बुरहानपुर के केला किसानों को मिलेगा फसल बीमा का लाभ: उद्यानिकी मंत्री ने विधानसभा में दी जानकारी, प्रदेश स्तर पर कमेटी गठित – Burhanpur (MP) News h3>
बुरहानपुर जिले के केला किसानों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। उन्हें जल्द ही फसल बीमा का लाभ मिल सकेगा। प्रदेश सरकार ने इस संबंध में एक समिति का गठन किया है। यह जानकारी प्रदेश के उद्यानिकी मंत्री नारायण सिंह कुश्वाह ने विधानसभा में दी। मंत्री का यह
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विधायक मंजू दादू ने उठाया बीमा सुविधा बंद होने का मुद्दा
नेपानगर की विधायक मंजू दादू ने विधानसभा में बुरहानपुर के केला किसानों की फसल बीमा सुविधा बंद होने का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। उन्होंने सदन को बताया कि बुरहानपुर जिले में केले का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है और यहां के किसान इस फसल पर काफी हद तक निर्भर हैं। विधायक ने जानकारी दी कि जिले के किसानों को वर्ष 2018 में एक बार केला फसल का बीमा मिला था, लेकिन उसके बाद से यह महत्वपूर्ण सुविधा बंद कर दी गई है, जिससे किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान की भरपाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सांसद ने भी संसद में उठाया था मामला
विधायक मंजू दादू ने सदन को यह भी बताया कि इस महत्वपूर्ण मुद्दे को इससे पहले बुरहानपुर के सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने भी संसद में उठाया था। सांसद द्वारा मामला उठाए जाने के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री ने इस विषय पर मुख्यमंत्री से चर्चा करने का आश्वासन दिया था।
विधायक ने पूछे सवाल, मंत्री ने दिया योजना लागू करने का आश्वासन
विधानसभा में चर्चा के दौरान विधायक मंजू दादू ने सरकार से कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे। उन्होंने जानना चाहा कि क्या मध्य प्रदेश में पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र की तरह केला फसल बीमा योजना को लागू किया जाएगा। इसके साथ ही, उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों और उनके गांवों की सूची भी मांगी। विधायक ने यह भी पूछा कि सरकार ने इस योजना को लागू करने के लिए कोई निविदा (टेंडर) जारी किए हैं या नहीं। इन सवालों के जवाब में उद्यानिकी मंत्री नारायण सिंह कुश्वाह ने सदन को आश्वासन दिया कि केला फसल बीमा योजना को जल्द ही लागू किया जाएगा, जिससे जिले के केला किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
बीमा से मिलेगी किसानों को सुरक्षा
कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि केला फसल बीमा योजना लागू होने से बुरहानपुर के किसानों को प्राकृतिक आपदाओं जैसे बारिश, आंधी या अन्य कारणों से होने वाले फसल के नुकसान से सुरक्षा मिल सकेगी। वर्तमान में यदि फसल खराब होती है तो किसानों को राजस्व विभाग के नियमों के तहत जो मुआवजा मिलता है, वह अक्सर पर्याप्त नहीं होता है और किसानों की लागत भी नहीं निकल पाती है। बुरहानपुर की पूर्व विधायक अर्चना चिटनीस ने भी तारांकित प्रश्न 222 के माध्यम से इस मुद्दे को उठाया था और इससे पहले भी कई बार किसानों की इस समस्या को सरकार के समक्ष रखा था।
विधायक बोलीं- मुआवजा पर्याप्त नहीं, बीमा योजना जरूरी
विधायक मंजू दादू ने सदन में जोर देकर कहा कि बारिश और आंधी में केला फसल खराब होने पर किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा के तहत बीमा न होने पर राजस्व विभाग के नियम आरबीसी छह चार के तहत जो मुआवजा दिया जाता है, वह किसानों के लिए पर्याप्त नहीं होता। उन्होंने कहा कि किसान फसल को खड़ा करने में जितनी राशि लगाते हैं, कई बार उतनी लागत भी नहीं निकल पाती है। यही कारण है कि जिले के किसान लंबे समय से केला फसल बीमा योजना लागू करने की मांग कर रहे हैं। उद्यानिकी मंत्री ने विधायक के सवालों का जवाब देते हुए बताया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर केला फसल बीमा लागू करने को लेकर एक समिति का गठन किया गया है और इस समिति की बैठक शीघ्र ही आयोजित की जाएगी, जिसके बाद इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।