प्रमुख की कार्यशैली को लेकर सदन में हुआ हंगामा
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चेरिया बरियारपुर, एक संवाददाता। प्रखंड कार्यालय के सभागार में गुरुवार को पंचायत समिति की विशेष बैठक आयोजित की गई। इसमें प्रखंड प्रमुख की कार्यशैली को लेकर सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया है। इस दौरान गोपालपुर की पंचायत समिति सदस्य सरस्वती देवी ने प्रमुख से कहा कि आप कुंभी पंचायत, विक्रमपुर पंचायत और गोपालपुर पंचायत के एक भाग को योजना से क्यों वंचित कर दिए। इन तीनों पंचायतों के आम जनता को प्रखंड पर अधिकार नहीं है क्या। आखिरकार ऐसा किस परिस्थिति में हुआ क्या वहां विकास नहीं होगा। तकरीबन एक घंटे तक प्रमुख की गड़बड़ी को उजागर करती रही पर प्रमुख ने चुप्पी साध रखी थी। जवाब में प्रमुख ने कुछ नहीं कहा। इसके अलावा सदन के अन्य सदस्यों ने कहा कि इन तीनों पंचायत को विकास से दरकिनार कर देना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रमुख के इस रवैये पर गुरुवार को प्रखंड कार्यालय के भीतर कई लोगों ने हंगामा किया। बीडीओ अपने दफ्तर में बैठकर सारी बातें सुन रहे थे। उन लोगों का कहना था कि आम जनता हम लोगों से सवाल पूछ रहे हैं कि आखिरकार तीन पंचायत विकास कार्यों से वंचित क्यों कर दिया गया है। मौके पर बीडीओ कुंदन कुमार, सीओ योगेश दास, थानाध्यक्ष अमर कुमार, बीईओ, जिप सदस्य संजीव कुमार शर्मा, मुखिया रमेश सिंह, रवीश कुमार, आलोक ललन भारती, सुरेंद्र राम, पंसस मनोज भारती आदि सदस्य मौजूद थे।
क्या है पूरा मामला
15वें वित्त आयोग के तहत प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायत समिति सदस्यों ने अपना अपना योजना को चयनित कर प्रमुख को दिया। फिर उसे सूचीबद्ध कर कार्यपालक अधिकारी को दिया गया। इसके बाद सभी योजनाओं को ई ग्राम स्वराज के पोर्टल पर अपलोड किया गया। इसी क्रम में कुंभी, विक्रमपुर ओर गोपालपुर के एक समिति को छोड़ दिया गया। इसे लेकर तीनों पीड़ित महिला सदस्य एक सप्ताह से अधिकारी के दफ्तर का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उन्हें उचित न्याय नहीं मिल रहा है। लेकिन अधिकारी षष्टम वित्त आयोग के तहत उन्हें योजना देने की दिलासा दे रहे हैं।
बैठक को लेकर पत्र नहीं मिलने पर आक्रोश
चेरिया बरियारपुर प्रखंड क्षेत्र में कुल 19 पंचायत समिति सदस्य हैं। लेकिन आधा दर्जन से अधिक सदस्यों को विशेष बैठक को लेकर पत्र नहीं मिला। इसे लेकर व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए आक्रोश व्यक्त किया है। उपप्रमुख अरविंद सिंह, मंझौल पंचायत चार के पंसस नीतू देवी, खाजहांपुर के पंसस सुनीता देवी और श्रवण सहनी, बसही के पंसस पूजा देवी आदि कई सदस्यों ने बताया कि बैठक का पत्र उन्हें नहीं दिया गया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
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चेरिया बरियारपुर, एक संवाददाता। प्रखंड कार्यालय के सभागार में गुरुवार को पंचायत समिति की विशेष बैठक आयोजित की गई। इसमें प्रखंड प्रमुख की कार्यशैली को लेकर सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया है। इस दौरान गोपालपुर की पंचायत समिति सदस्य सरस्वती देवी ने प्रमुख से कहा कि आप कुंभी पंचायत, विक्रमपुर पंचायत और गोपालपुर पंचायत के एक भाग को योजना से क्यों वंचित कर दिए। इन तीनों पंचायतों के आम जनता को प्रखंड पर अधिकार नहीं है क्या। आखिरकार ऐसा किस परिस्थिति में हुआ क्या वहां विकास नहीं होगा। तकरीबन एक घंटे तक प्रमुख की गड़बड़ी को उजागर करती रही पर प्रमुख ने चुप्पी साध रखी थी। जवाब में प्रमुख ने कुछ नहीं कहा। इसके अलावा सदन के अन्य सदस्यों ने कहा कि इन तीनों पंचायत को विकास से दरकिनार कर देना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रमुख के इस रवैये पर गुरुवार को प्रखंड कार्यालय के भीतर कई लोगों ने हंगामा किया। बीडीओ अपने दफ्तर में बैठकर सारी बातें सुन रहे थे। उन लोगों का कहना था कि आम जनता हम लोगों से सवाल पूछ रहे हैं कि आखिरकार तीन पंचायत विकास कार्यों से वंचित क्यों कर दिया गया है। मौके पर बीडीओ कुंदन कुमार, सीओ योगेश दास, थानाध्यक्ष अमर कुमार, बीईओ, जिप सदस्य संजीव कुमार शर्मा, मुखिया रमेश सिंह, रवीश कुमार, आलोक ललन भारती, सुरेंद्र राम, पंसस मनोज भारती आदि सदस्य मौजूद थे।
क्या है पूरा मामला
15वें वित्त आयोग के तहत प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायत समिति सदस्यों ने अपना अपना योजना को चयनित कर प्रमुख को दिया। फिर उसे सूचीबद्ध कर कार्यपालक अधिकारी को दिया गया। इसके बाद सभी योजनाओं को ई ग्राम स्वराज के पोर्टल पर अपलोड किया गया। इसी क्रम में कुंभी, विक्रमपुर ओर गोपालपुर के एक समिति को छोड़ दिया गया। इसे लेकर तीनों पीड़ित महिला सदस्य एक सप्ताह से अधिकारी के दफ्तर का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उन्हें उचित न्याय नहीं मिल रहा है। लेकिन अधिकारी षष्टम वित्त आयोग के तहत उन्हें योजना देने की दिलासा दे रहे हैं।
बैठक को लेकर पत्र नहीं मिलने पर आक्रोश
चेरिया बरियारपुर प्रखंड क्षेत्र में कुल 19 पंचायत समिति सदस्य हैं। लेकिन आधा दर्जन से अधिक सदस्यों को विशेष बैठक को लेकर पत्र नहीं मिला। इसे लेकर व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए आक्रोश व्यक्त किया है। उपप्रमुख अरविंद सिंह, मंझौल पंचायत चार के पंसस नीतू देवी, खाजहांपुर के पंसस सुनीता देवी और श्रवण सहनी, बसही के पंसस पूजा देवी आदि कई सदस्यों ने बताया कि बैठक का पत्र उन्हें नहीं दिया गया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।