बड़ी सुविधा: सरकार ने चना खरीदी की सीमा बढ़ाकर 40 क्विंटल की, जानिए किसानों को क्या होगा लाभ | Government will buy 40 quintals of gram | Patrika News h3>
सरकार ने दी छूट
भोपाल
Published: April 14, 2022 08:18:31 pm
भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों को बड़ी सुविधा देते हुए चना खरीदी की सीमा बढ़ा दी है. न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अब प्रदेश में किसानों से एक बार में 40 क्विंटल चना खरीदा जाएगा। इस संबंध में मध्यप्रदेश सरकार का केंद्रीय कृषि मंत्रालय से उपार्जन की सीमा बढ़ाने का अनुरोध स्वीकार कर लिया गया है। इससे किसानों को खासी राहत मिली है।
प्रदेश में अभी तक एक बार में चना खरीदी की मात्रा 25 क्विंटल निर्धारित थी। इस कारण इससे ज्यादा चना बेचने के लिए किसानों को कम से कम दो बार मंडी आना पड़ता था। इससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा था। वहीं इससे समय भी बर्बाद हो रहा था। किसानों की यह दिक्कत देखते हुए राज्य सरकार ने केंद्र से चना उपार्जन की सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया था। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से एक बार में 40 क्विंटल चना बेचने की छूट देने का आग्रह किया था जिसपर उन्होंने आदेश जारी करवा दिए। इसके बाद प्रदेश के सभी उपार्जन केंद्रों को इसकी सूचना दे दी गई है।
प्रदेश में इस बार समर्थन मूल्य पर चना खरीदी का काम 21 मार्च से एक हजार 101 केंद्रों पर प्रारंभ हो चुका है। इसके लिए कुल सात लाख 43 हजार 487 किसानों ने पंजीयन कराया है। उपज बेचने के लिए एक लाख 34 हजार 962 किसानों को एसएमएस किए गए हैं। इनमें से 11 हजार 266 किसानों ने 18 हजार 285 मीट्रिक टन चना बेच दिया है। मध्यप्रदेश में इस बार 5230 रुपये प्रति क्विंटल की दर से चना खरीदी की जा रही है। इस बार सरकार ने आठ लाख 67 हजार मीट्रिक टन चना खरीदी का लक्ष्य रखा है। प्रदेश में इस बार 21 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में चना की बोवनी हुई है।
अभी तक किसान एक बार में 25 क्विंटल चना ही बेच सकता था। इसकी वजह से उसे दो बार उपार्जन केंद्र आना पड़ रहा था। इससे आर्थिक तौर पर नुकसान हो रहा है। पिछले साल भी यह समस्या आई थी, तब सरकार की पहल पर केंद्र सरकार ने 40 क्विंटल चना एक बार में लेने की व्यवस्था बना दी थी लेकिन इस बाद जब उपार्जन का काम शुरू हुआ तो फिर पुरानी व्यवस्था लागू हो गई। इसको लेकर कृषि विभाग ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था।
एक ट्राली में करीब 40 क्विंटल चना आता है। किसान ट्राली भरकर ही उपार्जन केंद्र पहुंचता है लेकिन 25 क्विंटल की सीमा होने के कारण बाकी उपज वापस ले जानी पड़ती है। उसे चना बेचने दोबारा आना पडता है जिससे आने-जाने और मजदूरी का खर्च बढ़ जाता है। अतिरिक्त समय भी लगता है। अब ये दिक्कतें खत्म हो जाएंगी।
अगली खबर

सरकार ने दी छूट
भोपाल
Published: April 14, 2022 08:18:31 pm
भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों को बड़ी सुविधा देते हुए चना खरीदी की सीमा बढ़ा दी है. न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अब प्रदेश में किसानों से एक बार में 40 क्विंटल चना खरीदा जाएगा। इस संबंध में मध्यप्रदेश सरकार का केंद्रीय कृषि मंत्रालय से उपार्जन की सीमा बढ़ाने का अनुरोध स्वीकार कर लिया गया है। इससे किसानों को खासी राहत मिली है।
प्रदेश में अभी तक एक बार में चना खरीदी की मात्रा 25 क्विंटल निर्धारित थी। इस कारण इससे ज्यादा चना बेचने के लिए किसानों को कम से कम दो बार मंडी आना पड़ता था। इससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा था। वहीं इससे समय भी बर्बाद हो रहा था। किसानों की यह दिक्कत देखते हुए राज्य सरकार ने केंद्र से चना उपार्जन की सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया था। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से एक बार में 40 क्विंटल चना बेचने की छूट देने का आग्रह किया था जिसपर उन्होंने आदेश जारी करवा दिए। इसके बाद प्रदेश के सभी उपार्जन केंद्रों को इसकी सूचना दे दी गई है।
प्रदेश में इस बार समर्थन मूल्य पर चना खरीदी का काम 21 मार्च से एक हजार 101 केंद्रों पर प्रारंभ हो चुका है। इसके लिए कुल सात लाख 43 हजार 487 किसानों ने पंजीयन कराया है। उपज बेचने के लिए एक लाख 34 हजार 962 किसानों को एसएमएस किए गए हैं। इनमें से 11 हजार 266 किसानों ने 18 हजार 285 मीट्रिक टन चना बेच दिया है। मध्यप्रदेश में इस बार 5230 रुपये प्रति क्विंटल की दर से चना खरीदी की जा रही है। इस बार सरकार ने आठ लाख 67 हजार मीट्रिक टन चना खरीदी का लक्ष्य रखा है। प्रदेश में इस बार 21 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में चना की बोवनी हुई है।
अभी तक किसान एक बार में 25 क्विंटल चना ही बेच सकता था। इसकी वजह से उसे दो बार उपार्जन केंद्र आना पड़ रहा था। इससे आर्थिक तौर पर नुकसान हो रहा है। पिछले साल भी यह समस्या आई थी, तब सरकार की पहल पर केंद्र सरकार ने 40 क्विंटल चना एक बार में लेने की व्यवस्था बना दी थी लेकिन इस बाद जब उपार्जन का काम शुरू हुआ तो फिर पुरानी व्यवस्था लागू हो गई। इसको लेकर कृषि विभाग ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था।
एक ट्राली में करीब 40 क्विंटल चना आता है। किसान ट्राली भरकर ही उपार्जन केंद्र पहुंचता है लेकिन 25 क्विंटल की सीमा होने के कारण बाकी उपज वापस ले जानी पड़ती है। उसे चना बेचने दोबारा आना पडता है जिससे आने-जाने और मजदूरी का खर्च बढ़ जाता है। अतिरिक्त समय भी लगता है। अब ये दिक्कतें खत्म हो जाएंगी।
अगली खबर