बिना सहमति के गायब रहने वाले चिकित्सकों पर होगी कार्रवाई

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बिना सहमति के गायब रहने वाले चिकित्सकों पर होगी कार्रवाई

बिना सहमति के गायब रहने वाले चिकित्सकों पर होगी कार्रवाई

सीतामढ़ी। जिले के स्वास्थ्य संस्थानों में अब अवकाश का बहाना व बिना सहमति के ड्यूटी से गायब रहने वाले चिकित्सक व कर्मियों की खैर नहीं होगी। ऐसे सभी चिह्नित चिकित्सकों व कर्मियों के विरुद्ध कठोर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। डीएम रिची पांडेय ने सिविल सर्जन को अवकाश व विभागीय आदेश के बाद भी बिना सहमति के कार्य से अनुपस्थित चल रहे चिकित्सकों व कर्मियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई का आदेश दिया है। जिसमें सदर अस्पताल में अवकाश व बिना सहमति से ड्यूटी से गायब चल रहे आठ महिला चिकित्सक शामिल है। जहां जिला स्वास्थ्य प्रशासन डीएम के निर्देश पर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में विभाग के आदेश के बाद भी अवकाश व बिना सहमति के ड्यूटी से गायब चल रहे चिकित्सकों के विरुद्ध प्रपत्र क गठित कर विभागीय कार्रवाई को लेकर अनुशंसा करने का निर्णय लिया है। ज्ञात हो कि आपके अखबार हिन्दुस्तान ने आदेश के बाद भी चिकित्सक व कर्मी चल रहे अवकाश पर एवं सदर में महिला चिकित्सक लगातार चल रही अनुपस्थित— शीर्षक से प्रमुखता से छापी थी। जिस पर डीएम ने संज्ञान लेकर सिविल सर्जन सुरेश प्रसाद के अनुपस्थिति में प्रभीर सीएस सह एसीएमओ डॉ.जेड जावेद को बुलाकर सदर अस्पातल के उपाधीक्षक व अन्य स्वास्थ्य संस्थानों के द्वारा भेजे गए प्रतिवेदन की समीक्षा की। साथ ही अवकाश व बिना सहमति के गायब चल रहे चिकित्सक व कर्मियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई का आदेश दिया गया।

गायब चल रहे चिकित्सकों के विरुद्ध प्रपत्र क गठित कर समुचित स्वास्थ्य संचालन को लेकर चिकित्सकों की की जाएगी मांग:

प्रभारी सीएस व एसीएमओ ने बताया डीएम के निर्देश पर सदर अस्पताल के अवकाश व बिना सहमति के ड्यूटी से गायब चल रहे आठ महिला चिकित्सक समेत अन्य स्वास्थ्य संस्थान के भी अवकाश व बिना सहमति के ड्यूटी से गायब चल रहे चिकित्सकों के विरुद्ध प्रपत्र क गठित कर समुचित स्वास्थ्य संचालन को लेकर चिकित्सकों की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि क्योंकि समीक्षा में देखा गया है कि कुछ चिकित्सक लंबे समय से अवकाश पर हैं। जिसमें अवकाश के आवेदन में कोई समय सीमा नहीं है। ऐसे में स्वास्थ्य संस्थान प्रभावित हो रहा है। विभाग समझती है कि स्वास्थ्य संस्थान में उपयुक्त स्ट्रैन्थ है। लेकिन नियुक्ति के बाद सीधे अवकाश पर जाने से स्वास्थ्य संस्थान का कामकाज प्रभावित हो रहा है। एसीएमओ ने कहा समीक्षा में यह निर्णय लिया गया कि जबतक विभाग को यह जानकारी नहीं मिलेगी कि स्वास्थ्य संस्थान में उपयुक्त चिकित्सक उपस्थित नहंीं रह रहे हैं। तब तक विभाग की ओर से अन्य कोई वैकल्पिक व्यवस्था नही कर पायेगी। जिसके लिए सबों के विरुद्ध प्रपत्र क गठित कर विभागीय कार्रवाई करने की अनुशंसा आवश्यक है। एसीएमओ ने बताया कि सदर अस्पताल से लगातार जन शिकायत आती रहती है। जिस बावत डीएम ने पत्र लिखकर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक एवं अस्पताल प्रबंधक को हिदायत देने का आदेश दिया है।

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