भरभरा कर गिर रही मिट्टी, रोका गया सीवरेज लाइन का काम
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– कंपनीबाग रोड में अमृत महोत्सव पार्क के सामने हो रहा था मेनहोल का निर्माण
– एक पखवारे तक मशक्कत के बावजूद नहीं मिली सफलता
– गड्ढ़े में पानी के बीच लगातार ढहती रही मिट्टी, राबिश भरकर छोड़ा
– स्मार्ट सिटी की सबसे महंगी योजना में तकनीकी अड़चन
मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता।
स्मार्ट सिटी की सबसे महंगी सीवरेज सिस्टम व अंडरग्राउंड मेन स्ट्रॉर्म वाटर ड्रेनेज योजना में अड़चन खड़ी हो गई है। सीवरेज लाइन के लिए कंपनीबाग रोड में अमृत महोत्सव पार्क के सामने सड़क पर चल रहा मेनहोल का काम बंद कर दिया गया है। दरअसल, सड़क को गहराई तक काटने पर यहां पानी निकल आया। इससे मिट्टी भरभराकर गिरने लगी। उसे रोकने के तमाम प्रयास बेकार गए। पानी में मिट्टी ढहने से कीचड़ हो गया। भूमिगत मेनहोल निर्माण को लेकर बेस से लेकर दीवाल तक बनाना मुश्किल हो गया। एक पखवारे से अधिक तक मशक्कत के बावजूद नतीजा सिफर रहा तो इंजीनियरों ने काम रोकने का निर्णय लिया। फिलहाल गड्ढ़े में राबिश से भरकर छोड़ दिया गया है।
भूजलस्तर कम होने का इंतजार, महीनेभर बाद फिर होगा प्रयास
योजना के प्रोजेक्ट हेड गिरिराज सिंह के मुताबिक सड़क काटने के बाद जमीन के नीचे भुरभुरी मिट्टी लगातार ढहने के कारण काम रोकना पड़ा। भूजल स्तर कम होने पर महीनेभर बाद फिर प्रयास किया जाएगा। भूजल स्तर नीचे गिरने व जमीन सख्त होने से मेनहोल निर्माण में परेशानी नहीं होगी। थोड़ी दूरी पर जूरन छपरा में ऐसी समस्या नहीं है। वहां काम चल रहा है।
2680 मेनहोल और 6074 इंस्पेक्शन चैंबर बने
योजना के तहत शहर में 84 किमी लंबी सीवरेज पाइपलाइन बननी है। करीब 71 किमी काम पूरा हो चुका है। इसमें 2680 मेनहोल व 6074 इंस्पेक्शन चैंबर बनाए गए हैं। सीवरेज पाइपलाइन में इंस्पेक्शन चैंबर घरों के सीवरेज पाइप को मेनहोल से जोड़ने में कनेक्टर का काम करता है। यह सीधे मेनहोल व घरों के पाइपलाइन से जुड़ा होता है।
विशेषज्ञ बोले, मुजफ्फरपुर की मिट्टी भुरभुरी
विशेषज्ञों के अनुसार स्मार्ट सिटी पटना और मुजफ्फरपुर की मिट्टी में अंतर है। गंगा नदी की सतह से उंचाई पर स्थित पटना की मिट्टी सख्त होने से वहां भूमिगत निर्माण कार्य में अधिक समस्या नहीं है। बूढ़ी गंडक के तट पर कटोरे की भौगौलिक आकृति वाले मुजफ्फरपुर शहर की मिट्टी भुरभुरी होने से जमीन के नीचे निर्माण कार्य करना चुनौतीपूर्ण होता है।
::::::::::: योजना : एक नजर :::::::::::::::
प्रोजेक्ट : सीवरेज सिस्टम व अंडरग्राउंड मेन स्ट्रॉर्म वाटर ड्रेनेज
बजट : 322.45 करोड़
कार्यादेश जारी : 15 दिसंबर 2021
समयावधि : 24 महीने (13 दिसंबर 2023)
नया टारगेट : 31 मई 2024
काम हुए : 79.5 प्रतिशत
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– कंपनीबाग रोड में अमृत महोत्सव पार्क के सामने हो रहा था मेनहोल का निर्माण
– एक पखवारे तक मशक्कत के बावजूद नहीं मिली सफलता
– गड्ढ़े में पानी के बीच लगातार ढहती रही मिट्टी, राबिश भरकर छोड़ा
– स्मार्ट सिटी की सबसे महंगी योजना में तकनीकी अड़चन
मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता।
स्मार्ट सिटी की सबसे महंगी सीवरेज सिस्टम व अंडरग्राउंड मेन स्ट्रॉर्म वाटर ड्रेनेज योजना में अड़चन खड़ी हो गई है। सीवरेज लाइन के लिए कंपनीबाग रोड में अमृत महोत्सव पार्क के सामने सड़क पर चल रहा मेनहोल का काम बंद कर दिया गया है। दरअसल, सड़क को गहराई तक काटने पर यहां पानी निकल आया। इससे मिट्टी भरभराकर गिरने लगी। उसे रोकने के तमाम प्रयास बेकार गए। पानी में मिट्टी ढहने से कीचड़ हो गया। भूमिगत मेनहोल निर्माण को लेकर बेस से लेकर दीवाल तक बनाना मुश्किल हो गया। एक पखवारे से अधिक तक मशक्कत के बावजूद नतीजा सिफर रहा तो इंजीनियरों ने काम रोकने का निर्णय लिया। फिलहाल गड्ढ़े में राबिश से भरकर छोड़ दिया गया है।
भूजलस्तर कम होने का इंतजार, महीनेभर बाद फिर होगा प्रयास
योजना के प्रोजेक्ट हेड गिरिराज सिंह के मुताबिक सड़क काटने के बाद जमीन के नीचे भुरभुरी मिट्टी लगातार ढहने के कारण काम रोकना पड़ा। भूजल स्तर कम होने पर महीनेभर बाद फिर प्रयास किया जाएगा। भूजल स्तर नीचे गिरने व जमीन सख्त होने से मेनहोल निर्माण में परेशानी नहीं होगी। थोड़ी दूरी पर जूरन छपरा में ऐसी समस्या नहीं है। वहां काम चल रहा है।
2680 मेनहोल और 6074 इंस्पेक्शन चैंबर बने
योजना के तहत शहर में 84 किमी लंबी सीवरेज पाइपलाइन बननी है। करीब 71 किमी काम पूरा हो चुका है। इसमें 2680 मेनहोल व 6074 इंस्पेक्शन चैंबर बनाए गए हैं। सीवरेज पाइपलाइन में इंस्पेक्शन चैंबर घरों के सीवरेज पाइप को मेनहोल से जोड़ने में कनेक्टर का काम करता है। यह सीधे मेनहोल व घरों के पाइपलाइन से जुड़ा होता है।
विशेषज्ञ बोले, मुजफ्फरपुर की मिट्टी भुरभुरी
विशेषज्ञों के अनुसार स्मार्ट सिटी पटना और मुजफ्फरपुर की मिट्टी में अंतर है। गंगा नदी की सतह से उंचाई पर स्थित पटना की मिट्टी सख्त होने से वहां भूमिगत निर्माण कार्य में अधिक समस्या नहीं है। बूढ़ी गंडक के तट पर कटोरे की भौगौलिक आकृति वाले मुजफ्फरपुर शहर की मिट्टी भुरभुरी होने से जमीन के नीचे निर्माण कार्य करना चुनौतीपूर्ण होता है।
::::::::::: योजना : एक नजर :::::::::::::::
प्रोजेक्ट : सीवरेज सिस्टम व अंडरग्राउंड मेन स्ट्रॉर्म वाटर ड्रेनेज
बजट : 322.45 करोड़
कार्यादेश जारी : 15 दिसंबर 2021
समयावधि : 24 महीने (13 दिसंबर 2023)
नया टारगेट : 31 मई 2024
काम हुए : 79.5 प्रतिशत
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