भरहुत नगर गोली कांड: फॉरेन्सिक एक्सपर्ट की जांच रिपोर्ट में गंभीर खामियां | Serious flaws in forensic expert’s investigation report | News 4 Social h3>
सतनाPublished: Nov 24, 2023 09:54:00 am
बहुचर्चित गोलीकांड के पटाखे में बदलने का मामला
घायल के कपड़ों को लेकर साध ली चुप्पी
सतना। भरहुत नगर में 19 नवंबर की रात को हुए गोली कांड पर पूरे शहर की निगाहें है। लेकिन जिस तरीके से इस मामले में लीपापोती की जा रही है उससे शक के घेरे में पुलिस के साथ ही अब डॉक्टर भी आ गए हैं। घटना की वजह को लेकर सतना मेडिकल कॉलेज के फॉरेन्सिक मेडिसिन विभाग के सह प्राध्यापक डॉ चंद्रशेखर बाघमारे ने जो रिपोर्ट तैयार की है उसमें कई खामियां हैं। दरअसल 19 नवंबर की रात को पुलिस को भरहुत नगर में गोली चलने की सूचना मिलती है। इसके आधार पर पुलिस संदेही विजय गुप्ता उर्फ मंटू को अपने साथ थाने ले जाती है। इधर घायल मुकेश चुगवानी को सबसे पहले जिला अस्पताल ले जाया जाता है। उस वक्त यहां डॉक्टर विनय मोहन तिवारी ड्यूटी पर थे। यहां पर घाव का प्राथमिक उपचार कराया जाता है। इसके बाद घायल को जिला अस्पताल में भर्ती न कराते हुए बिरला अस्पताल ले जाया जाता है। यहां घायल मुकेश कुमार चुगवानी का इलाज प्रारंभ किया जाता है। इस दौरान कोलगवां पुलिस का जवान भी मौजूद रहता है। इस दौरान यहां मौजूद उमेश लोहिया यह कहते नजर आते हैं कि गोली चली है। लेकिन दूसरे दिन से इस मामले में यू टर्न आ जाता है और घायल अचानक से खुद को पटाखे से घायल होना बता देता है और किसी के विरुद्ध रिपोर्ट लिखाने से मना कर देता है।
सतनाPublished: Nov 24, 2023 09:54:00 am
बहुचर्चित गोलीकांड के पटाखे में बदलने का मामला
घायल के कपड़ों को लेकर साध ली चुप्पी
सतना। भरहुत नगर में 19 नवंबर की रात को हुए गोली कांड पर पूरे शहर की निगाहें है। लेकिन जिस तरीके से इस मामले में लीपापोती की जा रही है उससे शक के घेरे में पुलिस के साथ ही अब डॉक्टर भी आ गए हैं। घटना की वजह को लेकर सतना मेडिकल कॉलेज के फॉरेन्सिक मेडिसिन विभाग के सह प्राध्यापक डॉ चंद्रशेखर बाघमारे ने जो रिपोर्ट तैयार की है उसमें कई खामियां हैं। दरअसल 19 नवंबर की रात को पुलिस को भरहुत नगर में गोली चलने की सूचना मिलती है। इसके आधार पर पुलिस संदेही विजय गुप्ता उर्फ मंटू को अपने साथ थाने ले जाती है। इधर घायल मुकेश चुगवानी को सबसे पहले जिला अस्पताल ले जाया जाता है। उस वक्त यहां डॉक्टर विनय मोहन तिवारी ड्यूटी पर थे। यहां पर घाव का प्राथमिक उपचार कराया जाता है। इसके बाद घायल को जिला अस्पताल में भर्ती न कराते हुए बिरला अस्पताल ले जाया जाता है। यहां घायल मुकेश कुमार चुगवानी का इलाज प्रारंभ किया जाता है। इस दौरान कोलगवां पुलिस का जवान भी मौजूद रहता है। इस दौरान यहां मौजूद उमेश लोहिया यह कहते नजर आते हैं कि गोली चली है। लेकिन दूसरे दिन से इस मामले में यू टर्न आ जाता है और घायल अचानक से खुद को पटाखे से घायल होना बता देता है और किसी के विरुद्ध रिपोर्ट लिखाने से मना कर देता है।