बिहार पर बाढ़ का खतरा, इंजिनीयर की लापरवाही से ठेकेदार कर रहा जनता की जान से खिलवाड़; मंत्री ने लिया एक्शन

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बिहार पर बाढ़ का खतरा, इंजिनीयर की लापरवाही से ठेकेदार कर रहा जनता की जान से  खिलवाड़; मंत्री ने लिया एक्शन

बिहार पर बाढ़ का खतरा, इंजिनीयर की लापरवाही से ठेकेदार कर रहा जनता की जान से खिलवाड़; मंत्री ने लिया एक्शन

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बिहार पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। गंगा, कोसी और गंडक समेत कई नदियां उफान पर हैं। नेपाल की तराई में अत्यधिक बारिश से उत्तर बिहार की स्थिति और बिगड़ रही है। गंडक नदी में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। कोसी, सोन नदी और फल्गु नदियों में विभिन्न बराजों के पानी का डिस्चार्ज किया जा रहा है।  बाढ़ के खतरे के बीच जल संसाधन विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। मंत्री की कार्रवाई में कई अभियंताओं पर गाज गिरी है। मंत्री ने दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है।

जल संसाधन सह सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा के दरभंगा जिले में तटबंध के निरीक्षण के दौरान कई लापरवाहियां उजागर हुईं जो बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकती हैं। इसे देखते हुए मंत्री ने सख्त कार्रवाई की। बाढ़ से सुरक्षा के कार्यों के लिए बोरे में बालू की जगह मिट्टी का भरा देखकर उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कठोर कार्रवाई करने को कहा। साथ में मौजूद जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने विभाग के अधिकारियों को संवेदक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने, जूनियर इंजीनियर को तुरंत निलंबित करने और सहायक अभियंता एवं कार्यपालक अभियंता से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिये। मंत्री ने वरीय अधिकारियों को हिदायत दी कि बाढ़ से सुरक्षा के कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करें। इसमें किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए।

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मंत्री संजय झा ने शनिवार को दरभंगा और समस्तीपुर जिले में जल संसाधन विभाग द्वारा कार्यान्वित कई कार्यों का स्थल निरीक्षण किया। इसी क्रम में उन्होंने दरभंगा शहर की बाढ़ से सुरक्षा के लिए दरभंगा बागमती नदी के बाएं तट पर एकमी घाट से सिरनिया तक निर्मित 10.5 किमी लंबे तटबंध का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों को तटबंध की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

इसी तटबंध के रास्ते गुजरते समय जल संसाधन मंत्री ने एक स्थान पर बाढ़ सुरक्षात्मक सामग्री का भंडारण देख कर गाड़ी रुकवा दी। बोरे को खुलवाया तो उसमें बालू की जगह मिट्टी मिलने पर कड़ी नाराजगी जतायी। साथ में चल रहे अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने संवेदक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने, संबंधित जेई को तुरंत सस्पेंड करने और सहायक व कार्यपालक अभियंताओं से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिये।

जल संसाधन मंत्री ने दरभंगा समाहरणालय में पांच जिलों- दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, बेगूसराय तथा खगड़िया- में विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही बाढ़ सुरक्षात्मक एवं सिंचाई योजनाओं की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान दो टूक कहा कि विभागीय योजनाओं को समय से पूरा कराने में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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