बिहार शिक्षक भर्ती : BPSC TRE से नवनियुक्त टीचरों के स्कूल आवंटन को लेकर 3 बार होगा रैंडमाइजेशन h3>
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नवनियुक्त शिक्षकों के विद्यालय आवंटन को लेकर प्रत्येक जिले का रैंडमाइजेशन तीन बार होगा। तीसरी बार का रैंडमाइजेशन अंतिम एवं फाइनल होगा, जिसके आधार पर विद्यालय अध्यापकों का पदस्थापन किया जाएगा। वर्तमान में उपलब्ध शिक्षकों की संख्या एवं छात्रों के नामांकन को देखते हुए विद्यालयवार-विषयवार रेशनलाइजेशन किया जा रहा है। शिक्षकों के पदस्थापन को लेकर राज्य स्तर पर कमेटी भी बनाई गई है। सीसीटीवी की जद में वह कमरा होगा, जहां अधिकारी विद्यालय आवंटन को लेकर रैंडमाइजेशन करेंगे। अपर मुख्य सचिव ने इसे लेकर सभी जिले के शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में ही पदस्थापन करना है और इसमें भी विद्यालय अध्यापकों का पदस्थापन विभागीय सॉफ्टवेयर के माध्यम से रैंडमाइजेशन करते हुए किया जाएगा। इसको ठीक से करने एवं उसके अनुश्रवण के लिए निदेशक माध्यमिक शिक्षा की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है। निदेशक प्राथमिक शिक्षा रविशंकर सिंह, अपर राज्य परियोजना निदेशक बी.ई.पी. संजय कुमार चौधरी, माध्यमिक शिक्षा उप निदेशक अब्दुस सलाम अंसारी कमेटी के सदस्य होंगे। कमेटी प्रत्येक जिले के विद्यालय अध्यापकों का विद्यालय पदस्थापन सॉफ्टवेयर के माध्यम से कराना सुनिश्चित करेगी।
कई छोटे एवं मध्यम श्रेणी के जिलों ने रेशनलाइजेशन का कार्य पूरा कर लिया है। बड़े जिलों में यह कार्य अगले 2 से 3 दिनों में पूरा हो जाने की संभावना है।
BPSC TRE 2 : इन अभ्यर्थियों को भी आयु में 10 वर्ष छूट, डालना होगा CTET व STET का ये वाला नंबर
योगदान करने को शिक्षक नहीं मचाएं आपाधापीअपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि डीईओ अविलंब बैठक कर अपने जिले की रणनीति तैयार कर लें कि 11 नवम्बर से 21 नवम्बर के बीच में कितने चरणों में विद्यालय अध्यापकों को योगदान करा सकते हैं। डीईओ पूर्णतया स्वतंत्र हैं कि प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक में किस तरह अथवा कितने चरणों में योगदान कराना चाहते हैं। प्रत्येक जिले में यह संख्या हजारों में है। अत शिक्षा विभाग के पदाधिकारी उसी प्रकार अभियान मोड में काम करेंगे, जिस प्रकार 2 नवम्बर से पहले औपबंधिक नियुक्ति पत्र निर्गत करने के लिए किया गया था।
इस क्रम में शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारियों-कर्मियों की सभी छुट्टियां रद्द की जाएं एवं यह भी सुनिश्चित किया जाए कि उन्हें किसी अन्य विधि-व्यवस्था संबंधी कार्यों में प्रतिनियुक्त नहीं किया जाए। विद्यालय में योगदान करने के लिए शिक्षक आपाधापी नहीं मचाएं, क्योंकि विद्यालय योगदान की तिथि का उनकी वरीयता से कोई संबंध नहीं है। उनकी वरीयता बिहार लोक सेवा आयोग की मेधा सूची के अनुसार पहले से ही तय हो चुकी है।
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नवनियुक्त शिक्षकों के विद्यालय आवंटन को लेकर प्रत्येक जिले का रैंडमाइजेशन तीन बार होगा। तीसरी बार का रैंडमाइजेशन अंतिम एवं फाइनल होगा, जिसके आधार पर विद्यालय अध्यापकों का पदस्थापन किया जाएगा। वर्तमान में उपलब्ध शिक्षकों की संख्या एवं छात्रों के नामांकन को देखते हुए विद्यालयवार-विषयवार रेशनलाइजेशन किया जा रहा है। शिक्षकों के पदस्थापन को लेकर राज्य स्तर पर कमेटी भी बनाई गई है। सीसीटीवी की जद में वह कमरा होगा, जहां अधिकारी विद्यालय आवंटन को लेकर रैंडमाइजेशन करेंगे। अपर मुख्य सचिव ने इसे लेकर सभी जिले के शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में ही पदस्थापन करना है और इसमें भी विद्यालय अध्यापकों का पदस्थापन विभागीय सॉफ्टवेयर के माध्यम से रैंडमाइजेशन करते हुए किया जाएगा। इसको ठीक से करने एवं उसके अनुश्रवण के लिए निदेशक माध्यमिक शिक्षा की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है। निदेशक प्राथमिक शिक्षा रविशंकर सिंह, अपर राज्य परियोजना निदेशक बी.ई.पी. संजय कुमार चौधरी, माध्यमिक शिक्षा उप निदेशक अब्दुस सलाम अंसारी कमेटी के सदस्य होंगे। कमेटी प्रत्येक जिले के विद्यालय अध्यापकों का विद्यालय पदस्थापन सॉफ्टवेयर के माध्यम से कराना सुनिश्चित करेगी।
कई छोटे एवं मध्यम श्रेणी के जिलों ने रेशनलाइजेशन का कार्य पूरा कर लिया है। बड़े जिलों में यह कार्य अगले 2 से 3 दिनों में पूरा हो जाने की संभावना है।
BPSC TRE 2 : इन अभ्यर्थियों को भी आयु में 10 वर्ष छूट, डालना होगा CTET व STET का ये वाला नंबर
योगदान करने को शिक्षक नहीं मचाएं आपाधापीअपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि डीईओ अविलंब बैठक कर अपने जिले की रणनीति तैयार कर लें कि 11 नवम्बर से 21 नवम्बर के बीच में कितने चरणों में विद्यालय अध्यापकों को योगदान करा सकते हैं। डीईओ पूर्णतया स्वतंत्र हैं कि प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक में किस तरह अथवा कितने चरणों में योगदान कराना चाहते हैं। प्रत्येक जिले में यह संख्या हजारों में है। अत शिक्षा विभाग के पदाधिकारी उसी प्रकार अभियान मोड में काम करेंगे, जिस प्रकार 2 नवम्बर से पहले औपबंधिक नियुक्ति पत्र निर्गत करने के लिए किया गया था।
इस क्रम में शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारियों-कर्मियों की सभी छुट्टियां रद्द की जाएं एवं यह भी सुनिश्चित किया जाए कि उन्हें किसी अन्य विधि-व्यवस्था संबंधी कार्यों में प्रतिनियुक्त नहीं किया जाए। विद्यालय में योगदान करने के लिए शिक्षक आपाधापी नहीं मचाएं, क्योंकि विद्यालय योगदान की तिथि का उनकी वरीयता से कोई संबंध नहीं है। उनकी वरीयता बिहार लोक सेवा आयोग की मेधा सूची के अनुसार पहले से ही तय हो चुकी है।