भव्या : पेपरलेस इलाज की सुविधा जिला में शुरू, पहले दिन 1883 ने कराया निबंधन व इलाज

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भव्या : पेपरलेस इलाज की सुविधा जिला में शुरू, पहले दिन 1883 ने कराया निबंधन व इलाज

भव्या : पेपरलेस इलाज की सुविधा जिला में शुरू, पहले दिन 1883 ने कराया निबंधन व इलाज

भव्या : पेपरलेस इलाज की सुविधा जिला में शुरू, पहले दिन 1883 ने कराया निबंधन व इलाज

सदर अस्पताल में पांच स्थानों पर मिल रही भव्या की सुविधा

जल्द ही इमरजेंसी समेत दो अन्य वार्डों में यह सेवा होगी बहाल

अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक इसे चालू करने की योजना पर चल रहा काम

डाटा ऑपरेटर समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को दिया जा चुका है प्रशिक्षण

फोटो :

सीएस भव्या : सदर अस्पताल के ओपीडी वार्ड में मंगलवार को भव्या की जानकारी लेते सीएस डॉ. अविनाश कुमार सिंह।

बिहारशरीफ, निज संवाददाता।

जिला की अस्प्तालों में मंगलवार को पेपरलेस इलाज की सुविधा बहाल हो गयी। सदर अस्पताल के पांच जगहों पर सीएस डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने भव्या योजना की शुरुआत की। पहले दिन सदर अस्पताल में 354 समेत एक हजार 883 रोगियों ने निबंधन व इलाज कराया। जल्द ही इमरजेंसी समेत अन्य दो वार्डों में भी यह सेवा बहाल होगी। अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक इस सेवा को चालू करने की योजना है। इस पर काम चल रहा है। डॉक्टर, डाटा ऑपरेटर, फर्मासिस्ट, सीएचओ समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को इसका प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इस माह तक भव्या की टीम इन कर्मियों को ऑन द स्पॉट रहकर हर तरह से तकनीकी सहायता देगी।

सदर अस्पताल में मंगलवार को विभिन्न जगहों पर जाकर सीएस ने भव्या से हो रहे कामों व आ रही परेशानियों को देखा व समझा। उन्होंने बताया कि भव्या बहुत ही बेहतर प्लेटफॉर्म है। एक बार निबंधन कराने या भव्या से लिंक होने के बाद रोगियों को दोबारा दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। वे क्यूआर कोड स्कैन कर या सिर्फ आभा नंबर बोलकर अपनी बीमारी का इलाज करा सकेंगे। इसकी सबसे बड़ी खासियत होगी कि डॉक्टर रोगी का मेडिकल हिस्ट्री को भी ऑनलाइन देख सकेंगे। इससे इलाज करने में सहुलियत होगी।

दवा काउंटर पर टीम के सदस्य रहे सक्रिय :

सदर अस्पताल के काउंटर पर लगभग 400 लोगों को दवाएं दी गयी। वहां दी जा रही दवाओं को भी ऑनलाइन चढ़ाया गया। इस दौरान वहां भव्या टीम के इंप्लिमेंटेशन हेड आनंद कुमार, ट्रेनिंग मैनेजर धर्मेश कुमार व जिला समन्वयक चंदन कुमार ने तकनीकी सहायता की। कई लोगों का भव्या पोर्टल पर निबंधन करने में भी मदद की।

क्या है भव्या :

बिहार हेल्थ एप्लिकेशन विजनरी योजना फॉर ऑल का लघु रूप ‘भव्या है। इसे बिहार सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में डिजिटल को बढ़ावा देने व एक ही प्लेटफॉर्म पर रोगियों का डाटा संग्रह करने के लिए लागू किया है। भव्या में निबंधन कराने के लिए रोगी को सिर्फ अपना आधार नंबर व इससे लिंक्ड मोबाइन नंबर बताना होगा। निबंधन काउंटर पर बैठा स्वास्थ्यकर्मी इसके बाद कुछ जानकारियां लेगा। उसे डालते ही मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा। इसे डालते ही भव्या वेब पोर्टल पर आपका 14 अंकों का आभा नंबर मिल जाएगा। इसके बाद आप अपना मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी, रोगी का नाम, आभा नंबर या आभा आईडी से राज्य के किसी भी अस्पताल में अपना नंबर लगाकर इलाज करा सकते हैं।

आभा नंबर को भव्या से करवा लें लिंक :

आयुष्मान भारत हेल्थ कार्ड (आभा) केंद्र सरकार की पोर्टल है। एक बार आभा नंबर मिल जाने पर आप देश कि किसी भी अस्पताल में उस नंबर से अपना इलाज करवा सकते हैं। जिनका पहले से आभा नंबर बना हुआ है। वे बस उसे भव्या से लिंक करवा लें। इसकी सुविधा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी उपलब्ध है।

बार-बार नहीं बदलेगी निबंधन संख्या :

फिलहाल रोगी अपना इलाज कराने के लिए अस्पताल में सबसे पहले निबंधन करवाते हैं। जहां बार-बार उनका निबंधन संख्या बदलती रहती है। जबकि, भव्या से लिंक होने पर रोगियों का एक बार ही निंबधन हो जाएगा। वह निबंधन संख्या ताउम्र वही रहेगी। जिसका उपयोग वे इलाज के दौरान कर सकेंगे।

सुधार की गुंजाइश :

सीएस ने कहा कि फिलहाल इसे पूरी तरह से लागू करने में मैन पावर व उपकरण के साथ ही इंटरनेट सेवा से कई तरह की परेशानियां आ रही है। इसमें अभी काफी सुधार की गुंजाइश है। आवश्यकता पड़ने पर स्वास्थ्यकर्मियों को और प्रशिक्षण दिया जाएगा। फिलहाल भव्या की टीम यहां टेक्निकल सपोर्ट कर रही है। कम्प्युटर की उपलब्धता, इंटरनेट समेत अन्य सुविधाओं को भी बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

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