बक्सर से लोकसभा हारे आनंद मिश्रा जन सुराज से विधानसभा लड़ेंगे? प्रशांत किशोर के साथ दिखे h3>
हाल ही में प्रशांत किशोर की जनसुराज में शामिल हुए पूर्व आईपीएस और बक्सर से निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ने वाले आनंद मिश्रा एक बार फिर से पीके के साथ दिखे हैं। आरा जिले के भोजपुर में जनसुराज की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रशांत किशोर और आनंद मिश्रा साथ नजर आए। जिसके बाद से उनके बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई है। बक्सर से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले आनंद मिश्रा को हार का सामना करना पड़ा था। वो चौथे नंबर पर रहे थे।
बक्सर सीट से आरजेडी के सुधाकर सिंह जीतने में सफल रहे थे। जिन्हें 438345 वोट मिले थे। उन्हें बीजेपी प्रत्याशी मिथलेश तिवारी से कड़ी टक्कर मिली थी। वहीं आनंद मिश्रा को महज 47 हजार वोट हासिल हुए थे। और उसका सांसदी जीतने का सपना अधूरा रहा था। लेकिन अब लगता है कि प्रशांत किशोर उन्हें विधायकी लड़ा सकते है।
प्रशांत किशोर की जनसुराज से बड़ी संख्या में रिटायर आईएएस और आईपीएस अधिकारी जुड़े है। और अब कई दलों के नेता भी पीके के साथ चल पड़े हैं। आनंद मिश्रा ने जनसुराज में शामिल होने वक्त कहा था कि पहले मैं लड़ाई अकेले लड़ रहा था, लेकिन अब जनसुरज अभियान से जुड़ गया हूं। प्रशांत किशोर जी के साथ जुड़कर मैं मजबूती से लड़ाई लड़ सकूंगा और बिहार के हक में कुछ करने की मेरी इच्छा पूरी हो सकेगी। कुछ दिनों पहले ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे देवेंद्र प्रसाद यादव भी जनसुराज का हिस्सा बन चुके हैं।
आपको बता दें भोजपुर जिले के रहने वाले आनंद मिश्रा 2011 बैच के असम कैडर के आईपीएस रहे। पिछले साल उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया था।और राजनीति में कदम रखा। बक्सर से निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन महज 47 हजार वोट ही हासिल कर सके। असम के नगांव जिले में तैनाती के दौरान उन्होंने ड्रग माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की और खूब चर्चा में रहे। फिलहाल अब जनसुराज के साथ हैं।
पेंशन के नाम पर 400 रुपए की भीख दे रहे नीतीश; पीके ने बताया जनसुराज का प्लान
आरा के भोजपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान एक बार फिर से प्रशांत किशोर ने आरजेडी और जेडीयू पर निशाना साधा। उन्होने कहा कि जिसके मां-बाप मुख्यमंत्री हो, और उसके बच्चे ने दसवीं पास नहीं की हो, वो दिखाता है कि शिक्षा के प्रति आपकी सोच क्या है। जो नौवीं फेल है, वो बता रहा है कि बिहार में विकास का रास्ता बता देंगे। जिसको ये नहीं मालूम की जीडीपी क्या है, और जीडीपी ग्रोथ क्या है। वो बता देगा की बिहार का सुधार हो जाएगा। जो समाजवाद की परिभाषा नहीं बता सकता वो समाजवाद पर चर्चा करेगा। तेजस्वी को चुनौती देता हूं कि बिना कागज समाजवाद पर पांच लाइनें बोल दें।
पीके ने कहा कि बिहार में जितना बड़ा अनपढ़ है, जितना गलत बोल रहा है। आप लोग उसी को बताते हैं कि ये जमीनी नेता है। नीतीश कुमार इंजीनियर हो गए, तो लोग बता रहे कि इनसे बड़ा कोई पढ़ा-लिखा है ही नहीं, बिहार के हर गांव में नीतीश कुमार से ज्यादा पढ़ा-लिखा और जिम्मेदार व्यक्ति है। जरूरत उन बच्चों को ढूंढकर निकालने की है। उन्हें मौका दिया जाए। बपौती है कि यही रहेंगे। आपको बता दें जनसुराज बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
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हाल ही में प्रशांत किशोर की जनसुराज में शामिल हुए पूर्व आईपीएस और बक्सर से निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ने वाले आनंद मिश्रा एक बार फिर से पीके के साथ दिखे हैं। आरा जिले के भोजपुर में जनसुराज की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रशांत किशोर और आनंद मिश्रा साथ नजर आए। जिसके बाद से उनके बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई है। बक्सर से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले आनंद मिश्रा को हार का सामना करना पड़ा था। वो चौथे नंबर पर रहे थे।
बक्सर सीट से आरजेडी के सुधाकर सिंह जीतने में सफल रहे थे। जिन्हें 438345 वोट मिले थे। उन्हें बीजेपी प्रत्याशी मिथलेश तिवारी से कड़ी टक्कर मिली थी। वहीं आनंद मिश्रा को महज 47 हजार वोट हासिल हुए थे। और उसका सांसदी जीतने का सपना अधूरा रहा था। लेकिन अब लगता है कि प्रशांत किशोर उन्हें विधायकी लड़ा सकते है।
प्रशांत किशोर की जनसुराज से बड़ी संख्या में रिटायर आईएएस और आईपीएस अधिकारी जुड़े है। और अब कई दलों के नेता भी पीके के साथ चल पड़े हैं। आनंद मिश्रा ने जनसुराज में शामिल होने वक्त कहा था कि पहले मैं लड़ाई अकेले लड़ रहा था, लेकिन अब जनसुरज अभियान से जुड़ गया हूं। प्रशांत किशोर जी के साथ जुड़कर मैं मजबूती से लड़ाई लड़ सकूंगा और बिहार के हक में कुछ करने की मेरी इच्छा पूरी हो सकेगी। कुछ दिनों पहले ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे देवेंद्र प्रसाद यादव भी जनसुराज का हिस्सा बन चुके हैं।
आपको बता दें भोजपुर जिले के रहने वाले आनंद मिश्रा 2011 बैच के असम कैडर के आईपीएस रहे। पिछले साल उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया था।और राजनीति में कदम रखा। बक्सर से निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन महज 47 हजार वोट ही हासिल कर सके। असम के नगांव जिले में तैनाती के दौरान उन्होंने ड्रग माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की और खूब चर्चा में रहे। फिलहाल अब जनसुराज के साथ हैं।
पेंशन के नाम पर 400 रुपए की भीख दे रहे नीतीश; पीके ने बताया जनसुराज का प्लान
आरा के भोजपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान एक बार फिर से प्रशांत किशोर ने आरजेडी और जेडीयू पर निशाना साधा। उन्होने कहा कि जिसके मां-बाप मुख्यमंत्री हो, और उसके बच्चे ने दसवीं पास नहीं की हो, वो दिखाता है कि शिक्षा के प्रति आपकी सोच क्या है। जो नौवीं फेल है, वो बता रहा है कि बिहार में विकास का रास्ता बता देंगे। जिसको ये नहीं मालूम की जीडीपी क्या है, और जीडीपी ग्रोथ क्या है। वो बता देगा की बिहार का सुधार हो जाएगा। जो समाजवाद की परिभाषा नहीं बता सकता वो समाजवाद पर चर्चा करेगा। तेजस्वी को चुनौती देता हूं कि बिना कागज समाजवाद पर पांच लाइनें बोल दें।
पीके ने कहा कि बिहार में जितना बड़ा अनपढ़ है, जितना गलत बोल रहा है। आप लोग उसी को बताते हैं कि ये जमीनी नेता है। नीतीश कुमार इंजीनियर हो गए, तो लोग बता रहे कि इनसे बड़ा कोई पढ़ा-लिखा है ही नहीं, बिहार के हर गांव में नीतीश कुमार से ज्यादा पढ़ा-लिखा और जिम्मेदार व्यक्ति है। जरूरत उन बच्चों को ढूंढकर निकालने की है। उन्हें मौका दिया जाए। बपौती है कि यही रहेंगे। आपको बता दें जनसुराज बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।