बिहार के कॉलेज में AK 47 के साए में पढ़ती लड़कियां, लफंगों की दहशत से पुलिस का पहरा, जानें पूरा मामला

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बिहार के कॉलेज में AK 47 के साए में पढ़ती लड़कियां, लफंगों की दहशत से पुलिस का पहरा, जानें पूरा मामला

बिहार के कॉलेज में AK 47 के साए में पढ़ती लड़कियां, लफंगों की दहशत से पुलिस का पहरा, जानें पूरा मामला


पटना: अपराध की वजह से बिहार में दिन-पर-दिन स्थिति बिगड़ती जा रही है। पटना के मनेर में AK 47 के साए में छात्राएं कॉलेज आतीं हैं। ये बिल्कुल हैरान करने वाला मामला है। पटना में जब ये हाल है तो दूर-दराज के जिलों का अंदाजा लगाया जा सकता है। मनेर के कॉलेज में छात्राओं की सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। यहां लड़कियां एके 47 और इंसास रायफल के साए में कॉलेज आती हैं। किसी भी छात्रा के लिए कितना खराब अनुभव रहता होगा, जब उसे बंदूक के साए में पढ़ाई करनी पड़ती है। अंदाजा लगाया जा सकता है।

मनचलों से परेशान कॉलेज की छात्राएं

मनेर में लोकल युवकों ने कॉलेज पर ऐसा कहर बरपाया है कि यहां 80% छात्राएं कॉलेज आना बंद कर दी हैं। जो आ रही हैं, वो भी डर-डर कर कॉलेज पहुंच रही हैं। उन्हें पढ़ाने के लिए AK 47 और इंसास रायफल के साए में पढ़ाया जा रहा है। पुलिसकर्मी सुरक्षा में लगे रहते हैं। इसके बाबजूद इनके गार्जियन इन्हें कॉलेज भेजना नहीं चाहते हैं लेकिन हिम्मत कर कर पढ़ाई को जारी रखने के लिए छात्राएं कॉलेज पहुंच रही हैं। मनेर थाना क्षेत्र के छितनावां का मामला है। यहां अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन नाम के निजी पारा मेडिकल कॉलेज की छात्राएं मनचलों से परेशान हैं।

कॉलेज कैंपस में पुलिस की मौजूदगी

30 जनवरी से लगातार यहां की छात्राओं से छेड़खानी और गलत हरकत की जा रही थी। इतना ही नहीं संस्थान ने जब केस किया तो बदमाशों ने कॉलेज में हमला कर दिया। फायरिंग भी की गई। छात्राओं के साथ अभद्रता किया गया। इस बाबत कॉलेज प्रशासन ने मनेर थाने में लिखित शिकायत दी। जिसके बाद पुलिस ने कॉलेज को सुरक्षा प्रदान की। अब AK 47 और इंसास के निगरानी में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई कराई जा रही है। बच्चों के आने और जाने के समय पुलिस की निगरानी रहती है। पूरे दिन बच्चों की हिफाजत में पुलिस लगी रहती है। कॉलेज के बाहर और कॉलेज के अंदर पुलिस मौजूद रहती है। पुलिस की मौजूदगी हर वक्त नजर आने लगी है। पिछले दो दिनों से कैंपस की निगरानी पुलिस कर रही है। कॉलेज का टाइम ओवर होने के बाद ही पुलिस यहां से हटती है।

लफंगों से परेशान कॉलेज स्टूडेंट और टीचर

कॉलेज प्रशासन की ओर से दानापुर एएसपी से लेकर डीजीपी तक गुहार लगाया गया। अब भी छात्राओं का मानना है कि उन्हें प्रॉपर सुरक्षा नहीं मिल पा रही है। छात्राओं का कहना है कि उनकी पढ़ाई पर इसका प्रभाव पड़ रहा है। बहुत-सी बच्चियां बदमाशों की छेड़खानी की वजह से कॉलेज नहीं आ रही हैं। लोकल गुंडे कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियों और युवकों को पिटाई के साथ छेड़खानी भी करते हैं। यही वजह है कि इस निजी कॉलेज में पढ़ाने वाले शिक्षक, जो दूसरे प्रदेशों से बिहार की छात्राओं को ट्रेंड करने आईं हैं, वो भी डरी हुई हैं। उनका कहना है कि ये डर तब तक रहेगा, जब तक दोषियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर लेती। अब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, पुलिस की मौजूदगी में पढ़ाई हो रही है।

‘सुरक्षा नहीं मिली तो कॉलेज बंद करना पड़ेगा’

प्रबंधन का कहना है कि छात्र और छात्राओं को डर मुक्त पढ़ाई देने का प्रयास हमारी जारी है, हमने पुलिस के पास गुहार लगाया है। थोड़ी सुरक्षा मिली है, अभी और सुरक्षा की जरूरत है ताकि पढ़ाई सुचारू तरीके से चल सके। जो बच्चियां हमारे कॉलेज में नहीं आ रही हैं, उन्हें भी लाने का प्रयास किया जा रहा है। सबसे पहला प्रयास है, हमारे बच्चों और बच्चियों की सुरक्षा। इसके लिए जो कुछ करना पड़ेगा कॉलेज प्रशासन करने को तैयार है। हालात नहीं सुधरे तो डर के साए में कॉलेज चलाना मुश्किल होगा और इसे बंद करना होगा । बरहाल, पुलिस के एके-47 की निगरानी में पढ़ाई जारी है। पुलिस उन दोषियों की भी तलाश कर रही है लेकिन अब तक कोई पकड़ में नहीं आया है। जिसकी वजह से कॉलेज के छात्र और छात्राओं में डर बना हुआ। ऐसे में इनका डर समाप्त करने के लिए पुलिस को बेहतर प्रयास करने चाहिए, नहीं तो एक बार फिर सरकार पर जंगल राज का ठिकरा फूटना तय है।

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