‘भारत के संबंध सोवियत संघ के साथ थे, रूस से नहीं…’ जेलेंस्की ने पीएम मोदी से की गारंटर बनने की मांग

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‘भारत के संबंध सोवियत संघ के साथ थे, रूस से नहीं…’ जेलेंस्की ने पीएम मोदी से की गारंटर बनने की मांग

कीव: यूक्रेन में रूस का विशेष सैन्य अभियान (Russia Special Military Operation in Ukraine) 43वें दिन भी जारी है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy on India) ने एक इंटरव्यू में भारत-रूस संबंधों (India Russia Relations) पर बात की है। उन्होंने दावा किया कि भारत के संबंध सोवियत संघ के साथ थे, रूस से नहीं। जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यूक्रेन के लिए सुरक्षा के गारंटर बनने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर रूस समझौते का उल्लंघन करता है तो गारंटर भी उनके खिलाफ खड़े होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को रूस और यूक्रेन के साथ संबंधों के बीच संतुलन बनाए रखना मुश्किल है।

रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग की
जेलेंस्की ने एक भारतीय न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि रूस के खिलाफ आधे उपाय काम नहीं करेंगे। प्रतिबंध हथियारों की तरह होने चाहिए। प्रतिबंध परमाणु हथियारों की तरह होने चाहिए, प्रतिबंध आधुनिक अत्याधुनिक हथियारों की तरह होने चाहिए। यह दिखावा न करें कि आप यूक्रेन का समर्थन करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन आप रूस के साथ आर्थिक संबंध भी जारी रखे हुए हैं।

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परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से इंकार नहीं किया जा सकता : जेलेंस्की
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि इस युद्ध के दौरान परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने दावा किया कि जब दूसरा पक्ष कमजोर होता है तो शक्तिशाली पक्ष किसी भी प्रकार के बल का इस्तेमाल कर सकता है। उन्होंने कहा कि अगर दुनिया इस युद्ध को खत्म करना चाहती है तो उन्हें हमें भारी हथियारों की आपूर्ति करने की जरूरत है। हम रूस के किसी भी हिस्से को जीतना नहीं चाहते है, बल्कि हम अपनी ही जमीन पर कब्जा चाहते हैं।

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जेलेंस्की ने संयुक्त राष्ट्र की ‘चिंता’ पर कसा तंज
वोलोडिमिर जेलेंस्की ने संयुक्त राष्ट्र पर तंज कसते हुए कहा कि यूएन बहुत कुछ कर सकता है। सिर्फ उन शब्दों का इस्तेमाल करना कि ‘हम चिंतित हैं’, युद्ध को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं है। हमने 8 वर्षों से “चिंता” सुनी है। हमारे बहुत से नागरिक आपकी ‘चिंता’ जताने के बाद भी नहीं बचे हैं। उन्होंने मांग किया कि रूस को अलग-थलग कर देना चाहिए।
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किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे: जेलेंस्की
जेलेंस्की ने साफ किया है कि हम पीछे नहीं हटेंगे। हम उन सभी शहरों के लिए लड़ेंगे जो रूसी कब्जे में हैं। ओडेसा पर हमारा पूरा नियंत्रण है, यह मारियुपोल में एक बहुत ही कठिन स्थिति है। हम तब तक संघर्ष करेंगे जब तक हम क्षेत्रीय अखंडता को बहाल नहीं कर लेते। रूस स्थानीय अधिकारियों को मार रहे हैं। हमने मेयर और निर्वाचित नेताओं को खोया है।



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