बटाला पुलिस स्टेशन पर आतंकी हमले का दावा: खालिस्तान समर्थक ने पोस्ट कर लिखा- रॉकेट लॉन्चर से किया हमला, पीलीभीत एनकाउंटर है वजह – Gurdaspur News h3>
ब्लास्ट के बाद मौके पर जांच के लिए पहुंची पुलिस पार्टी ने रास्ता बंद कर दिया था। किसी कोई भी क्राइम सीन के आसपास जाने की अनुमति नहीं थी।
पंजाब के बटाला में किला लाल सिंह पुलिस स्टेशन के पास रात करीब 12:35 बजे आतंकियों ने हमला किया। यह दावा खालिस्तान समर्थक आतंकियों द्वारा शेयर की गई पोस्ट में किया गया है। जिसमें कहा गया कि बटाला की उक्त पुलिस चौकी पर हमला खालिस्तानी आतंकी हैप्पी पासिय
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तेज धमाके से आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया। किला लाल सिंह के निवासियों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि बीती रात 3 जोरदार धमाके सुने गए। हालांकि पुलिस ने इस संबंध में कोई स्पष्ट बयान जारी नहीं किया है। यह धमाका बटाला के फतेहगढ़ चूड़ियां कस्बे में किला लाल सिंह पुलिस स्टेशन के सामने से गुजर रही नहर के पास हुआ।
स्थानीय लोगों ने धमाके की आवाज सुनी, जिससे इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस ने रात से ही थाने के आसपास के इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। हालांकि पुलिस अभी धमाके के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दे रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
खालिस्तान समर्थक आतंकियों द्वारा शेयर की गई पोस्ट
खालिस्तानी संगठन की ओर से की गई पोस्ट में लिखा है- वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह… बटाला के निकट किला लाल सिंह गांव के पुलिस स्टेशन पर कल रात रॉकेट लांचर से हमला हुआ। उसकी जिम्मेदारी मैं हैप्पी पासियां, मन्नू अगवान और गोपी नवांशहरिया लेते हैं।
ये यूपी पीलीभीत और बटाला में पुलिस द्वारा किए गए एनकाउंटरों का बदला था। एनकाउंटर की कार्रवाई के दौरान मुंशी से लेकर पुलिस अधिकारी तक सभी पुलिसकर्मियों के नाम, जिनका नाम एफआईआर में होगा, हम उन्हें 31 तारीख तक भाजी मोड़ेंगे (उनके किए की सजा देना)।
मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि ये हमले तब तक जारी रहेंगे जब तक यह गंदी पुलिस सिख समुदाय पर अत्याचार करना बंद नहीं करेगी। हमारी सरकार के अत्याचारियों को इसी तरह जवाब मिलता रहेगा और अब सिखों को अपनी गुलामी का एहसास हो जाना चाहिए। हममें से बाकी लोग और हमारा संगठन सरकार को एक घोषणा देना चाहते हैं। दिल्लीवासियों, हिम्मत रखो, सिंह समुदाय की रक्षा के लिए मैदान में उतर आए हैं। बहुत जल्द ही मिलते हैं।
मौके पर जांच के लिए पहुंची टीमें।
पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकी मारे गए थे
UP के पीलीभीत पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र में 3 खालिस्तानी आतंकियों को 23 दिसंबर 2024 को एनकाउंटर में मार गिराया गया था। पीलीभीत पुलिस और पंजाब पुलिस ने यह एनकाउंटर किया था। सभी आतंकी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के सदस्य थे। इन्होंने 19 दिसंबर को पंजाब के गुरदासपुर जिले में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड से हमला किया था।
आतंकियों के पास से 2 एके-47 राइफल, 2 ग्लॉक पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए थे। मारे गए आतंकियों में गुरदासपुर के बटाला के रहने वाले गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह शामिल थे।
एनकाउंटर के दौरान पुलिस और आतंकियों के बीच कुल 100 से ज्यादा राउंड फायरिंग हुई थी। 30 मिनट पूरा एरिया गोलियां की गड़गड़ाहट से गूंज उठा था। आतंकियों के पास AK 47 थीं।
पंजाब- हरियाणा में 15 से ज्यादा पुलिस थानों पर ग्रेनेड से हमला
बता दें कि यह पहली घटना नहीं है जिसमें किसी पुलिस थाने के अंदर या उसके आस-पास धमाका हुआ हो। पंजाब और हरियाणा में करीब 15 ऐसे हमले हो चुके हैं। जिसमें पुलिस थानों, पुलिस चौकियों और कुछ लोगों के घरों को निशाना बनाया गया। सभी मामलों में पुलिस ने यही जवाब दिया कि यह आतंकी हमला नहीं था। लेकिन बाद में जांच के बाद हर मामले की जांच आतंकी हमले के एंगल से की गई।
मिली जानकारी के मुताबिक ये सभी आतंकी हमले खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा ने किए थे। इनमें से ज्यादातर की जिम्मेदारी अमेरिका में बैठे आतंकी हैप्पी पासियां और गोपी नवशरिया ने ली थी।
आतंकी पासियां पर एनआईए ने 5 लाख रिवॉर्ड घोषित किया था।
कौन है हैप्पी पासियां, जो आतंकी हमले करवा रहा
हरप्रीत सिंह, जिसे ‘हैप्पी पासियां’ के नाम से जाना जाता है, एक अमेरिकी नागरिक है जो बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के साथ जुड़ा है। उस पर सितंबर 2024 में चंडीगढ़ में एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी के घर पर ग्रेनेड हमले की साजिश रचने का आरोप है, जिसे पाकिस्तान में रह रहे आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फ ‘रिंदा’ के साथ मिलकर अंजाम दिया गया था।
हैप्पी पासियां अमृतसर के अजनाला के गांव पासियां का रहने वाला है। आतंकी अर्श डल्ला की कनाडा में गिरफ्तारी की चर्चा के बाद एक दम से पासियां एक्टिव हुआ और पंजाब के थानों में ग्रेनेड हमले का सिलसिला शुरू हो गया। एक के बाद एक पंजाब में कुल 12 ग्रेनेड हमले और 1 आईईडी हमले की कोशिश हुई है।
अर्श डल्ला की गिरफ्तारी के बाद एक्टिव हुआ पासियां
कनाडा में मारे गए खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के आतंकी संगठन को चला रहे अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला को 28 अक्टूबर 2024 को कनाडा के मिल्टन शहर में एक शूटआउट के दौरान गोली लगी थी। इसके बाद उसे वहां पर गिरफ्तार कर लिया गया था।
हालांकि, बाद में उसे जमानत मिल गई। डल्ला खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के लिए काम कर रहा था। डल्ला की गिरफ्तारी के बाद पंजाब में पासियां एक्टिव हो गया। उसने अपने साथी गोपी नवांशहरिया के साथ मिलकर खालिस्तानी गतिविधियों को अंजाम देना शुरू कर दिया है।