मंत्री प्रहलाद पटेल ने कावेरी नदी का पूजन किया: श्रमदान कर बोले- नदी के संरक्षण को लेकर पूरा सहयोग करूंगा – Khandwa News h3>
कावेश्वर पहुंचे मंत्री प्रहलाद पटेल ने कावेरी नदी की आरती की।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने सोमवार को कावेश्वर ग्राम पहुंचे। जहां उन्होंने कुंडलेश्वर महादेव मंदिर के साथ कावेरी नदी का पूजन किया। कावेरी नदी के उद्गम स्थल पर उन्होंने पूजा कर गाद निकालने के लिए श्रमदान किया। वहीं नदी पुनर्जीवन को
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मंत्री प्रहलाद पटेल तय समय अनुसार सुबह 10 बजे कावेश्वर पहुंच गए थे। सबसे पहले उन्होंने महादेव मंदिर और फिर कावेरी कुंड का पूजन किया। जहां से कावेरी का उद्गम हुआ है। अब जल गंगा मिशन के तहत कावेरी नदी के भीतर जमी गाद को निकालने के लिए मुहिम चलेगी। यह काम जनभागीदारी के माध्यम से होगा। ताकि बारिश के समय जल संचय हो सके। मंत्री पटेल ने श्रमदान कर इस मुहिम की शुरुआत की है।
प्रहलाद पटेल ने कहा कि, नदी हमारी संस्कृति की धरोहर है। वही पेड़ जीवन है। इसलिए मैं कहूंगा कि पौधा लगाने वाला व्यक्ति सबसे बड़ा होता है। प्रकृति के लिए और खासकर मनुष्य जीवन की बेहतरी के लिए हम सबको आगे आकर वृक्षारोपण करना चाहिए।
मंत्री प्रहलाद पटेल ने कुंडलेश्वर महादेव मंदिर का पूजन किया।
नर्मदा की सहायक नदी है कावेरी, ओंकारेश्वर में संगम
कावेरी नदी जो नर्मदा की सहायक नदी है, इसका का उद्गम ग्राम कावेश्वर के प्राचीन कुंड से होता है। कावेरी नदी की कुल लंबाई 40 किलोमीटर है। जो ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी से मिलती है। मारकंडेय स्कंद पुराण में कावेरी नदी से नर्मदा संगम का उल्लेख है। जिसके अनुसार कुबेर ने नर्मदा कावेरी संगम पर ओंकारेश्वर में स्नान किया और पवित्र हुए। नर्मदा कावेरी संगम को प्रयाग संगम की तरह पवित्र माना गया हैं।
मंत्री पटेल के साथ भाजपा संगठन और सरकार के तमाम नेता और पदाधिकारी मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष राजपालसिंह तोमर, जिपं अध्यक्ष पिंकी वानखेड़े, उपाध्यक्ष दिव्यादित्य शाह, विधायक कंचन तनवे, नारायण पटेल, जनपद अध्यक्ष मीनाबाई सोलंकी, रामपालसिंह, सीईओ जिला पंचायत डॉ. नागार्जुन बी गौड़ा, जनपद सीईओ निकिता मंडलोई, उपयंत्री गौरव रघुवंशी मौजूद थे।