मंडे मेगा स्टोरी- ट्रम्प के पूर्वज खुद जर्मन थे: बाहरी निकाल दें, तो अमेरिका में 3% लोग बचेंगे; अप्रवासियों पर इतनी सख्ती क्यों h3>
20 जनवरी 2025। वॉशिंगटन डीसी का सेंट जॉन चर्च। दुनिया के सबसे शक्तिशाली शख्स डोनाल्ड ट्रम्प अपने परिवार के साथ प्रार्थना के लिए बैठे थे। चर्च की बिशप मैरिएन एडगर बुड्डे ने ट्रम्प की आंखों में झांककर कहा…
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ईश्वर के नाम पर मैं आपसे हमारे देश के उन लोगों के लिए दया मांगती हूं, जो अब डरे हुए हैं। ईश्वर सिखाते हैं कि हमें अजनबियों के प्रति दयालु होना चाहिए, क्योंकि कभी हम भी इस देश में अजनबी थे।
ट्रम्प ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति की शपथ ली, तो इस गुजारिश को भूल गए। उनके शुरुआती फैसलों में अवैध अप्रवासियों को अमेरिका से खदेड़ना और अमेरिका में पैदा होने वाले हर बच्चे को अमेरिकी नागरिकता देने वाले कानून को पलटना शामिल था।
अगर 34 करोड़ आबादी वाले अमेरिका से सभी ‘बाहरी’ निकाल दिए जाएं, तो महज 97 लाख लोग ही बचेंगे, यानी कुल आबादी का 3%। प्रेसिडेंट ट्रम्प और उनके अरबपति दोस्त इलॉन मस्क के पूर्वज भी दूसरे देशों से अमेरिका आए थे। एपल से गूगल तक, एटम से क्वांटम तक, अमेरिका जिन पर गर्व करता है, वो ‘बाहरियों’ की ही देन है। मंडे मेगा स्टोरी में अमेरिका को बनाने वाले अप्रवासियों की पूरी कहानी…
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ग्राफिक्सः अंकुर बंसल और अंकित द्विवेदी
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मंडे मेगा स्टोरी-जब व्हाइट हाउस पर कब्जा कर जला दिया: अब ट्रम्प रहेंगे; सभी खिड़कियां बुलेटप्रूफ, नीचे दो सुरंगें और बंकर
20 जनवरी 2025 को अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प 47वें राष्ट्रपति के तौर पर पद की शपथ ली। सेरेमनी के बाद वे व्हाइट हाउस पहुंचे और अगले 4 साल के लिए यही उनका घर बन गया। व्हाइट हाउस में अमेरिका के 45 राष्ट्रपति रह चुके हैं।
ये दुनिया का सबसे सुरक्षित घर माना जाता है। जहां कोई गोली चलाए, तो बुलेटप्रूफ खिड़किया हैं। कोई हवाई हमला करे तो एंटी मिसाइल सिस्टम है। न्यूक्लियर अटैक हो, तो सुरक्षित बंकर है। कैंपस में एक चूहा भी चलता है तो पता लग जाता है। पूरी खबर पढ़िए…