बाड़मेर में तूफानी बारिश, 700 गांवों में अंधेरे में डूबे, अलग-अलग जगह बिजली गिरने से 7 लोगों की मौत | rajasthan weather update rain in barmer 7 people died due to lightning at different places | Patrika News h3>
जिले के चार उपखंड में सबसे अधिक नुकसान हुआ। यहां पर 57 जीएसएस तूफानी बारिश से क्षतिग्रस्त होने से बंद हो गए। इससे करीब 700 से अधिक गांवों में अंधेरे में डूब गए। डिस्कॉम ने बुधवार शाम तक 600 गांवों में बिजली बहाल करने का दावा किया। इस बीच 100 से अधिक गांव अब भी अंधेरे में है।
मौसम विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटों में बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर और झालावाड़ जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश दर्ज की गई है। पूर्वी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश सज्जनगढ़ बांसवाड़ा में 109 मिमी जबकि पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में 51.5 मिमी दर्ज की गई है। वहीं बुधवार सुबह आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक संगरिया मं 1.5 मिमी, चित्तौडगढ़़ में 1.0 मिमी, बूंदी में 29.0 मिमी, टोंक में 6.0 मिमी,बांसवाड़ा में 1.0 मिमी,धौलपुर में 6.5 मिमी, कोटा में 0.2 मिमी और वनस्थली में 2.0 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई।
आगे क्या
मौसम विभाग के गुरुवार 7 जुलाई से राज्य के उत्तरी भागों में भी बारिश का दौर शुरू होगा। 7,8,9 और 10 जुलाई के दौरान भरतपुर, जयपुर, बीकानेर, अजमेर संभाग सहित अधिकतर स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश होने की प्रबल संभावना है। इस दौरान राज्य में कहीं-कहीं भारी बारिश और एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की भी प्रबल संभावना है। वहीं 12 और 13 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक और नया कम दबाव का क्षेत्र बनने से राज्य में बारिश की गतिविधियां आगामी सप्ताह में भी जारी रहने की संभावना है। गुरुवार को अजमेर, भीलवाड़ा और शुक्रवार को भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़, राजसमंद और उदयपुर में अति भारी बारिश होने की संभावना है। इन जिलों के अलावा बूंदी, बारां, झालावाड़, कोटा,टोंक, सिरोही,प्रतापगढ़, चित्तौडगढ़़ में बारिश होने की संभावना जताते हुए इन जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बिजली गिरने से सात लोगों की मौत
कोटा संभाग में विभिन्न स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं टोंक जिले के डिग्गी थाना क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से दो सगी बहनों की मौत हो गई।
कोटा जिले के इटावा क्षेत्र के डूंगरली गांव में हेमराज बैरवा खेत पर काम करते समय बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खड़ा था। बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई।
बूंदी जिले के करवर क्षेत्र के अरियाली गांव में खेत पर किसान रमेश मीणा (45) की मौत भी बिजली गिरने से हुई। वहीं देई थाना क्षेत्र के पीपल्या गांव में बिजली गिरने से सुसाडिया निवासी भैरूलाल प्रजापत (25) की मौत हो गई। रोणिजा बांध के पास में बिजली गिरने से 32 बकरियां व 8 भेड़ों की मौत हो गई है। बरूंधन व भंडेड़ा में आकाशीय बिजली गिरने से दो भैंस की मौत हो गई।
बारां जिले के मांगरोल क्षेत्र के सीमल्या गांव निवासी दिलकुश मीणा (23) पर खेत पर बिजली गिरने से मौत हो गई। वहीं, मुंडियर के नजदीकी ग्राम पंचायत बीची के बलारपुर में बिजली गिरने से खेत पर कार्य कर रही गुड्डी बाई की बिजली गिरने से मौत हो गई।
मालपुरा. डिग्गी थाना क्षेत्र स्थित अलीयारी ग्राम पंचायत के बाहेड़ा गांव में आकाशीय बिजली गिरने से दो सगी बहनों की मौत हो गई। डिग्गी थाना प्रभारी सत्यनारायण जाट ने बताया कि मृतक बहनें हेमा (22) तथा उसकी बहन कोमल (18) पुत्री रामकिशोर जांगिड़ है। वह खेत में काम करने गई थी।
जिले के चार उपखंड में सबसे अधिक नुकसान हुआ। यहां पर 57 जीएसएस तूफानी बारिश से क्षतिग्रस्त होने से बंद हो गए। इससे करीब 700 से अधिक गांवों में अंधेरे में डूब गए। डिस्कॉम ने बुधवार शाम तक 600 गांवों में बिजली बहाल करने का दावा किया। इस बीच 100 से अधिक गांव अब भी अंधेरे में है।
मौसम विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटों में बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर और झालावाड़ जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश दर्ज की गई है। पूर्वी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश सज्जनगढ़ बांसवाड़ा में 109 मिमी जबकि पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में 51.5 मिमी दर्ज की गई है। वहीं बुधवार सुबह आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक संगरिया मं 1.5 मिमी, चित्तौडगढ़़ में 1.0 मिमी, बूंदी में 29.0 मिमी, टोंक में 6.0 मिमी,बांसवाड़ा में 1.0 मिमी,धौलपुर में 6.5 मिमी, कोटा में 0.2 मिमी और वनस्थली में 2.0 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई।
आगे क्या
मौसम विभाग के गुरुवार 7 जुलाई से राज्य के उत्तरी भागों में भी बारिश का दौर शुरू होगा। 7,8,9 और 10 जुलाई के दौरान भरतपुर, जयपुर, बीकानेर, अजमेर संभाग सहित अधिकतर स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश होने की प्रबल संभावना है। इस दौरान राज्य में कहीं-कहीं भारी बारिश और एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की भी प्रबल संभावना है। वहीं 12 और 13 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक और नया कम दबाव का क्षेत्र बनने से राज्य में बारिश की गतिविधियां आगामी सप्ताह में भी जारी रहने की संभावना है। गुरुवार को अजमेर, भीलवाड़ा और शुक्रवार को भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़, राजसमंद और उदयपुर में अति भारी बारिश होने की संभावना है। इन जिलों के अलावा बूंदी, बारां, झालावाड़, कोटा,टोंक, सिरोही,प्रतापगढ़, चित्तौडगढ़़ में बारिश होने की संभावना जताते हुए इन जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बिजली गिरने से सात लोगों की मौत
कोटा संभाग में विभिन्न स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं टोंक जिले के डिग्गी थाना क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से दो सगी बहनों की मौत हो गई।
कोटा जिले के इटावा क्षेत्र के डूंगरली गांव में हेमराज बैरवा खेत पर काम करते समय बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खड़ा था। बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई।
बूंदी जिले के करवर क्षेत्र के अरियाली गांव में खेत पर किसान रमेश मीणा (45) की मौत भी बिजली गिरने से हुई। वहीं देई थाना क्षेत्र के पीपल्या गांव में बिजली गिरने से सुसाडिया निवासी भैरूलाल प्रजापत (25) की मौत हो गई। रोणिजा बांध के पास में बिजली गिरने से 32 बकरियां व 8 भेड़ों की मौत हो गई है। बरूंधन व भंडेड़ा में आकाशीय बिजली गिरने से दो भैंस की मौत हो गई।
बारां जिले के मांगरोल क्षेत्र के सीमल्या गांव निवासी दिलकुश मीणा (23) पर खेत पर बिजली गिरने से मौत हो गई। वहीं, मुंडियर के नजदीकी ग्राम पंचायत बीची के बलारपुर में बिजली गिरने से खेत पर कार्य कर रही गुड्डी बाई की बिजली गिरने से मौत हो गई।
मालपुरा. डिग्गी थाना क्षेत्र स्थित अलीयारी ग्राम पंचायत के बाहेड़ा गांव में आकाशीय बिजली गिरने से दो सगी बहनों की मौत हो गई। डिग्गी थाना प्रभारी सत्यनारायण जाट ने बताया कि मृतक बहनें हेमा (22) तथा उसकी बहन कोमल (18) पुत्री रामकिशोर जांगिड़ है। वह खेत में काम करने गई थी।