बिहार की सियासत में ‘सुपर सैटरडे’ को होगी दो ‘पावर हाउस’ की भिड़ंत, 400 किमी दूर से छोड़े जाएंगे ‘बयानों के मिसाइल’
वाल्मीकि नगर में अमित शाह तो पूर्णिया में रहेंगे नीतीश-तेजस्वी
बता दें कि अमित शाह का कार्यक्रम दोपहर में शुरू होगा। उसी दिन अमित शाह के रैली स्थल से 400 किलोमीटर से कुछ अधिक दूर पूर्णिया में महागठबंधन की रैली है, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव हिस्सा लेंगे। इसमें महगठबंधन के कांग्रेस और वाम दल जैसे सहयोगी भी शामिल होंगे।
पटना भी आएंगे अमित शाह
प्रदेश के पश्चिम चंपारण में होने वाली रैली को संबोधित करने के बाद अमित शाह कुछ घंटे के लिये प्रदेश की राजधानी पटना में रूकेंगे। पटना में वह किसान मजदूर समागम को संबोधित करेंगे। इसका आयोजन किसान नेता और स्वतंत्रता सेनानी स्वामी सहजानंद सरस्वती के जन्मदिवस के मौके पर किया जा रहा है। बिहार में गृह मंत्री का शाम को तख्त हरमंदिर पटना साहिब जाने और वहां अरदास करने का भी कार्यक्रम है। विश्व प्रसिद्ध गुरुद्वारा उस स्थान पर स्थित है जहां गुरु गोबिंद सिंह का जन्म हुआ था और जहां उनका बचपन बीता है।
महागठबंधन पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप
भारतीय जनता पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग मोर्चा के महासचिव और पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि भाजपा संगठनात्मक शक्ति और वैचारिक प्रतिबद्धता के दो स्तंभों पर खड़ी है और केंद्रीय गृह मंत्री की बिहार यात्रा उसी की पुष्टि है। उन्होंने आरोप लगाया कि दूसरी ओर महागठबंधन ने मुस्लिम तुष्टिकरण का कार्ड खेलने के लिए सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील सीमांचल इलाके को चुना है।
सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का प्रयास करेंगे अमित शाह: आरजेडी
वहीं, महागठबंधन में शामिल उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने भाजपा पर निशाना साधा। मृत्युंज तिवारी ने आरोप लगाया कि पूर्णिया रैली में भाजपा को सत्ता बाहर करने की लड़ाई के लिए बिगुल बजेगा। अमित शाह के दौरे से कुछ खास असर नहीं पड़ेगा। गृह मंत्री के सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का प्रयास करने की संभावना है जो 2024 के चुनावों में भाजपा के लिए एकमात्र उम्मीद है।
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