बीते 17 साल में जनवरी का पहला सप्ताह सबसे ठंडा | The minimum temperature is expected to remain low even further | Patrika News
भोपालPublished: Jan 08, 2023 07:23:35 pm
न्यूनतम तापमान आगे भी कम रहने के आसार
हवा का बदला रुख, तापमान ज्यादा नहीं लुढक़ा,स्कूलों की छुट्टी तक करना पड़ी,स्कूलों की छुट्टी तक करना पड़ी
भोपाल। मध्यप्रदेश में शनिवार की रात सबसे सर्द रही। यहां न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री चला गया। छतों और गाडिय़ों पर ओस जम गई। इस सीजन में नवंबर और दिसंबर के 61 दिन पर जनवरी के शुरुआती 7 दिन भारी पड़ गए। भोपाल में जनवरी के पहले हफ्ते के दिन 17 साल में सबसे ठंडे रहे हैं। यहां औसत अधिकतम तापमान 19.6 डिग्री रहा। मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक, भोपाल में 2006 से लेकर अब तक जनवरी की शुरुआत में दिन इतने ठंडे नहीं रहे। इसके पहले 2011 में दिन का औसत तापमान 20. 2 डिग्री रहा था। भोपाल में शनिवार को दिन में 22.8 डिग्री तापमान रहा, ये शुक्रवार के मुकाबले 3 डिग्री ज्यादा है। जबकि रात में ये 7.3 डिग्री था। रविवार से नया सिस्टम एक्टिव हो गया है। इससे दो दिन तक तापमान सामान्य बना रहेगा। 24 घंटे के बाद तापमान दो से तीन डिग्री बढ़ सकता है। 10 जनवरी से एक और सिस्टम बनेगा। इससे 13 जनवरी को उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बारिश के आसार हैं। इसके कारण 14 जनवरी से मध्यप्रदेश के कई जिलों में तापमान में गिरावट आएगी। यानी ठंड फिर जोर पकड़ लेगी। 72 घंटे में रात के तापमान में सिर्फ 0.1 डिग्री का अंतर आया। पारा 7.3 और 7.4 डिग्री के बीच बना रहा। लगातार तीन दिन तक दिन में पारा 20 डिग्री तक भी नहीं पहुंच सका।
अभी भले ही कड़ाके की ठंड पड़ रही हो, लेकिन दिसंबर में शहर सर्दी को तरस गया। इस सीजन दिसंबर 17 साल में सबसे गर्म रहा। महीने भर ज्यादातर दिन तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से 3-4 डिग्री ज्यादा बना रहा। इसका असर फसलों और फूलों पर भी पड़ा है। सरसों की फसल में फूल और आम में बौर आ गए। जगह-जगह टेसू के फूल भी खिलने लगे। हॉर्टिकल्चर एक्सपर्ट एवं फल अनुसंधान केंद्र के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. आरके जायसवाल ने बताया कि इस बार 15 दिसंबर से ही सरसों के पौधों, आम और खाकरे के पेड़ों में जनन अंग यानी फूल बनने और निकलने की शुरुआत हो चुकी थी। ऐसा दिसंबर में तापमान ज्यादा रहने के कारण हुआ।
अभी भले ही कड़ाके की ठंड पड़ रही हो, लेकिन दिसंबर में शहर सर्दी को तरस गया। इस सीजन दिसंबर 17 साल में सबसे गर्म रहा। महीने भर ज्यादातर दिन तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से 3-4 डिग्री ज्यादा बना रहा। इसका असर फसलों और फूलों पर भी पड़ा है। सरसों की फसल में फूल और आम में बौर आ गए। जगह-जगह टेसू के फूल भी खिलने लगे। हॉर्टिकल्चर एक्सपर्ट एवं फल अनुसंधान केंद्र के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. आरके जायसवाल ने बताया कि इस बार 15 दिसंबर से ही सरसों के पौधों, आम और खाकरे के पेड़ों में जनन अंग यानी फूल बनने और निकलने की शुरुआत हो चुकी थी। ऐसा दिसंबर में तापमान ज्यादा रहने के कारण हुआ।
स्कूलों की छुट्टी तक करना पड़ी
ज्यादा ठंड को देखते हुए भोपाल और इंदौर समेत कई जिलों में स्कूलों की छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं। भोपाल में 6 से 10 जनवरी, इंदौर में 6 से 9 जनवरी तक नर्सरी से 8वीं तक कक्षाओं की छुट्टी रहेगी। नीमच में स्कूलों में शनिवार को नर्सरी से 8वीं क्लास तक के बच्चों की छुट्टी रहेगी। इसके आदेश भी प्रशासन ने जारी कर दिए हैं।
हवा का बदला रुख, तापमान ज्यादा नहीं लुढक़ा
अचानक से हवाओं का रुख बदलने के कारण भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, उज्जैन समेत आधे मध्यप्रदेश में तापमान में गिरावट पर ब्रेक लग गया है। ग्वालियर, चंबल, बुंदेलखंड, बघेलखंड और महाकौशल समेत आधे मध्यप्रदेश में अभी भी ठंड का जोर ज्यादा है। यहां उत्तर से हवाएं सीधे पहुंच रही हैं। रात का पारा यहां 6 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच है। बर्फ जमने की प्रक्रिया 0 से 1 डिग्री सेल्सियस के तापमान में होता है। गाडिय़ों पर और मैदानों में बर्फ जम रही है। इससे खेतों में लगाई गई सब्जी जैसे टमाटर, धनिया में नुकसान ज्यादा हो सकता है। इसके अलावा अन्य फसलों पर फर्क नहीं पड़ेगा।
फ्लाइट्स ढाई घंटे, तो ट्रेनें 12 घंटे तक लेट
कमजोर विजिबिलिटी के चलते हवाई और ट्रेन यातायात पर प्रभाव पड़ रहा है। शनिवार ट्रेनों की लेटलतीफी जहां 12 घंटे तक पहुंच गई, वहीं फ्लाइट्स भी ढाई घंटे तक की देरी से लैंड हो सकीं। सुबह 7 बजकर 25 मिनट पर आने वाली दिल्ली फ्लाइट 9 बजकर 20 मिनट पर पहुंची। इसी तरह सुबह सवा 7 बजे की मुंबई फ्लाइट 9 बजकर 40 मिनट पर लैंड कर सकी। दोपहर के वक्त आने वाली प्रयागराज-भोपाल फ्लाइट भी करीब दो घंटे की देरी से लैंड हुईं। ट्रेनों की बात करें तो सबसे ज्यादा 12 घंटे से ज्यादा की देरी से केरल एक्सप्रेस यहां पहुंची। छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस 2.10 घंटे देरी से आई। जबकि शताब्दी एक्सप्रेस सवा तीन घंटे और भोपाल एक्सप्रेस 8 घंटे 25 मिनट लेट आई। श्रीधाम एक्सप्रेस 9 घंटे 40 मिनट की देरी से भोपाल पहुंची। इस बार जनवरी के पहले सप्ताह में सबसे ज्यादा ठंड खजुराहो में रही। यहां रात का पारा 2 डिग्री तक आ गया। दतिया में 2.5 डिग्री, गुना में 3 डिग्री तो ग्वालियर में 4.2 डिग्री सेल्सियस तक गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात सबसे कम रहा।