐसा नहीं है कि सीएम हाउस में पदस्थ लोगों पर कार्रवाई नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि अगर कहीं से कोई जानकारी आती है और उस पर जांच की मांग करना कहीं से अपराध नहीं हो सकता है। साथ ही जातीय प्रताड़ना का मामला तो कतई नहीं हो सकता है। मैंने आरोपों में कहीं भी जाति का उल्लेख नहीं किया है।
  8. सरकार को यह बदनाम करने की साजिश है?
    जवाब : आनंद राय ने सरकारी जवाब पर कहा कि उनके पास इंटीलिजेंस विभाग और सीआईडी का बहुत बड़ा हमला होता है। सरकार के पास साइबर सेल भी है। इसके बाद भी सरकार आंख मूंदकर कर बैठी है। इसका मतलब है कि उन्हें कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। मामले जब सामने आ रहे हैं तो स्वत: संज्ञान लेकर इसकी जांच करनी चाहिए।
  9. आपलोग या अभ्यर्थी इसमें शिकायत क्यों नहीं कर रहे हैं?
    जवाब : व्हिसल ब्लोअर आनंद राय कहते हैं कि जब हम लोगों की इतनी प्रतिष्ठा है, तब हमलोगों के खिलाफ 10-10 धाराओं में केस दर्ज हो रहा है। ऐसे में किसान और गरीब का बच्चा इनके खिलाफ कैसे खड़ा हो सकता है। सबको पता है कि पूर्व में व्यापमं के मामले में कितनी मौतें हुई हैं। ऐसे में कौन मां-बाप अपने बच्चे को आगे भेजेगा। इस प्रदेश की छवि ऐसी बन गई है।
  10. सरकारी कवायदें दिखावे के लिए हैं?
    जवाब : आनंद राय ने कहा कि यह मुद्दा एमपी तक सीमित नहीं है। मैंने राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में ऐसे मामले उठाए हैं। नीट पीजी की परीक्षा को मैंने एक्सपोज किया। सर्वर हैक कर लोग पेपर लीक कर रहे हैं। एमपी के बेरोजगारों के सपनों की हत्या हो रही है। परीक्षा के नाम पर छलावा हो रहा है।
  11. आगे क्या करेंगे आनंद राय?
    जवाब : आनंद राय ने कहा कि ये जिम्मेदारी विपक्ष और बच्चों के पालकों की है, वे इसे लेकर सड़क पर उतरें। मैं सरकारी सेवा में रहते हुए इस तरह रिस्क ले रहा हूं और मुद्दों को उठा रहा हूं।

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Web Title : vyapam scam again in madhya pradesh know all the answers to all questions from whistle blower anand rai
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