भूमध्य सागर में रूसी मालवाहक जहाज उर्सा मेजर डूबा, चालक दल के दो सदस्य लापता, इंजन रूम में विस्फोट से हादसा

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भूमध्य सागर में रूसी मालवाहक जहाज उर्सा मेजर डूबा, चालक दल के दो सदस्य लापता, इंजन रूम में विस्फोट से हादसा

भूमध्य सागर में रूसी मालवाहक जहाज उर्सा मेजर डूबा, चालक दल के दो सदस्य लापता, इंजन रूम में विस्फोट से हादसा

रूस के सबसे बड़े सैन्य रसद मालवाहक जहाज ‘उर्सा मेजर’ के इंजन कक्ष में हुए विस्फोट के बाद जहाज भूमध्य सागर में डूब गया। इस हादसे में चालक दल के 14 सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि दो सदस्य अब भी लापता हैं।

Updated On:
Dec 25, 2024 | 06:15 AM


मैड्रिडः स्पेन और अल्जीरिया के बीच भूमध्य सागर में रूसी मालवाहक जहाज ‘उर्सा मेजर’ डूब गया, हादसे में चालक दल के दो सदस्य लापता हो गए। स्पेन की समुद्री बचाव एजेंसी और रूसी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को इस घटना की पुष्टि की।

हादसे के दौरान 14 चालक दल के सदस्यों को लाइफबोट के जरिए सुरक्षित निकालकर स्पेन के कार्टाजेना बंदरगाह पर पहुंचाया गया। रूसी मंत्रालय के अनुसार, ये हादसा इंजन रूम में विस्फोट के बाद हुआ है।

उर्सा मेजर 12 दिन पहले सेंट पीटर्सबर्ग से रवाना हुआ

इस जहाज का स्वामित्व एसके-युग के पास था, जो रूसी शिपिंग और साजोसामान कंपनी ओबोरोनलॉजिस्टिका की सहायक कंपनी है। स्पेन के अधिकारियों ने बताया कि जहाज पर खाली कंटेनर और दो क्रेन थे। दिसंबर में एक बयान में ओबोरोनलॉजिस्टिका ने कहा था कि मालवाहक जहाज रूस के सुदूर पूर्वी शहर व्लादिवोस्तोक की ओर जा रहा है, जिस पर 380 टन वजन के दो क्रेन हैं. रूसी सरकारी समाचार एजेंसी रिया नोवोस्ती ने बताया कि उर्सा मेजर 12 दिन पहले सेंट पीटर्सबर्ग से रवाना हुआ था।

जहाज में हुआ विस्फोट

आपको बता दें कि रूसी सेना के रसद बेड़े का सबसे बड़ा मालवाहक जहाज इंजन कक्ष में विस्फोट होने के बाद भूमध्य सागर में डूब गया. रूसी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक वेबसाइट पर जारी बयान में कहा कि विस्फोट के बाद उर्सा मेजर अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में खो गया है। इसके दो चालक दल के सदस्य लापता हैं और 14 अन्य लोगों को बचा लिया गया है और उन्हें स्पेन के कार्टाजेना बंदरगाह पर ले जाया गया है।

मिडिल ईस्ट और एशिया के साथ आर्कटिक की समुद्री यात्राएं की

ओबोरोनलॉजिस्टिका की वेबसाइट पर 3 दिसंबर को पोस्ट की गई जानकारी के अनुसार, रूस के पूर्व में भारी माल के साथ हमेशा की यात्रा से पहले नवंबर में जहाज के क्रेन उपकरणों की मरम्मत की गई थी। कंपनी के अनुसार, इससे पहले इसने मिडिल ईस्ट और एशिया के साथ-साथ आर्कटिक के माध्यम से उत्तरी समुद्री मार्ग की यात्राएं की थीं।

सबसे बड़ा मालवाहक जहाज

हालांकि विस्फोट के कारणों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है।. कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, उरसा मेजर, जिसकी क्षमता 1,200 टन थी और जिसके डेक पर 120 वाहन फिट हो सकते थे। रूसी रक्षा मंत्रालय से संबंधित कंपनी ओबोरोनलॉजिस्टिका द्वारा संचालित यह सबसे बड़ा मालवाहक जहाज था, जो सैन्य और नागरिक सामान को ले जाता ले आता था।

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