भोजपुर में आंधी-बारिश में गेहूं की फसल बर्बाद: 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली हवा में गिरे पेड़ और खंभे, 27 जिलों में ठनका गिरने का अलर्ट – Bhojpur News

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भोजपुर में आंधी-बारिश में गेहूं की फसल बर्बाद:  50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली हवा में गिरे पेड़ और खंभे, 27 जिलों में ठनका गिरने का अलर्ट – Bhojpur News

भोजपुर में आंधी-बारिश में गेहूं की फसल बर्बाद: 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली हवा में गिरे पेड़ और खंभे, 27 जिलों में ठनका गिरने का अलर्ट – Bhojpur News

भोजपुर में गुरुवार को तेज आंधी के साथ बारिश भी हुई। हवा की रफ्तार 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रही। वज्रपात भी हुआ। खराब मौसम की वजह से गेहूं की फसल भी बर्बाद हुई है। शहर और गांवों में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। कई छोटी दुकानें भी बर्बाद हुई है।

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कृषि वैज्ञानिक पीके द्विवेदी ने बताया कि इस मौसम में ज्यादातर देखा जाता है कि आंधी और बारिश होती ही है। क्योंकि तापमान में बहुत ज्यादा वृद्धि हो जाती है। मौसम में डिप्रेशन आता है। जिससे दबाव बनता है और दबाव के कारण बादल छा जाते हैं। आंधी आती है और बारिश भी होती है। गुरुवार को कुछ ऐसा ही हुआ है।

आम के बड़े हिस्सों को हुआ बड़ा नुकसान

खेत में पानी लगने से फसल बर्बाद हो सकती

दूसरी तरफ किसानों ने गेहूं की कटाई करना शुरू कर दिया है। तेज हवा और बारिश की वजह से खेत में रखे गेहूं के बोझे को नुकसान पहुंच सकता है। खेत में पानी लग जाने की वजह से गेहूं बर्बाद हो सकता है।

खेत में पानी लगने से कटाई में भी देरी होगी। ऐसे में अब किसान के पास अब कोई उपाय नहीं रह जाएगा। किसान या तो खेत के सूखने का इंतजार करेंगे या खेत से पानी निकालने का प्रयास करेंगे। यहां अधिकतर किसान अपने खेतों में गेहूं की कटनी कर चुके। कहीं दौनी के लिए एक जगह कटनी के बाद गेहूं जमा कर दिया। अब किसानों को गेहूं के सूखने का इंतजार करना होगा।

बागान में आम के 10 पेड़ हैं

भारी बारिश के बाद आम की बागवानी करने वाले गौतम कुमार ने बताया कि हमारे बागान में करीब आम के 10 पेड़ है। तेज हवा और बारिश की वजह से हमलोगों को काफी नुकसान पहुंचा है। हमलोग इसी पर आश्रित हैं। हम लोग सरकार से निवेदन करते हैं कि हमलोग को इसपर सब्सिडी दिया जाए।

ताकि हमलोग कुछ बचा सके। गौतम ने बताया कि हमारे बागान में दशहरी आम और लंगड़ा आम है। इसके साथ ही खेतों में लगने वाले फसल भी बर्बाद हुए है। ऐसे में सरकार से बर्बाद होने वाले फसल का मुआवजा देने की मांग करूंगा। पेड़ पर लगे 60 प्रतिशत टीकोले टूटकर गिर गए है।

बर्बाद फसल को दिखाते किसान।

फसल को सुखाना जरूरी

कृषि वैज्ञानिक पीके द्विवेदी ने बताया कि ऊंचे इलाके में हल्की बारिश हुई, तो कोई नुकसान नहीं होगी। क्योंकि 2-4 दिनों में हवा लगेगी, गेहूं सुख जाएगा तो गेहूं की कटाई वे लोग आसानी से कर सकते है। आंधी की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे थी। निश्चित रूप से टीकोले गिरे होंगे।

नेनुआ, लौकी जैसी सब्जियों में अगर पानी लग जाएगा। तो पत्ते पीले हो जाएंगे।

किसानों को ध्यान देना होगा, अगर ऐसी जगहों पर पानी लग जाता है तो पानी निकालने की व्यवस्था करनी चाहिए। बाकी जो गर्मियों में होने वाली मक्का की फसल, भिंडी की फसल है उनको इस बारिश से फायदा होगा। अगर फसल टेढ़ी हो जाए या हवा की वजह से गिर जाए तो नुकसान हो सकता है।

जिन लोगों ने मूंग, बाजरा, उरद, चारा की फसल लगाई है, उन सारी फसलों को पानी से फायदा होगा। वहीं गेहूं की फसल को कटने के लिए रखा गया होगा, वैसे फसलों को सुखाना होगा क्योंकि गेहूं में नमी लगने की वजह से भंडारण करने पर उसमें कीड़े लग सकते है।

मैसेज से लोगों को अलर्ट किया जा रहा है

मौसम विज्ञान केंद्र से मैसेज करके लोगों को लगातार अलर्ट किया जा रहा है। बिहार मौसम सेवा केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार में अभी बारिश और वज्रपात का दौर रहेगा। 27 जिलों में ठनका गिरने की संभावना देखते हुए लोगों को सतर्क किया गया है।

मौसम विभाग के अनुसार पटना, भोजपुर, बक्सर, जमुई, बांका, मुंगेर, भागलपुर, लखीसराय, शेखपुरा, समस्तीपुर, जहानाबाद, गया, नवादा, सासाराम, औरंगाबाद, अरवल, नालंदा, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, दरभंगा, सीवान, सारण, सुपौल, गोपालगंज, किशनगंज, अररिया और मधुबनी जिले में कई जगहों पर मेघ गर्जन और वज्रपात होने की संभावना बनी हुई है।

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