बाथरूम में मोबाइल की आदत बना रही पेट रोगी: कानपुर मेडिकल कॉलेज में 18 से 40 साल के मरीजों की स्क्रीनिंग बात आई सामने – Kanpur News h3>
डॉ. विनय सचान।
बाथरूम के अंदर अगर आप भी मोबाइल देखते है तो ये खबर आपके लिए ही है। इससे कई गंभीर बीमारी को आप दावत दें रहे हैं। अगर ऐसा करते है तो आपको अभी से सावधान हो जाने की जरूरत है।
.
ये आदद आपको पेट का रोगी बना देगी। शुरू में कुछ समझ में नहीं आता है लेकिन धीरे-धीरे ये मर्ज काफी बड़ जाता है।
कानपुर मेडिकल कॉलेज में हुई स्क्रीनिंग
गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज, कानपुर के गैस्ट्रो विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विनय सचान ने 18 से 40 साल के मरीजों की स्क्रीनिंग कर एक रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट में देखा गया है कि जो लोग बाथरूम में मोबाइल ले जाते थे उनमें कब्ज व पाचन तंत्र गड़बड़ाने की तकलीफ ज्यादा है।
कम उम्र में पाइल्स की शिकायत
कम आयु में ही लोगों को पाइल्स की शिकायत हो रही हैं। इसके अलावा मानसिक रूप से भी तमाम परेशानियां झेल रहे हैं। गैस्ट्रो विभाग की ओर से 240 मरीजों की स्क्रीनिंग कर ये रिपोर्ट तैयार की गई है।
जानिए क्या पड़ता है प्रभाव
डॉ. सचान ने बताया कि दिमाग मोबाइल पर व्यस्त होने से बाथरूम में जरूरत से ज्यादा समय लगता है। इस वजह से पेट पूरी तरह से साफ नहीं हो पाता है। ये ही कारण है कि 80 फीसदी को जवानी में ही कब्ज व पाचन तंत्र की शिकायत होने लगती है।
लंबे समय से तकलीफ के कारण आगे चल ये पाइल्स का भी रूप ले लेती है। 45 फीसदी युवतियां भी इस आदत के कारण तमाम परेशानियां झेल रही हैं। आंत, मांसपेशी और दिमाग का नहीं मिलता ताल मेल
डॉ. विनय सचान के अनुसार, मोशन के लिए आंत, मांसपेशी संग दिमाग का आपसी ताल मेल नहीं मिल पाता है। दिमाग से संकेत मिलने के बाद आंत और मांसपेशी मोशन का रास्ता खोलती हैं। मोबाइल बाथरूम में ले जाने से दिमाग मोबाइल पर ही व्यस्त रहता है। आंत और मांसपेशी मोशन का दिमाग से संकेत पाने का इंतजार करती है। इसी चक्कर में बाथरूम में जरूरत से ज्यादा समय लग रहा है। इस तरह से करें बचाव
– बाथरूम में मोबाइल न ले जाएं – पेट संबंधी दिक्कत पर तुरंत सचेत हों
– कोई भी दवा मेडिकल स्टोर से लेकर न खाए
– दिक्कत शुरू होते है डॉक्टर से परामर्श ले।
– बाथरूम में ज्यादा समय तक न बैठे