बेलारूस से डंकी रूट के जरिए नीदरलैंड भेजा युवक लापता, 8 महीने बाद पर्चा – Ludhiana News h3>
लुधियाना से पुर्तगाल भेजा गया युवक बीच रास्ते में संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। परिजनों ने ट्रैवल एजेंट से युवक को सही रास्ते से पुर्तगाल भेजने के लिए 5.72 लाख रुपये दिए थे लेकिन आरोपी ट्रैवल एजेंट ने युवक को डंकी रूट से भेजा था। 2024 में ला
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इस मामले में डिवीजन तीन थाने की पुलिस ने ट्रैवल एजेंट और उनकी पत्नी के खिलाफ पर्चा दर्ज किया है। आठ महीने के बाद ये मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, युवक के लापता होने के बाद से आरोपी एजेंट भी अपने परिवार के साथ फरार हो गया है।
शिकायतकर्ता पिता विजय कुमार वासी गुरमेल पार्क ने बताया कि उनके बेटे दीपक कुमार (26 वर्ष) को विदेश भेजने के लिए मई, 2024 में आरोपी ट्रैवल एजेंट वरिंदर सिंह वासी धर्मपुरा (गैंगस्टर ऋषभ बेनीपाल के पिता हैं) से संपर्क किया था। वरिंदर और उसकी पत्नी सुनीता शर्मा ने उन्हें झांसा दिया और वीजा व अन्य खर्चों रके लिए 5,72,500 रुपये लिए थे। 23 जुलाई को परिजनों से बातचीत हुई थी जिसमें दीपक ने बेलारूस पहुंचने की बात बताई थी। उसके आगे नीदरलैंड डंकी रूट से भेजने की बात कही थी।
बेटे के बारे में एंबेसी से संपर्क किया था
विजय कुमार ने बताया कि बेटे दीपक का पता लगाने के लिए उन्होंने मैक्सिको, पुर्तगाल, बेलारूस, रूस व अन्य आसपास के देशों की एंबेसी से संपर्क किया था। लेकिन न तो उनके बेटे दीपक का कुछ पता चला और न ही बाकी 14 युवकों का कुछ पता चला है। उन्होंने कहा कि 8 महीने पहले शिकायत की थी। पिछले 8 महीनों से युवक का पूरा परिवार, उसकी प|ी और 6 साल की बेटी अपने पिता की घर वापिस की उम्मीद लगाए बैठी है, लेकिन युवक कहां है इसका अभी किसी को कुछ नहीं पता है। अब तक परिवार के लोग रब से यही अरदास करते हैं कि उनका दीपक सही सलामत हो।
बेटे को रोकने पर गैंगस्टर ने डराया था
विजय कुमार का आरोप है कि उनकी आरोपी से सही रूट व नियमों के तहत दीपक को पुर्तगाल भेजने का सौदा हुआ था। जब उन्हें पता चला कि दीपक को डंकी रूट से आगे भेजा जाएगा। 23 जुलाई के बाद उनकी दीपक से कोई बात नहीं हुई है। फिर वे आरोपी वरिंदर के पास गए तो आरोपी ने बताया, सभी 15 युवकों को आर्मी ने पकड़ लिया है।
जिन्हें डिपोर्ट कर भारत भेजा जा रहा है। आरोप है कि आरोपी वरिंदर 19 अगस्त की रात को शहर से परिवार समेत गायब है। विजय कुमार का आरोप है कि जब वह मदद के लिए पुलिस के पास गए तो गैंगस्टर ऋषभ बेनीपाल ने शिकायत को वापस लेने के कुछ आदमियों को डराने के लिए उनके पीछे भी भेजा था।
रूस से बेलारूस के लिए 15 लोगों के साथ निकला था
परिजनों ने दीपक को वापस आने को कहा लेकिन आरोपी ने परिजनों से बातचीत कर वापस दीपक को जाने के लिए कहा था। इसके बाद परिजनों का बेटे से संपर्क टूट गया। पिता ने जब एजेंट से अपने बेटे के बारे में पूछा, तो उसे बताया गया कि बेटा बेलारूस से रूस करीब 15 लोगों के साथ जा रहा है। लेकिन इस बीच दीपक का फोन भी बंद हो गया। इसके बाद परिजनों का दीपक का संपर्क नहीं हो सका।
अब उसका कोई अता-पता नहीं है। परिजनों ने अनहोनी का संदेह होने पर लुधियाना पुलिस व सरकार को इस संबंध में पत्र भेजा था। पुलिस ने आठ महीने के बाद ट्रैवल एजेंट वरिंदर सिंह व उसकी प|ी सुनीता पर धोखाधड़ी की धारा में केस दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी प्यारा सिंह ने बताया कि पुलिस कमिश्नर कार्यालय से इस संबंध में शिकायत मार्क होकर आई थी। जांच करने के बाद आरोपियों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।