फिल्मों-होटलों को रेटिंग, डेली 3 हजार कमाने का झांसा: राजस्थान की पढ़ी लिखी बेरोजगार लड़कियां-लड़कों ने करोड़ों गंवाए, NEWS4SOCIALरिपोर्टर ने की नेटवर्क की पड़ताल – Rajasthan News

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फिल्मों-होटलों को रेटिंग, डेली 3 हजार कमाने का झांसा:  राजस्थान की पढ़ी लिखी बेरोजगार लड़कियां-लड़कों ने करोड़ों गंवाए, NEWS4SOCIALरिपोर्टर ने की नेटवर्क की पड़ताल – Rajasthan News

फिल्मों-होटलों को रेटिंग, डेली 3 हजार कमाने का झांसा: राजस्थान की पढ़ी लिखी बेरोजगार लड़कियां-लड़कों ने करोड़ों गंवाए, NEWS4SOCIALरिपोर्टर ने की नेटवर्क की पड़ताल – Rajasthan News

‘नमस्ते, मेरा नाम पूजा है…मैं आपके लिए घर बैठे पार्ट टाइम जॉब का ऑफर लाई हूं। बस रिव्यू लिखना है और आप हर दिन घर बैठे 2 से 3 हजार रुपए तक कमा सकते हैं।’

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आपके पास अगर ऐसा कोई मैसेज आए तो सावधान रहिएगा। पार्ट टाइम जॉब और वर्क फ्रॉम होम के धोखे में आकर राजस्थान के हजारों लोग करोड़ों रुपए गंवा चुके हैं।

साइबर ठगों ने पढ़ी-लिखी बेरोजगार लड़कियां, शादीशुदा युवतियों और बेरोजगार युवकों को वर्क फ्रॉम होम के नाम पर ठगना शुरू कर दिया है। NEWS4SOCIALरिपोर्टर ने कई दिनों तक इन ठगों के नेटवर्क से जुड़कर इसकी पड़ताल की। पढ़िए- संडे बिग स्टोरी में…

सबसे पहले पीड़ितों की कहानी जो इन ठगों का शिकार बने….

केस: 1. डेली 2800 रुपए कमाई का झांसा, गंवाए 14.68 लाख

भरतपुर जिले के बयाना सदर थाना इलाके के गांव दूदूपुरा शेखपुरा के नवल किशोर शर्मा (36) के पास 9 अप्रैल 2024 को वॉट्सऐप पर ‘रेंक माय ऐप’ की एजेंट ऐश्वर्या का मैसेज आया। उसने घर बैठे पैसा कमाने का लालच दिया और एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा। काम शुरू करने के लिए जॉइनिंग फीस के नाम पर कुछ पैसे ऑनलाइन जमा करवाए। फिर टेलीग्राम पर रिव्यू करने के टास्क भेजे। टास्क पूरा होने पर कमीशन के साथ कुछ पैसे लौटा दिए।

इस तरह मैसेज भेजकर साइबर ठगों ने डेली 3 हजार रुपए कमाने का झांसा दिया।

कई दिन ऐसा ही चला। भरोसा होने पर ठगों ने लालच बढ़ाया। कई प्लान दिखाने शुरू किए। बताया कि इतना पैसा लगाने पर इतना मिलेगा। एजेंट ने मुझे 30 हजार रुपए जमा कराने को कहा। बताया कि अब तुम्हें 36 हजार रुपए मिल जाएंगे। इसी तरह उसने कई बार टास्क के नाम पर इन्वेस्ट पर पैसे जमा करवा लिया। एजेंट ने अलग-अलग ट्रांजैक्शन के जरिए 14 लाख 68 हजार रुपए की राशि फ्रॉड खातों में जमा करवा ली।

सारे टास्क पूरा होने पर जब मैंने मेरी पूरी राशि और कमीशन के मिलाकर 18 लाख 12 हजार रुपए निकालने को कहा तो एजेंट ने बोला- कि पहले कुल कमाई की 50 प्रतिशत राशि (9 लाख 6 हजार 488) अमानत के रूप में जमा करानी पड़ेगी। इसके बाद ही पूरा पैसा मिलेगा। मना किया तो धमकी देने लगी। इसके बाद फोन उठाना ही बंद कर दिए। मुझे ब्लॉक कर दिया।

केस : 2 बीएड पास बेरोजगार युवती पार्ट टाइम जॉब के झांसे में आई

16 अगस्त 2024 को चूरू की बिंटू बलारा ने साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई। रिपोर्ट में बताया कि उसके वॉट्सऐप पर एक महिला ने ‘घर बैठे पैसा कमाने’ का मैसेज भेजा। बताया कि गूगल मैप पर होटल, मूवी, गेम्स के रिव्यू व रेटिंग कर रोज हजारों कमा सकते हैं। बिंटू उसकी बातों में आ गई और काम शुरू कर दिया। दो दिनों तक बिंटू ने जितने रिव्यू किए, उनका पैसा हाथों हाथ खाते में आ गया। अब बिंटू को विश्वास हो चला था कि कंपनी भागेगी नहीं।

बिंटू को कंपनी पर भरोसा हो चला था, लेकिन अगले ही दिन वो ठगी के जाल में फंसती चली गई। (प्रतीकात्मक इमेज सोर्स : मेटा AI)

तीसरे दिन मैसेज आया कि कंपनी का इवेंट है। इन्वेस्ट करने पर दोगुना प्रॉफिट और बोनस मिलेगा। पहले उससे 3 हजार रुपए इन्वेस्ट करवाए। धीरे-धीरे और बड़ा इन्वेस्टमेंट करवाती गई और 46 हजार रुपए जमा करवा लिए। इसके बाद महिला एजेंट ने और पैसा लगाने को कहा। लेकिन इस तब तक बिंटू को एहसास हो गया था कि वो ठगों के जाल में बुरी तरह फंस चुकी है। बिंटू ने पुलिस को बताया कि उसने बीएड कर रखी है। बेरोजगार होने के कारण वह घर बैठे पैसे कमाने की ऐसी ही जॉब ढूंढ रही थी। जब ठगों का इस तरह का मैसेज आया तो वह भी उसकी बातों में आ गई।

अब आगे पढ़िए- रिपोर्टर ने कैसे की इन ठगों की पड़ताल की

नवल किशोर और बिंटू की तरह जयपुर के सोडाला निवासी राहुल शर्मा और वैशाली नगर के वरुण कुमार को भी इसी तरह ठगा गया था। ये पीड़ितों के महज कुछ नाम हैं। पुलिस की मानें तो असली आंकड़ा हजारों में है। ये साइबर ठगों की नई चाल है। अकेले राजस्थान में वर्क फ्रॉम होम के नाम पर 500 करोड़ की ठगी की जा चुकी है। ठगी के इस नए तरीके को जानने के लिए NEWS4SOCIALरिपोर्टर ने नेटवर्क से जुड़कर पड़ताल शुरू की।

NEWS4SOCIALरिपोर्टर ने 4 दिन तक ठगों के ग्रुप में जुड़कर ठगी के तरीके की पड़ताल की।

गिरोह तक कैसे पहुंचे?

साइबर एक्सपर्ट गौतम आचार्य से पता चला कि पिछले एक-दो साल में लोग घर बैठे ऑनलाइन काम कर पैसा कमाने के तरीके गूगल पर सबसे ज्यादा खोज रहे हैं। इसी कारण से साइबर ठग एक्टिव हैं। वो ऐसी फेक वेबसाइट और कंपनियां बना रहे हैं, जिनमें काम के बहाने लोगों को जॉइन करवा रहे हैं। रिपोर्टर ने भी ऐसे कई प्लेटफार्म पर पार्ट टाइम जॉब के लिए आवेदन किया।

सबसे पहले : साइबर ठगों का पहला मैसेज आया

हेलो, मेरा नाम दिव्या शर्मा है, मैं ‘Dvio Digital Sy’ कंपनी से हूं। हम कंपनियों की ब्रांडिंग और रिव्यू करते हैं। आपके लिए मेरे पास घर बैठे पैसे कमाने का एक ऑफर है। आपको गूगल मैप पर दिए हुए कार्य को 5 स्टार रेटिंग देनी है और अपना रिव्यू लिखना है। उसका स्क्रीनशॉट मुझे भेजना है। मैं तुरंत 50 रुपए आपके खाते में भेज दूंगी। पार्ट टाइम के रूप में आप हर दिन 2000 से 2800 रुपए तक कमा सकते हैं।’

साइबर ठग की ओर से भेजा गया पहला मैसेज।

पहला दिन : टास्क पूरा होते ही पेमेंट डाला

रिपोर्टर को एक लिंक दिया गया, जिसमें होटल पर्ल व्यू, मुंबई को 5 स्टार रेटिंग देकर स्क्रीनशॉट भेजने के लिए कहा गया।

रिपोर्टर ने जब उसे स्क्रीनशॉट भेजा को उसने एक टेलीग्राम लिंक और एक कोड NW 71LP82JA दिया। बताया कि वहां इस कोड को भेजते ही आपके मोबाइल में इस काम के 150 रुपए आ जाएंगे। रिपोर्टर ने ऐसे ही किया।

टेलीग्राम पर एक्टिव एजेंट ने की डील

एजेंट दिव्या के भेजे लिंक पर क्लिक करते ही कोड NW71LP82JA काव्या नायर नाम की महिला एजेंट के टेलीग्राम मैसेंजर पर फॉरवर्ड हो गया।

  • अब काव्या ने उम्र, लिंग, प्रोफेशन, फोन नंबर और यूपीआई आईडी मांगी।
  • यूपीआई आईडी देने के बाद एजेंट काव्या ने रिपोर्टर के फोन-पे पर तुरंत 150 रुपए डाल दिए।
  • एजेंट काव्या ने रिपोर्टर का नंबर DVIO DIGITAL 702 नाम के एक ग्रुप से जोड़ा। बताया कि 150 रुपए कमाई का स्क्रीन शॉट ग्रुप में भेजने पर 50 रुपए का इनाम तुरंत मिलेगा।
  • स्क्रीनशॉट डालने पर कुछ देर में 50 रुपए फोन-पे पर मिल गए।
  • इसके बाद काव्या ने एक टाइम शीट भेजी। जिसमें अलग-अलग समय पर टास्क लिखे थे। उस शीट के मुताबिक रिपोर्टर को दिनभर में सुबह 10 से शाम 7:40 बजे तक 21 टास्क पूरे करने थे।

एजेंट काव्या ने टाइम शीट के अनुसार टास्क के लिंक भेजना शुरू किया। रिपोर्टर ने भी हर टास्क पूरा कर स्क्रीन शॉट एजेंट काव्या को भेजे। उस काम के पैसे 100 व 150 रुपए तुरंत खाते में डाल दिए गए। पहले दिन यही सिलसिला चला। शाम को रिपोर्टर के खाते में करीब 1800 रुपए डाले गए।

दूसरे दिन एजेंट काव्या ने नए टास्क दिए और पूरे करने पर पैसे भेजे।

दूसरा दिन : लालच और बढ़ाया

दूसरे दिन काव्या ने टास्क भेजे। हर टास्क पूरा होने पर पैसे खाते में डाले जा रहे थे। अब तक कुल 2800 रुपए आ चुके थे।

  • दोपहर बाद एजेंट काव्या ने नया टास्क बताया। 2 हजार रुपए जमा करवाओ 2800 रुपए रिटर्न मिलेंगे। उसने एक यूपीआई 8769483835@ptyes भेजी।
  • पैसा जमा होते ही दूसरे एजेंट राजेश कुमार का टेलीग्राम लिंक मिला। उसने बताया कि वह उसे निर्देश देगा, वैसा ही करना है।

ठगों का एजेंट राजेश, जिसे ग्रुप में ट्यूटर बुलाया जा रहा था, रिपोर्टर को इस तरह से क्रिप्टो करेंसी खरीदने का तरीका बताया।

  • राजेश ने एक लिंक https://www.xtcoin.net भेजा। यहां लॉगिन अकाउंट बनाने के बाद 800 रुपए BTS/USDT में Buy More पर क्लिक करने को कहा।
  • वैसा करने पर रिपोर्टर के रजिस्टर अकाउंट में 3600 रुपए बताए जा रहे थे। एजेंट राजेश ने अब नई एजेंट प्रिया से कनेक्ट रहने को कहा।

रिपोर्टर ने एजेंट प्रिया को अपने खाते में जमा 3600 रुपए निकलवाने के लिए मैसेज भेजा। एजेंट ने बैंक अकाउंट नंबर व IFSC code मांगा। कुछ ही देर बाद रिपोर्टर के खाते में 2800 रुपए जमा हो गए। साथ ही 100 रुपए बधाई बेनिफिट का भी मिला।

तीसरा दिन : VIP ग्रुप से जोड़ने का दावा

साइबर ठगों ने इस तरह वीआईपी ग्रुप में जोड़ा।

तीसरे दिन भी रिपोर्टर को हर टास्क पूरा करने के बदले पैसे मिलते जा रहे थे। इस बीच एजेंट काव्या ने लालच दिया। बधाई हो आपको साधारण ग्रुप से हटाकर VIP ग्रुप से जोड़ा जा रहा है। अब आप दिन के 2800 रुपए तक कमा सकेंगे।

रिपोर्टर को VIP Promotional Hub नाम के टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ दिया गया। दिनभर यहीं टास्क चलता रहा। शाम होते-होते रिपोर्टर के खाते में करीब 2500 रुपए डाले गए।

चौथा दिन : अब शुरू हुआ असली खेल

– सुबह 10 बजे एजेंट काव्या ने टास्क देने शुरू किए। पूरा करने पर खाते में पैसे मिलते जा रहे थे।

-सुबह 11:15 बजे झांसे में लेने वाला एक मैसेज आया।

एजेंट काव्या ने ग्रुप में इस तरह से निर्देशित किया।

  • एजेंट काव्या ने लालच दिया कि अब आगे मोटी कमाई करनी है तो 5 हजार रुपए से टास्क शुरू करो।
  • रिपोर्टर के मना करने पर एजेंट दबाव डालने लगी कि कब तक 100-150 रुपए कमाओगे। ये पूरा किया तो तुम्हें एडवांस ग्रुप में जोड़ देगी। हां कहने पर रिपोर्टर ने narendrsigh0909@ybl में 5 हजार रुपए जमा करवाए।
  • अब एजेंट राजेश ने रिपोर्टर को AdvancedGroup Tasks – 5000 (1-2) नाम के ग्रुप से जोड़ा।
  • वेबसाइट https://www.xtcoin.net पर जाकर BTS/USDT में BuyMore में 2000 रुपए लगाने के लिए कहा।

-टास्क पूरा करने पर अब खाते में 7000 रुपए शो हो रहे थे। टास्क पूरा होते ही रिपोर्टर को Advanced Group Tasks – 5000 (1-3) से जोड़ा। अलग-अलग प्लान बताए। जैसे- 25,800 रुपए लगाओ 36,120 रुपए कमाओ। 68,000 लगाओ 108,800 पाओ।

– अब रिपोर्टर सहित ग्रुप में मौजूद सभी ने 25,800 रुपए वाला प्लान चुना। यूपीआई sujalkotak001@ybl पर रिपोर्टर ने 25800 रुपए जमा करवाए।

-एजेंट राजेश ने BTC/USDT में Buy More पर 10320 रुपए लगाने के लिए कहा।

-वैसा करने पर रिपोर्टर के खाते में एजेंट के बताए अनुसार 36 हजार 120 रुपए आ चुके थे (यह लालच देने का सबसे बड़ा टास्क था)

धोखे का टास्क : राजेश ने इस ट्रैक का अंतिम टास्क दिया

ठग राजेश ने इस तरह से नए टास्क में पैसा लगाने को कहा।

अब इस अंतिम टास्क में सबसे कम वाला ट्रैक 59,800 रुपए का था। ऐसे में ग्रुप के सभी लोग सोचने लग गए।

रिपोर्टर ने इतना पैसा नहीं होने पर समय मांगा। इस बीच ग्रुप में जुड़े बाकी लोग लगातार झांसे में आकर पैसा लगा रहे थे।

रिपोर्टर ने ट्रैक पूरा नहीं किया तो रिपेयर ट्रैक के मांगे पैसे

रिपोर्टर ने अपने लगाए हुए पैसे विड्रॉल करने के लिए एजेंट राजेश से कई बार कहा, लेकिन उसने ट्रैक पूरा करने के लिए खाता नंबर भेजकर पैसा (59800 रुपए) जमा करवाने को कहा।

ट्रैक पूरा करने का दबाव, पैसे देने से किया इनकार

रिपोर्टर ने इतने पैसे नहीं होने की बात कही तो एजेंट ने रिपेयर ट्रैक के नाम पर करीब 83 हजार रुपए पैसे जमा करवाने के लिए कहा, लेकिन रिपोर्टर ने पैसे देने से मना कर दिया। ऐसे में राजेश ने पहले ट्रैक पूरा करने के बाद ही रिपोर्टर का पैसा देने की बात कही।

अकाउंट निकला फर्जी : राजेश ने रिपोर्टर को जिस अकाउंट पर रजिस्ट्रेशन करवाया था। उसमें 126840 रुपए बैलेंस बता रहा था। उस अकाउंट में विड्रॉल का ऑप्शन भी था। रिपोर्टर ने अपने पैसे वहां से निकालने की कोशिश की, लेकिन वह अकाउंट भी फर्जी निकला। कोई पैसे बाहर नहीं निकले।

इंटरनेट पर सर्च करते ही फ्रॉड की नजर

राजस्थान पुलिस को सेवाएं दे रहे साइबर एक्सपर्ट गौतम आचार्य ने बताया कि गूगल AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी) पर काम करता है। आप गूगल पर कुछ भी सर्च करेंगे, वो उससे संबंधित चीजें आपको दिखाने लग जाएगा। युवा पार्ट टाइम जॉब और वर्क फ्रॉम होम के लिए गूगल पर सर्च करते हैं तो उनके पास उससे संबंधित नोटिफिकेशन AI के जरिए आने लगते हैं।

साइबर ठगों तक ये डेटा डार्क वेब के जरिए पहुंचता है। साइबर फ्रॉड ऐसे लोगों को ट्रैक करते हैं। फिर आप किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म, मैसेंजर ऐप से जुड़े हों, वहां पर भी वैसे ही लुभावने मैसेज आने शुरू हो जाते हैं।

पैसा कमाने का शॉर्ट रास्ता दिखाते हैं

साइबर एक्सपर्ट राजूराम (हेड कॉन्स्टेबल, साइबर थाना पुलिस, पाली) ने बताया कि साइबर ठगों ने अब बेरोजगारों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। पार्ट टाइम नौकरी की तलाश में जो लोग फर्जी वेबसाइट्स पर जाते हैं, वो इनके शिकार बन रहे हैं। एक बार झांसे में आने के बाद ठग उन्हें पैसा कमाने का शॉर्टकट बताने का लालच देते हैं। ट्रैप होने के बाद लोग इनके बताए प्लान में आगे फंसता चला जाता है। कई लोग करोड़ों रुपए गंवा चुके हैं।

इनसे बचना है तो सावधानी जरूरी है। कहीं भी नौकरी का आवेदन करते समय केवल भरोसेमंद वेबसाइट पर ही जाना चाहिए। अगर मोबाइल पर किसी भी माध्यम से इस तरह घर बैठे पैसा कमाने के मैसेज आ रहे हैं तो सतर्क रहना चाहिए। ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।

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