प्रेम चोपड़ा की असल जिंदगी में विलेन बन गए थे उनके अपने ही भाई! पीठ पीछे रची गंदी साजिश h3>
बॉलीवुड फिल्मों के खूंखार विलन के तौर पर दर्शकों के दिलों पर राज करने वाले प्रेम चोपड़ा आज 23 सितम्बर को अपना 87वां जन्मदिन मना रहे हैं। 23 सितंबर 1935 को पाकिस्तान के लाहौर में जन्मे प्रेम चोपड़ा दरअसल हिन्दी फिल्मों में हीरो बनने का ख्वाब लेकर आए थे। फिल्मी दुनिया में अपने लिए खास पहचान बनाने वाले प्रेम चोपड़ा ने पर्सनल लाइफ में जहां बहन को बेटी की तरह पाला, वहीं इनके भाइयों ने दुश्मनी निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। प्रेम चोपड़ा ने जिन भाइयों को सहारा दिया था उन्होंने ही उनकी पीठ में छुरा घोंप दिया। आज हम उनके बर्थडे पर जानते हैं प्रेम चोपड़ा विलन बनने की कहानी, उनका फिल्मी सफर और वो किस्सा जब उनके अपने ही भाई ने धोखे से हड़प लिया था उनका एक नहीं बल्कि तीन-तीन घर।
बंटवारे के बाद शिमला पहुंची फैमिली
दरअसल बंटवारे के बाद प्रेम चोपड़ा की फैमिली हिमाचल प्रदेश के शिमला में शिफ्ट हो गई। शिमला के ही स्कूल से प्रेम चोपड़ा की पढ़ाई हुई और पंजाब यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएशन किया। जब प्रेम चोपड़ा कॉलेज में थे तभी से उनपर एक्टिंग का भूत सवार हो गया था। वह प्ले में हिस्सा लेने लगे। हालांकि, प्रेम चोपड़ा के पिता चाहते थे कि वह डॉक्टर या इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर के रूप में देखना चाहते थे। इसके बाद वह एक्टिंग और हीरो बनने का सपने लेकर मुंबई जा पहुंचे, लेकिन उन्हें मिलने लगे खूंखार विलन वाले रोल।
हीरो बनने की थी चाहत, बन गए विलन
Prem Chopra के विलन बनने का सफर वहां से शुरू हुआ जब एक अदद हीरो का रोल पाने के लिए वह भटक रहे थे। हालांकि, प्रेम कुछ पंजाबी फिल्मों में हीरो की भूमिका में भी नजर आ चुके हैं, लेकिन बॉलीवुड ने उनके लिए एक नया रास्ता बनाया। क्योंकि जिन हिन्दी फिल्मों में वह हीरो के रोल में आए वे फ्लॉप रहीं। इसके बाद से ही उन्हें नेगेटिव रोल मिलने लगे और उनके इस अंदाज ने दर्शकों पर जमकर अपना जादू भी चलाया।
मां छोड़ गईं उनके लिए 9 साल की बहन, जिसे बेटी की तरह पाला
हालांकि एक्टिंग की दुनिया में प्रेम चोपड़ा की जिंदगी का शुरुआती सफर काफी दर्द से गुजरा। दरअसल जैसे ही उन्होंने फिल्मों में डेब्यू किया उनकी मां को माउथ कैंसर का पता लगा और फिर वह छोड़ गईं 9 साल की बेटी और प्रेम के लिए उनके चार और भाई। प्रेम अपनी बहन को अपनी पहली बेटी की तरह मानने लगे थे। प्रेम चोपड़ा के लिए राज कपूर की वाइफ कृष्णा कपूर की बहन उमा का रिश्ता लेकर आए थे राइटर-डायरेक्टर लेख टंडन। प्रेम और उमा को तीन बेटियां रकिता, पुनीता और प्रेरणा चोपड़ा हैं। इनमें से रिकिता की शादी फिल्म पब्लिसिटी डिजाइनर राहुल नंदा से, पुनीता की शादी सिंगर और टीवी एक्टर विकास भल्ला से और प्रेरणा की शादी बॉलीवुड एक्टर शरमन जोशी से हुई है।
लोग प्रेम चोपड़ा को देखकर अपनी वाइफ को छिपाने लगते
कहते हैं कि प्रेम चोपड़ा के विलन वाले रोल का आतंक इस कदर दर्शकों पर था कि कहते हैं कि उन्हें देखते ही लोग अपवी वाइफ को छिपा लिया करते थे। हालांकि, जब प्रेम चोपड़ा उनसे बातें करते तो लोग यह जानकर हैरान हो जाते थे कि वह रियल लाइफ में कई विलन नहीं बल्कि आम इंसान की तरह ही। हालांकि, प्रेम चोपड़ा इस बात से खुश भी होते थे कि उनके काम ने इस कदर रंग दिखाया है।
भाइयों ने की कैसी-कैसी गद्दारी, बेच डाला उनका सारा घर
जहां फिल्मी पर्दे पर उन्हें खूब जमकर तारीफें मिलीं वहीं उनकी पर्सनल लाइफ में वक्त-वक्त पर तूफान उठा। मां के निधन के बाद प्रेम चोपड़ा के दो भाइयों ने साल 1980 के दशक के अंत में उनके साथ धोखा किया। दरअसल प्रेम चोपड़ा ने साल 1980 में दिल्ली में एक बंगला खरीदा था। इस बंगले का मालिकाना हक प्रेम चोपड़ा और उनके पिता के नाम पर था। हालांकि, प्रेम चोपड़ा वहां खुद नहीं रहते थे और उनके पिता और एक भाई उस घर में रह रहे थे। प्रेम चोपड़ा ने उस भाई क दिल्ली में नौकरी दिलाई और वहीं अपना बंगला भी रहने के लिए दे दिया। कहते हैं कि उनके पिता ने मरने से ठीक एक दिन पहले वसीयत एक बेटे के नाम कर दिया और अपने खुद के बंगले से ही प्रेम चोपड़ा बेदखल हो गए। बाद में उसी घर पर इनकमटैक्स का छापा पड़ा और उनके भाई ने इस रेड में बताया कि प्रेम चोपड़ा ने उन्हें यह बंगला दिया था। हालांकि, कहते हैं कि आज भी वह घर प्रेम चोपड़ा के नाम पर ही है। चोपड़ा का दो और घर मुंबई में था, जिसे बिना एक्टर को बताए ही सस्ते में उनके भाइयों ने बेच डाला, क्योंकि उन्हें पैसों की सख्त जरूरत थी।
दरअसल बंटवारे के बाद प्रेम चोपड़ा की फैमिली हिमाचल प्रदेश के शिमला में शिफ्ट हो गई। शिमला के ही स्कूल से प्रेम चोपड़ा की पढ़ाई हुई और पंजाब यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएशन किया। जब प्रेम चोपड़ा कॉलेज में थे तभी से उनपर एक्टिंग का भूत सवार हो गया था। वह प्ले में हिस्सा लेने लगे। हालांकि, प्रेम चोपड़ा के पिता चाहते थे कि वह डॉक्टर या इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर के रूप में देखना चाहते थे। इसके बाद वह एक्टिंग और हीरो बनने का सपने लेकर मुंबई जा पहुंचे, लेकिन उन्हें मिलने लगे खूंखार विलन वाले रोल।
हीरो बनने की थी चाहत, बन गए विलन
Prem Chopra के विलन बनने का सफर वहां से शुरू हुआ जब एक अदद हीरो का रोल पाने के लिए वह भटक रहे थे। हालांकि, प्रेम कुछ पंजाबी फिल्मों में हीरो की भूमिका में भी नजर आ चुके हैं, लेकिन बॉलीवुड ने उनके लिए एक नया रास्ता बनाया। क्योंकि जिन हिन्दी फिल्मों में वह हीरो के रोल में आए वे फ्लॉप रहीं। इसके बाद से ही उन्हें नेगेटिव रोल मिलने लगे और उनके इस अंदाज ने दर्शकों पर जमकर अपना जादू भी चलाया।
मां छोड़ गईं उनके लिए 9 साल की बहन, जिसे बेटी की तरह पाला
हालांकि एक्टिंग की दुनिया में प्रेम चोपड़ा की जिंदगी का शुरुआती सफर काफी दर्द से गुजरा। दरअसल जैसे ही उन्होंने फिल्मों में डेब्यू किया उनकी मां को माउथ कैंसर का पता लगा और फिर वह छोड़ गईं 9 साल की बेटी और प्रेम के लिए उनके चार और भाई। प्रेम अपनी बहन को अपनी पहली बेटी की तरह मानने लगे थे। प्रेम चोपड़ा के लिए राज कपूर की वाइफ कृष्णा कपूर की बहन उमा का रिश्ता लेकर आए थे राइटर-डायरेक्टर लेख टंडन। प्रेम और उमा को तीन बेटियां रकिता, पुनीता और प्रेरणा चोपड़ा हैं। इनमें से रिकिता की शादी फिल्म पब्लिसिटी डिजाइनर राहुल नंदा से, पुनीता की शादी सिंगर और टीवी एक्टर विकास भल्ला से और प्रेरणा की शादी बॉलीवुड एक्टर शरमन जोशी से हुई है।
लोग प्रेम चोपड़ा को देखकर अपनी वाइफ को छिपाने लगते
कहते हैं कि प्रेम चोपड़ा के विलन वाले रोल का आतंक इस कदर दर्शकों पर था कि कहते हैं कि उन्हें देखते ही लोग अपवी वाइफ को छिपा लिया करते थे। हालांकि, जब प्रेम चोपड़ा उनसे बातें करते तो लोग यह जानकर हैरान हो जाते थे कि वह रियल लाइफ में कई विलन नहीं बल्कि आम इंसान की तरह ही। हालांकि, प्रेम चोपड़ा इस बात से खुश भी होते थे कि उनके काम ने इस कदर रंग दिखाया है।
भाइयों ने की कैसी-कैसी गद्दारी, बेच डाला उनका सारा घर
जहां फिल्मी पर्दे पर उन्हें खूब जमकर तारीफें मिलीं वहीं उनकी पर्सनल लाइफ में वक्त-वक्त पर तूफान उठा। मां के निधन के बाद प्रेम चोपड़ा के दो भाइयों ने साल 1980 के दशक के अंत में उनके साथ धोखा किया। दरअसल प्रेम चोपड़ा ने साल 1980 में दिल्ली में एक बंगला खरीदा था। इस बंगले का मालिकाना हक प्रेम चोपड़ा और उनके पिता के नाम पर था। हालांकि, प्रेम चोपड़ा वहां खुद नहीं रहते थे और उनके पिता और एक भाई उस घर में रह रहे थे। प्रेम चोपड़ा ने उस भाई क दिल्ली में नौकरी दिलाई और वहीं अपना बंगला भी रहने के लिए दे दिया। कहते हैं कि उनके पिता ने मरने से ठीक एक दिन पहले वसीयत एक बेटे के नाम कर दिया और अपने खुद के बंगले से ही प्रेम चोपड़ा बेदखल हो गए। बाद में उसी घर पर इनकमटैक्स का छापा पड़ा और उनके भाई ने इस रेड में बताया कि प्रेम चोपड़ा ने उन्हें यह बंगला दिया था। हालांकि, कहते हैं कि आज भी वह घर प्रेम चोपड़ा के नाम पर ही है। चोपड़ा का दो और घर मुंबई में था, जिसे बिना एक्टर को बताए ही सस्ते में उनके भाइयों ने बेच डाला, क्योंकि उन्हें पैसों की सख्त जरूरत थी।