भीलवाड़ा के मांडल में 47 साल से बंद धर्मस्थल: MLA बोले- सोशल मीडिया पर चल रहे ‘4 फरवरी को मांडल चलो’ कैंपेन के झांसे में न आएं – Bhilwara News

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भीलवाड़ा के मांडल में 47 साल से बंद धर्मस्थल:  MLA बोले- सोशल मीडिया पर चल रहे ‘4 फरवरी को मांडल चलो’ कैंपेन के झांसे में न आएं – Bhilwara News

भीलवाड़ा के मांडल में 47 साल से बंद धर्मस्थल: MLA बोले- सोशल मीडिया पर चल रहे ‘4 फरवरी को मांडल चलो’ कैंपेन के झांसे में न आएं – Bhilwara News

भीलवाड़ा के मांडल में धर्मस्थल को लेकर राजनीति।

भीलवाड़ा के मांडल में 47 साल से बंद एक धार्मिक स्थल को लेकर माहौल गरमाया हुआ है। धार्मिक स्थल पर दावे को लेकर दो पक्षों में पुराना विवाद है। इस पर पुलिस का पहरा है। कुछ संगठनों ने सोशल मीडिया पर 4 फरवरी को मांडल चलो मुहिम छेड़ रखी है। इसे लेकर मांडल वि

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एमएलए उदयलाल भड़ाना ने बताया-भीलवाड़ा जिला मुख्यालय से 14 किमी दूर मांडल कस्बे में गुर्जर समाज का एक धर्मस्थल है। चार दशक से एक विवाद के कारण यह स्थल बंद है। करीब 47 साल पहले एक समाज के लोगों ने चबूतरे पर अपने धार्मिक कार्य की अनुमति मांगी थी। उन्हें समाज ने अनुमति दी तो उन्होंने परिसर पर कब्जा कर लिया और अपना धर्म स्थल होने का दावा किया। 1977 में मामला न्यायालय पहुंचा। तब न्यायालय ने दरवाजे पर ताला जड़ने के बाद चाबी मांडल थाने में जमा करा दी।

मांडल विधायक उदयलाल भड़ाना ने अपील की कि युवा सोशल मीडिया के चक्कर में न आएं।

पिछले साल भगवान देवनारायण की 1111वीं जयंती पर धर्मस्थल से 500 मीटर दूर धार्मिक आयोजन हुआ था। इसके बाद अब सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो शेयर हो रहे हैं। इनमें अपील की गई है कि 4 फरवरी को युवा मांडल पहुंचें। युवा सोशल मीडिया के चक्कर में न आएं।

बता दें कि विधायक उदयलाल भड़ाना धर्मस्थल से जुड़ी संघर्ष समिति के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा- युवाओं से हाथ जोड़कर अपील की हैं कि सोशल मीडिया से भ्रमित न हों। 4 फरवरी को मांडल न आएं। धर्मस्थल खुलवाने के लिए मैंने और कई लोगों ने बड़ा संघर्ष किया है। पहले भी कई आंदोलन हुए हैं।

मांडल में धर्मस्थल को लेकर चर्चा करते समाज के लोग।

उन्होंने कहा- कुछ लोग हजारों किलोमीटर दूर बैठकर सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को गुमराह कर उनकी भावनाओं और भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। श्रेय लेने की कोशिशें चल रही हैं। संघर्ष समिति के अध्यक्ष के नाते में इस धर्मस्थल को संवैधानिक और कानून के दायरे में रहकर खुलवाएंगे।

प्रतीक सेना के अध्यक्ष गोपाल सिंह बस्सी ने कहा- 4 फरवरी को माही सप्तमी का दिन है। देवनारायण भगवान का बड़ा दिन है। इस दिन हम धर्मस्थल में पूजा करना चाहते हैं। सीएम भजनलाल और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से मुलाकात करेंगे।

धर्मस्थल पर 47 साल से पुलिस का पहरा है। ताले की चाबी मांडल थाने में जमा है।

3 साल पहले आया था सुर्खियों में

तीन साल पहले 11 मार्च 2022 को गोपाल नाम के एक युवक ने धर्मस्थल का ताला तोड़ दिया था। युवक ने वीडियो भी बनाया था। इस पर दूसरे पक्ष की ओर से आपत्ति दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने गोपाल को गिरफ्तार कर लिया था।

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