भक्ति में लीन संस्कारधानी, आस्था का उमड़ा सैलाब | shiv Aaradhna in Jabalpur | Patrika News h3>
शारदा मैया के दरबार की पहाड़ी पर फहराई धर्म ध्वजा
जबलपुर। भोलेनाथ की भक्ति में संस्कारधानी मगन है। गुप्तेश्वर, गैबीनाथ मंदिर, कचनार मंदिर, देवताल मंदिर, पशुपतिनाथ गोपालपुर, नंदीकेश्वर मंदिर बरगी, शिव पार्वती मंदिर भेड़ाघाट समेत अन्य शिवालयों में आस्था का सैलाब उमड़ा। शारदा मैया के दरबार मदनमहल पहाड़ी में धर्म ध्वजा फहराई गई। गढ़ा, ग्वारीघाट, मदनमहल, गोल बाजार, विजय नगर, घमापुर समेत कई अन्य इलाकों से धर्म ध्वजा लेकर श्रद्धालु देवी मंदिर पहुंचे। नर्मदा तटों से श्रद्धालु कांवड़ों में जल लेकर शिवालयों में पहुंचे और भोलेनाथ का अभिषेक किया।
प्राचीन शिव मंदिर- गत दिवस सुबह पांच बजे ग्वारीघाट से कांवड़ में जल भर कर कावड़ यात्रा शुरू की गई। शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए पुरानी बस्ती सुहागी के प्राचीन शंकर मंदिर में कांवड़ यात्रा पूर्ण हुई। मार्ग में जगह-जगह यात्रा का स्वागत किया गया। इसमें भोले उसरेठे , बबलू पटेल, संजीव पटेल, प्रकाश लखेरा, मनीष चौरसिया, राहुल रजक शामिल थे।
नगर भ्रमण पर निकले गैबीनाथ
स्वयं सिद्ध भगवान गैबीनाथ गत दिवस नगर भ्रमण पर निकले। गैबीनाथ की शाही सवारी की शोभा देखते ही बनती थी। मंदिर समिति की ओर से शामिल मनोरम झांकियां शाही सवारी में आकर्षण का केंद्र थीं। मंदिर परिसर से शुरू होकर शाही सवारी पिसनहारी मढिय़ा, ब्राह्मण मोहल्ला, पुरवा, शाहीनाका, त्रिपुरी चौक होते हुए मंदिर पहुंचकर पूर्ण हुई। शाही सवारी में स्वामी राघवदेवाचार्य, समर्थ भैयाजी सरकार, डॉ. बालगोङ्क्षवद शास्त्री, बृजेश मिश्रा, महंत ताराचंद पांडेय, नरेन्द्र गौतम ने शाही सवारी का नेतृत्व किया। आयोजन में मंदिर समिति के व्यवस्थापक अभय शंकर प्यासी, बीपी अवस्थी, अजय अवस्थी, मनमोहन तिवारी, मोहन अग्रवाल शामिल थे।
घरों में पार्थिव शिवलिंग का किया निर्माण, पूजन किया
गोसलपुर एवं आसपास के समस्त देवालयों में सुबह से रात तक भक्तों का तांता लगा रहा। लोगों ने अपने घरों में पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर विधिविधान से पूजन अर्चन किया। तत्पश्चात स्थानीय रामसागर सरोवर में ढोल बाजों के साथ विसर्जन किया। प्रमुख स्थानों में शिवदत्त धाम मंदिर रेलवे स्टेशन, शिव घाट स्थित प्राचीन शिव मंदिर, पुरानी बावली स्थित शंकर भगवान मंदिर के साथ सूर्य भगवान के मंदिर में पूजन अर्चन किया। कांवड़ यात्रा समिति के डॉक्टर सीताराम विश्वकर्मा, महेश सोनी, मुकेश मोटवानी, संजय खरे, संजय सिंह सेंगर आदि ने सहयोग किया।
नर्मदा जल लेकर पहुंचे और भोलेनाथ का किया अभिषेक
बरगी नगर में सावन माह के अंतिम सोमवार में बरगी नगर स्थित नंदिकेश्वर धाम में दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी कांवडिय़ों ने नर्मदा नदी के जीरो टंकी घाट से जल लिया और नंदीकेश्वर धाम पहुंचे। जहां भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक, पूजन किया गया। इसमें डॉ. एनएस ठाकुर, सीताराम पाठक, पवन बापट, अरविंद अवधिया, संदीप अग्रवाल, विश्व देवी महतो, अशोक पटले, बसंत बर्मन, प्रशांत राजपूत सहित सेकड़ों भक्त शामिल हुए। कांवड़ यात्रा में शामिल गांव के लोगों ने विभिन्न स्थानों पर स्वागत किया।
कांवड़ यात्रा निकाली– मझौली में शिव वराह कांवड़ यात्रा प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी सावन माह के आखिरी सोमवार को सुबह 8.00 बजे कटाव धाम से शुरू हुई। नगर का भ्रमण करते हुए एवं ग्रामों का भ्रमण करते हुए यात्रा भगवान श्री विष्णु वराह मंदिर में संपन्न हुई। पूजन अर्चन करने के बाद प्रसाद वितरण किया गया।
एकादशी पर किया पूजन– ग्राम उमरिया कुड़ारी, टिकरा, पड़वार में सावन सोमवार के अवसर पर गौरी गणेश नवगृह का पूजन पंचोपचार विधि से किया गया। भगवान शिवजी का अभिषेक दूध, दही, पंचामृत, जल से किया गया।