फ्लोर टेस्ट से पहले आधी रात को तेजस्वी के आवास में पुलिस की एंट्री, आरजेडी का आया ये रिएक्शन

6
फ्लोर टेस्ट से पहले आधी रात को तेजस्वी के आवास में पुलिस की एंट्री, आरजेडी का आया ये रिएक्शन

फ्लोर टेस्ट से पहले आधी रात को तेजस्वी के आवास में पुलिस की एंट्री, आरजेडी का आया ये रिएक्शन

ऐप पर पढ़ें

बिहार की नई एनडीए सरकर के फ्लोर टेस्ट से पहले सियासी गहमागहमी ने जोर पकड़ लिया है। रविवार की देर रात पुलिस की भी इंट्री हो गई। शिवहर के राजद विधायक चेतन आनंद से संपर्क नहीं होने पर उनके भाई अंशुमन आनंद ने पाटलिपुत्र थाने में सनहा दर्ज कराया। इसके बाद चेतन आनंद को ढूंढते हुए पटना के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद के देशरत्न मार्ग स्थित आवास पर पहुंचे। चेतन आदंन से बात करने के बाद अधिकारी वहां से लौट गए।

पूर्व उप मुख्यमंत्री के आवास से बाहर निकले कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ ने कहा कि पुलिस अधिकारी आए थे। प्रक्रिया पूरी कर लौट गए। हालांकि इस संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जिन्होंने सनहा दर्ज कराया, उनसे बात कीजिए। इस बीच आवास के बाहर देर रात तक गहमागहमी का माहौल रहा। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी दलबल के साथ मुस्तैद दिखे।

इस बीच तेजस्वी यादव के आवास पर पुलिस के पहुंचने पर आरजेडी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। और कहा कि कि वह यहां अप्रिय घटना करवाना चाहते हैं

वहीं दूसरी तरफ नीतीश सरकार के फ्लोर टेस्ट के दौरान भाजपा के विधायक पूरे दमखम के साथ शामिल होंगे। रविवार को उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के आवास पर हुई पार्टी के विधानमंडल दल की बैठक में विश्वास मत को लेकर रणनीति बनी। उपमुख्यमंत्री सह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में बिहार भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े मौजूद रहे। सूत्रों के अनुसार पार्टी के एक विधायक को छोड़ सभी शामिल हुए। हालांकि पार्टी नेताओं ने दावा किया कि अनुपस्थित उक्त विधायक निजी कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो सकीं।

विधायकों के लिए उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने भोज दिया था। बोधगया में दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में शामिल होने के बाद रविवार की शाम सभी विधायक बस से पटना पहुंचे। इसके बाद भोज सह विधानमंडल दल की बैठक हुई। दो घंटे तक चली इस बैठक सह भोज में सभी विधायकों को विश्वास मत और विस अध्यक्ष के खिलाफ लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया की जानकारी दी गई। विधायकों को किस तरह अपना वोटिंग करना है, यह बताया गया ताकि किसी तरह की कोई गड़बड़ी न हो। 

बहुमत साबित होने के बाद सत्र के दौरान विधायकों को कैसे मजबूती से सरकार का पक्ष रखना है, यह भी बताया गया। बैठक में उपमुख्यमंत्री सह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि भाजपा और जदयू के 123 और जीतन राम मांझी की पार्टी के विधायक को मिलाकर 128 विधायक हमारे साथ हैं। कहीं से कोई समस्या नहीं है। एनडीए सरकार विश्वास मत आसानी से हासिल करेगी

 

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News