भाजपा विधायकों के फोन लौटाने पर खाचरियावास ने ली चुटकी, कहा- दुखी मन से वापस कर रहे हैं फोन | Cabinet minister Pratap Singh attacked BJP regarding the budget | Patrika News h3>
गहलोत सरकार के बजट को खाचरियावास ने ऐतिहासिक बताया, कर्मचारियों पर लिया गया फैसला देश के और राज्यों को भी मानना पड़ेगा
जयपुर
Updated: February 25, 2022 03:19:15 pm
जयपुर। विधानसभा में बुधवार को बजट पेश करने के बाद विधायकों को सरकार की ओर से दिए गए आईफोन को लेकर भी अब सियासत तेज़ होने लगी है। भाजपा जहां सरकार की ओर से दिए गए आईफोन लौट आ रही है तो कांग्रेस अब इस मामले में बीजेपी पर हमलावर है।
pratap singh
खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी भाजपा के फोन लौटाने के फैसले पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के विधायक दुखी मन से फोन वापस कर रहे हैं। भाजपा को ऐसा नहीं करना चाहिए जो विधायक फोन रखना चाहते हैं उन्हें रखने देना चाहिए।
अगर किसी विधायक ने फोन अपने बच्चे को दे दिया तो क्या वह वापस बच्चे से फोन लेकर लेकर जमा कराएंगे।खाचरियावास ने कहा कि फिर तो भाजपा को सरकार की ओर से बजट में जो 10 करोड़ की सड़कें दी गई है उन्हें भी नहीं लेना चाहिए और पूर्व में जो आईपैड और लैपटॉप दिए गए हैं उन्हें वापस कर देना चाहिए।
सरकार के बजट की देश भर में चर्चा
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि गहलोत सरकार के ऐतिहासिक बजट की चर्चा पूरे देश में है। सरकारी कर्मचारियों के लिए जो फैसला बजट में लिया गया है उस फैसले को अब देश के बाकी स्टेट को भी मानना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि शहरों के लिए 100 दिन का रोजगार गारंटी कानून लेकर आए हैं कि अपने आप मे ये एक ऐतिहासिक फैसला है, जिससे बेरोजगारी खत्म होगी और लोगों को रोजगार मिलेगा।खाचरियावास ने कहा कि रोजगार के लिए यूपीए सरकार में मनरेगा कानून लेकर आए थे जिसने गांवों में लोगों को रोजगार दिया। उन्होंने कहा कि यह कानून केंद्र की मोदी सरकार को लाना चाहिए था, गांव में रोजगार के लिए कांग्रेस मनरेगा लेकर आई थी।
खाचरियावास ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत युवाओं और बेरोजगारों की आवाज को समझते हैं लेकिन राजस्थान का अच्छा बजट हुआ है इससे भाजपा को तकलीफ है, इसलिए अब नए नए तरीके के ड्रामे कर रहे हैं। क्योंकि हाल ही में आया केंद्र सरकार का बजट फेल हो गया है।
केंद्र की मोदी सरकार के बजट ने लोगों को को खून के आंसू रोने पर मजबूर किया है।
भाजपा में दम है तो बजट पर बहस करें
खाचरियावास ने कहा कि अब यह तय होना चाहिए कि केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की गहलोत सरकार के बजट की तुलना होनी चाहिए। तराजू के एक पलड़े में कांग्रेस के बजट और दूसरे पलड़े में केंद्र की मोदी सरकार के बजट को रखना चाहिए और जनता से पूछना चाहिए कि किस का बजट अच्छा है,जनता इसका फैसला कर देगी कि किसका बजट अच्छा है। खाचरियावास ने भाजपा नेताओं को भी चेतावनी देते हुए कहा कि भाजपा के नेताओं में दम है तो किसी भी मंच पर कांग्रेस और बीजेपी के बजट पर चर्चा कर ले।
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गहलोत सरकार के बजट को खाचरियावास ने ऐतिहासिक बताया, कर्मचारियों पर लिया गया फैसला देश के और राज्यों को भी मानना पड़ेगा
जयपुर
Updated: February 25, 2022 03:19:15 pm
जयपुर। विधानसभा में बुधवार को बजट पेश करने के बाद विधायकों को सरकार की ओर से दिए गए आईफोन को लेकर भी अब सियासत तेज़ होने लगी है। भाजपा जहां सरकार की ओर से दिए गए आईफोन लौट आ रही है तो कांग्रेस अब इस मामले में बीजेपी पर हमलावर है।
pratap singh
खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी भाजपा के फोन लौटाने के फैसले पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के विधायक दुखी मन से फोन वापस कर रहे हैं। भाजपा को ऐसा नहीं करना चाहिए जो विधायक फोन रखना चाहते हैं उन्हें रखने देना चाहिए।
अगर किसी विधायक ने फोन अपने बच्चे को दे दिया तो क्या वह वापस बच्चे से फोन लेकर लेकर जमा कराएंगे।खाचरियावास ने कहा कि फिर तो भाजपा को सरकार की ओर से बजट में जो 10 करोड़ की सड़कें दी गई है उन्हें भी नहीं लेना चाहिए और पूर्व में जो आईपैड और लैपटॉप दिए गए हैं उन्हें वापस कर देना चाहिए।
सरकार के बजट की देश भर में चर्चा
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि गहलोत सरकार के ऐतिहासिक बजट की चर्चा पूरे देश में है। सरकारी कर्मचारियों के लिए जो फैसला बजट में लिया गया है उस फैसले को अब देश के बाकी स्टेट को भी मानना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि शहरों के लिए 100 दिन का रोजगार गारंटी कानून लेकर आए हैं कि अपने आप मे ये एक ऐतिहासिक फैसला है, जिससे बेरोजगारी खत्म होगी और लोगों को रोजगार मिलेगा।खाचरियावास ने कहा कि रोजगार के लिए यूपीए सरकार में मनरेगा कानून लेकर आए थे जिसने गांवों में लोगों को रोजगार दिया। उन्होंने कहा कि यह कानून केंद्र की मोदी सरकार को लाना चाहिए था, गांव में रोजगार के लिए कांग्रेस मनरेगा लेकर आई थी।
खाचरियावास ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत युवाओं और बेरोजगारों की आवाज को समझते हैं लेकिन राजस्थान का अच्छा बजट हुआ है इससे भाजपा को तकलीफ है, इसलिए अब नए नए तरीके के ड्रामे कर रहे हैं। क्योंकि हाल ही में आया केंद्र सरकार का बजट फेल हो गया है।
केंद्र की मोदी सरकार के बजट ने लोगों को को खून के आंसू रोने पर मजबूर किया है।
भाजपा में दम है तो बजट पर बहस करें
खाचरियावास ने कहा कि अब यह तय होना चाहिए कि केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की गहलोत सरकार के बजट की तुलना होनी चाहिए। तराजू के एक पलड़े में कांग्रेस के बजट और दूसरे पलड़े में केंद्र की मोदी सरकार के बजट को रखना चाहिए और जनता से पूछना चाहिए कि किस का बजट अच्छा है,जनता इसका फैसला कर देगी कि किसका बजट अच्छा है। खाचरियावास ने भाजपा नेताओं को भी चेतावनी देते हुए कहा कि भाजपा के नेताओं में दम है तो किसी भी मंच पर कांग्रेस और बीजेपी के बजट पर चर्चा कर ले।
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