बंगाल: ममता बनर्जी के 43 मंत्रियों ने ली शपथ, जानिए टीम में कौन नया- कौन पुराना? h3>
तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनीं ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल का आज शपथ ग्रहण समारोह था। राजभवन में सभी कैबिनेट मंत्रियों को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शपथ दिलाई। ममता की कैबिनेट में 43 मंत्री शामिल हुए हैं, जिसमें 25 पुराने चेहरे हैं जबकि 18 नए लोगों को जगह दी गई हैं। इनमें कुल 8 महिला मंत्री है। बता दें कि ममता बनर्जी ने 5 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी।
यहां खराब स्वास्थ्य के कारण अमित मित्रा, ब्रात्य बसु, रथीन घोष ने वर्चुअली शपथ ली। क्रिकेटर मनोज तिवारी, पूर्व आईपीसी अधिकारी हुमायूं कबीर जैसे नामचीन लोगों को ममता की कैबिनेट में पहली बार मौका मिला है। हालांकि, अभी विभागों का बंटवारा नहीं हुआ है। लेकिन, आज तीन बजे कैबिनेट की मीटिंग होगी, जिसमें विभागों के बंटवारे का ऐलान हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक ममता होम मिनिस्ट्री और हेल्थ मिनिस्ट्री अपने पास रखेंगी।
Kolkata: The swearing-in ceremony of Mamata Banerjee’s cabinet to begin at Raj Bhavan shortly pic.twitter.com/9WUQlSOuZt
— ANI (@ANI) May 10, 2021
कैबिनेट मंत्रियों की लिस्ट
मानस रंजन भूनिया, सौमेन कुमार महापात्र, सुब्रत मुखर्जी, पार्थ चटर्जी, अमित मित्रा, साधना पांडे, ज्योति प्रिया, मल्लिक , बंकिम चंद्र हाजरा, मोलोय घटक ,अरूप बिस्वास, उज्ज्वल बिस्वास, अरूप रॉय, रथ राय, रथ रॉय हकीम ,चंद्रनाथ सिन्हा, सोभनदेब चट्टोपाध्याय, ब्रत्य बसु, पुलर रॉय, शशि पांजा, मो. गुलाम रब्बानी, बिप्लब मित्रा, जावेद अहमद खान, स्वप्ननाथ और सिद्दीकुल्ला चौधरी ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
राज्य मंत्री
ज्योत्सना मंडी, प्रवेश परेश चंद्र, सेउली साहा, दिलीप मोंडल, अखरुज्जमां, श्रीकांत महतो, यस्मीन सबीना, बीरबाहा हांसदा और मनोज तिवारी ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली।
स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री
सुजीत बोस, हुमायूं कबीर, बेचारम मन्ना, सुब्रत साहा, अखिल गिरी, चंद्रिमा भट्टाचार्य, रत्ना डे नाग, संध्याणी टुडू, बुलू नायक बारिक और इंद्रनील सेन ने स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री की शपथ ली।
बता दें कि बंगाल में 292 सीटों के लिए आठ चरणों में चुनाव हुए थे। जिनमे 213 सीट के साथ तृणमूल कांग्रेस ने बहुमत हासिल किया और ममता बनर्जी लगातार तीसरी बार बंगाल की सीएम बनीं, हालांकि वो खुद नंदीग्राम से चुनाव हार गईं। भाजपा ने इस चुनाव में 77 सीटें हासिल की हैं, जिसके बाद वो राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनीं ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल का आज शपथ ग्रहण समारोह था। राजभवन में सभी कैबिनेट मंत्रियों को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शपथ दिलाई। ममता की कैबिनेट में 43 मंत्री शामिल हुए हैं, जिसमें 25 पुराने चेहरे हैं जबकि 18 नए लोगों को जगह दी गई हैं। इनमें कुल 8 महिला मंत्री है। बता दें कि ममता बनर्जी ने 5 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी।
यहां खराब स्वास्थ्य के कारण अमित मित्रा, ब्रात्य बसु, रथीन घोष ने वर्चुअली शपथ ली। क्रिकेटर मनोज तिवारी, पूर्व आईपीसी अधिकारी हुमायूं कबीर जैसे नामचीन लोगों को ममता की कैबिनेट में पहली बार मौका मिला है। हालांकि, अभी विभागों का बंटवारा नहीं हुआ है। लेकिन, आज तीन बजे कैबिनेट की मीटिंग होगी, जिसमें विभागों के बंटवारे का ऐलान हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक ममता होम मिनिस्ट्री और हेल्थ मिनिस्ट्री अपने पास रखेंगी।
Kolkata: The swearing-in ceremony of Mamata Banerjee’s cabinet to begin at Raj Bhavan shortly pic.twitter.com/9WUQlSOuZt
— ANI (@ANI) May 10, 2021
कैबिनेट मंत्रियों की लिस्ट
मानस रंजन भूनिया, सौमेन कुमार महापात्र, सुब्रत मुखर्जी, पार्थ चटर्जी, अमित मित्रा, साधना पांडे, ज्योति प्रिया, मल्लिक , बंकिम चंद्र हाजरा, मोलोय घटक ,अरूप बिस्वास, उज्ज्वल बिस्वास, अरूप रॉय, रथ राय, रथ रॉय हकीम ,चंद्रनाथ सिन्हा, सोभनदेब चट्टोपाध्याय, ब्रत्य बसु, पुलर रॉय, शशि पांजा, मो. गुलाम रब्बानी, बिप्लब मित्रा, जावेद अहमद खान, स्वप्ननाथ और सिद्दीकुल्ला चौधरी ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
राज्य मंत्री
ज्योत्सना मंडी, प्रवेश परेश चंद्र, सेउली साहा, दिलीप मोंडल, अखरुज्जमां, श्रीकांत महतो, यस्मीन सबीना, बीरबाहा हांसदा और मनोज तिवारी ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली।
स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री
सुजीत बोस, हुमायूं कबीर, बेचारम मन्ना, सुब्रत साहा, अखिल गिरी, चंद्रिमा भट्टाचार्य, रत्ना डे नाग, संध्याणी टुडू, बुलू नायक बारिक और इंद्रनील सेन ने स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री की शपथ ली।
बता दें कि बंगाल में 292 सीटों के लिए आठ चरणों में चुनाव हुए थे। जिनमे 213 सीट के साथ तृणमूल कांग्रेस ने बहुमत हासिल किया और ममता बनर्जी लगातार तीसरी बार बंगाल की सीएम बनीं, हालांकि वो खुद नंदीग्राम से चुनाव हार गईं। भाजपा ने इस चुनाव में 77 सीटें हासिल की हैं, जिसके बाद वो राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।