बिजयनगर रेप-ब्लैकमेल कांड में सीबीआई जांच की मांग, बाजार बंद: SIT की कमान आईपीएस को सौंपी, व्यापारियों ने प्रतिष्ठान बंद रखे; पुलिस का जाब्ता तैनात – Ajmer News h3>
ब्यावर जिले के बिजयनगर में रेप- ब्लैकमेल कांड को लेकर पिछले 36 दिन से विरोध जारी है। शनिवार को भी इसी मामले में सर्व हिंदू समाज संघर्ष समिति की ओर से बिजयनगर बंद किया गया।
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हिन्दू संगठनों की ओर से मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग की जा रही है। ऐसे में शहर में पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। इधर, अजमेर रेंज DIG ने SIT जांच के लिए इंचार्ज बदल दिया है। अब आईपीएस अभिषेक अंदासु को मामले की जांच की कमान दी गई है। सीओ सज्जन सिंह और थाना प्रभारी करण सिंह लगातार मामले में मॉनिटरिंग कर रहे हैं। बता दें कि मामले में अब तक 16 को पकड़ा जा चुका है। जिनमें से 5 नाबालिग हैं।
तस्वीर, आरोपियों की पेशी के दौरान की है। जब वकीलों ने पुलिस के सामने ही आरोपियों को पीट दिया था।
सीबीआई जांच की मांग, SIT की कमान आईपीएस को
मामले को लेकर शनिवार को बिजयनगर व्यापारियों ने बाजार बंद रखे। इससे पहले हिंदू संघर्ष समिति के सदस्यों ने शहर में रैली निकाल कर बाजार को बंद करवाया। इसके साथ ही मांग राखी कि पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए।
अजमेर रेंज डीआईजी ओम प्रकाश ने मामले की जांच SIT के प्रभारी के रूप में आईपीएस अधिकारी अभिषेक अंदासु को सौंपी है। अभिषेक आईटी बॉम्बे से पास आउट हैं और साइबर मामलों के स्पेशलिस्ट माने जाते हैं। इससे पहले एसआईटी का इंचार्ज एडिशनल एसपी अभय कमांड नेम सिंह को बनाया गया था।
बिजयनगर थाना पुलिस मामले में अब तक कुल 16 आरोपियों को पकड़ चुकी है। इनमें से 11 आरोपी जेल में हैं और 5 नाबालिग बाल सुधार गृह में हैं। SIT टीम में एडिशनल एसपी ब्यावर, मसूदा सीओ, दो थाना अधिकारी, एक सब इंस्पेक्टर को शामिल किया गया है।
जानकारी देते हुए आईपीएस अभिषेक ने कहा कि
पूरे मामले में गहनता से जांच की जाएगी। अगर इस दौरान कुछ खामियां दिखाई दी तो उन्हें पूरा किया जाएगा।
फोटोज में देखिए 36 दिन में क्या-क्या हुआ?
15 फरवरी को बिजयनगर थाने में मामला दर्ज हुआ था। हिंदू संगठन के लोग थाने पर प्रदर्शन करने पहुंचे थे। इसके साथ ही शाम 6 बजे तक का अल्टीमेटम दिया था।
18 फरवरी को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान वकीलों ने पुलिस के घेरे में चल रहे आरोपियों को पीट दिया था।
20 फरवरी को कैफे के बाहर हुए अवैध निर्माण को तोड़ा गया। इसी कैफे में बच्चियों के साथ हैवानियत हुई थी।
15 फरवरी को मामला आया था सामने
दरअसल, 15 फरवरी को बिजयनगर थाने में एक नाबालिग ने मामला दर्ज कराया था। उसके बाद एक और नाबालिग ने मामला दर्ज कराया था। फिर तीन लड़कियों के पिता की ओर से भी रिपोर्ट दी गई थी। आरोप है कि ये प्राइवेट स्कूल में पढ़ रही नाबालिग लड़कियों का रेप और अश्लील फोटो-वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहे थे। जबरन कलमा पढ़ने, रोजा रखने और धर्मांतरण के लिए विवश कर रहे थे। पुलिस ने पॉक्सो सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
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राजनेता…टेंपो ड्राइवर….पेंटर…हमाल…और गैराज में हेल्पर
ये प्रोफाइल हैं बिजयनगर रेप-ब्लैकमेल कांड के आरोपियों की।
NEWS4SOCIALने अब तक सामने आए आरोपियों की प्रोफाइल खंगाली। सामने आया कि बिजयनगर (ब्यावर) में स्कूल गर्ल्स को फंसाने वाले धर्मांतरण गैंग की मुख्य कड़ी एक पूर्व पार्षद है। उसने मजहब का सहारा लेकर वेल्डिंग, पेंटिंग और हमाली करने वालों को इस घिनौने प्लान में शामिल किया। (पढ़िए पूरी खबर)