बीएमओ की कालर पकड़ी, डॉक्टर को अगवा किया: एक्सीडेंट में घायल के इलाज को लेकर अस्पताल में हंगामा; सांसद का नाम लेकर धमकाया – narmadapuram (hoshangabad) News

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बीएमओ की कालर पकड़ी, डॉक्टर को अगवा किया:  एक्सीडेंट में घायल के इलाज को लेकर अस्पताल में हंगामा; सांसद का नाम लेकर धमकाया – narmadapuram (hoshangabad) News

बीएमओ की कालर पकड़ी, डॉक्टर को अगवा किया: एक्सीडेंट में घायल के इलाज को लेकर अस्पताल में हंगामा; सांसद का नाम लेकर धमकाया – narmadapuram (hoshangabad) News

डाक्टर को भीड़ ने घेर लिया। पुलिस जवान ने छुड़ाकर थोड़ी दूर ले गए।

नर्मदापुरम के बनखेड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार रात एक्सीडेंट केस में घायलों के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। बीएमओ डॉ. जेएस परिहार की कॉलर पकड़कर धक्का-मुक्की की गई। महिला स्टाफ से गालीगलौज कर जान से मारने की धमकियां दी गईं।

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घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं, जिनमें परिजन सांसद दर्शन सिंह चौधरी का नाम लेकर धमकी देते और मेडिकल स्टाफ से अभद्रता करते दिख रहे हैं। इतना ही नहीं वो डॉ. धर्मेंद्र मांझी को जबरदस्ती जननी एक्सप्रेस में बंधक बनाकर सोहागपुर तक ले गए। बता दें नर्मदापुरम नरसिंहपुर लोकसभा सीट से भाजपा सांसद दर्शन सिंह चौधरी का गृहग्राम भी चांदोन है।

आक्रोशित युवक जननी एक्सप्रेस गाड़ी के ड्राइवर सीट पर ही बैठ गया।

लालटा के पास हादसे में घायल हुए थे दो लोग दरअसल, लामटा के पास दो बाइक की टक्कर में तीन लोग घायल हुए थे। एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान चांदोन निवासी लक्ष्मीचंद साहू (41) के रूप में हुई। घायल चंद्रभान साहू (32) और लक्ष्मी प्रसाद साहू (45) को बनखेड़ी अस्पताल लाया गया।

पुलिस ने डॉक्टर को छुड़वाया बनखेड़ी टीआई सुधाकर बारसकर ने सोहागपुर पुलिस को सूचित कर डॉ. मांझी को छुड़वाया। थाना प्रभारी का कहना है कि अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है। लक्ष्मीचंद साहू को बनखेड़ी से नर्मदापुरम लाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया। जिला अस्पताल में रात 11 बजे मृत अवस्था में लाया गया। रविवार को उसका पोस्टमार्टम किया गया।

सांसद बोले- ऐसे मामले में परिजन आक्रोशित हो जाते हैं सांसद दर्शन सिंह चौधरी इस विषय पर जब चर्चा की तो उनका कहना है एक्सीडेंट में दो लोग घायल हुए थे। एक का निधन हो गया है। घायल जल्दी से इलाज कराने की जद्दोजहद कर रहे होंगे। ऐसे मामले में परिजन आक्रोशित हो जाते हैं, गुस्से में गलतियां हो जाती है। डॉक्टर को गाड़ी में बैठकर ले जाने वाली बात की मुझे जानकारी नहीं है।

गुस्से में युवक मेडिकल स्टॉफ और डाक्टर को अपशब्द कहते रहे।

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