प्रमंडलीय विज्ञान संगोष्ठी के लिए उमावि कठौर की नैन्सी व ओरियंटल मवि के शिवा चयनित h3>
सीतामढ़ी। जिला मुख्यालय डुमरा स्थित एमपी हाईस्कूल में बुधवार को शिक्षा विभाग के तत्वावधान में जिला स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी 2024 आयोजित हुई। इसमें जिले के 17 प्रखंडों में केवल पांच प्रखंडो के चयनित मिडिल व हाईस्कूलों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। एससीईआरटी के गाइडलाइन के तहत विज्ञान संगोष्ठी दो वर्ग में आयोजित हुई। कक्षा छठी से आठवीं वर्ग के छात्रों के लिए आयोजित संगोष्ठी का विषय ‘स्मार्ट फोन: संभावनाएं एवं चुनौतिया तथा नौवीं से दशवीं कक्षा के छात्रों के लिए ‘कृत्रिम बुद्धिमता: संभाव्यता और सरोकार था। दोनों वर्ग की संगोष्ठी में प्रखंड स्तर पर विजेता एक-एक छात्र-छात्राओं ने जिला स्तरीय संगोष्ठी में भाग लिया। दोनों वर्ग के प्रतिभागियों के सर्वप्रथम 20 अंकों के 20 वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का लिखित परीक्षा हुई। इसके लिए 10 मिनट का समय निर्धारित था। इसके बाद संगोष्ठी के विषय पर व्याख्यान के छह मिनट का समय दिया गया। वहीं व्याख्यान के तुरंत बाद प्रतिभागियों का विषय से संबंधित साक्षात्कार लिया गया। इस दौरान निर्णायक मंडल द्वारा कुल तीन प्रश्न पुछे गए। जिसमें दो प्रश्नों का जवाब दो मिनट में देना था। इसके अलावा विषय आधारित प्रोजेक्ट का प्रदर्शन किया गया। इसमें नौवी से दशवी वर्ग की प्रतियोगिता में सर्वाधिक 38 अंक प्राप्त कर उमावि कठौर परसौनी की छात्रा नैन्सी कुमारी विजेता हुई। इसी तरह छठी से आठवीं वर्ग की प्रतियोगिता में आदर्श ओरियंटल मिडिल स्कूल सीतामढ़ी के छात्र शिवा कुमार विजेता रहा। संगोष्ठी प्रतियोगिता का नेतृत्व कर रहे बीईपी के जिला गुणवत्ता शिक्षा समन्वयक सत्येन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि जिला स्तर पर दोनों विजेताओं का चयन प्रमंडल स्तरीय प्रतियोगिता में भागीदारी के लिए किया गया। निर्णायक मंडल में मवि चकमहिला डुमरा के एचएम रमेश कुमार, मवि माधोपुर बथनाहा के राकेश कुमार, मवि परसपट्टी डुमरा के सरोज कुमार श्रीवास्तव व मवि मलहा टोल परिहार की शिक्षिका प्रियंका कुमारी शामिल थी। अतिथियों का स्वागत व धन्यवाद ज्ञापन एमपी हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक बैद्यनाथ बैठा ने किया। मौके पर प्रतिभागीय स्कूलों के शिक्षक आदि मौजूद थे।
विभागीय आदेश का प्रवाह नहीं, फिर जिला स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी का 17 में 12 प्रखंडो ने की अनदेखी
बच्चों में सृजनशीलता, आविष्कार, प्रतिभा नवाचार सामाजिक तथा वैज्ञानिक मुद्दो के प्रति दृष्टिकोण में जागरुकता विकसित करने उद्देश्य से शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विज्ञान संगोष्ठी के प्रति जिले के 12 प्रखंडों के जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता सामने आयी है। बुधवार को एमपी हाईस्कूल में एससीईआरटी के गाइडलाइन पर आयोजित जिला स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी में जिले के 17 प्रखंडों में मात्र पांच प्रखंड बेलसंड, डुमरा, परसौनी, बाजपट्टी व बथनाहा के प्रखंड स्तरीय प्रतियोगिता से चयनित प्रतिभागी ही शामिल हो पाए। शेष 12 प्रखंडों ने जिला स्तरीय संगोष्ठी प्रतियोगिता का अनदेखी करते हुए एक भी होनहार छात्रों को इसमें शामिल होने का मौका नहीं दिया। साथ ही विभागीय व वरीय अधिकारी के आदेश को भी तरजीह नहीं दिया। जबकि डीईओ प्रमोद कुमार साहु ने गत 29 अगस्त को आदेश जारी कर सभी बीईओ के अलावा सभी मवि, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों के एचएम को विज्ञान संगोष्ठी प्रतियोगिता की जानकारी देते हुए प्रखंड स्तर पर विजेता छात्र-छात्राओं की भागीदारी जिला स्तरीय प्रतियोगिता में सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया था। बताते चले कि यही स्थिति 10 सितंबर को आयोजित जिला स्तरीय विज्ञान ड्रामा प्रतियोगिता में रही। 17 में मात्र दो प्रखंडों के टीम ड्रामा प्रतियोगिता में भाग लिया था।
जिला स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी प्रतियोगिता में 12 प्रखंडों के सहभागिता नहीं रहने के मामले को गंभीरता से लिया गया है। संबंधित प्रखंडों के बीईओ के खिलाफ कार्रवाई के लिए शो-कॉज पूंछा जा रहा है।
प्रमोद कुमार साहु
डीईओ, सीतामढ़ी
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सीतामढ़ी। जिला मुख्यालय डुमरा स्थित एमपी हाईस्कूल में बुधवार को शिक्षा विभाग के तत्वावधान में जिला स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी 2024 आयोजित हुई। इसमें जिले के 17 प्रखंडों में केवल पांच प्रखंडो के चयनित मिडिल व हाईस्कूलों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। एससीईआरटी के गाइडलाइन के तहत विज्ञान संगोष्ठी दो वर्ग में आयोजित हुई। कक्षा छठी से आठवीं वर्ग के छात्रों के लिए आयोजित संगोष्ठी का विषय ‘स्मार्ट फोन: संभावनाएं एवं चुनौतिया तथा नौवीं से दशवीं कक्षा के छात्रों के लिए ‘कृत्रिम बुद्धिमता: संभाव्यता और सरोकार था। दोनों वर्ग की संगोष्ठी में प्रखंड स्तर पर विजेता एक-एक छात्र-छात्राओं ने जिला स्तरीय संगोष्ठी में भाग लिया। दोनों वर्ग के प्रतिभागियों के सर्वप्रथम 20 अंकों के 20 वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का लिखित परीक्षा हुई। इसके लिए 10 मिनट का समय निर्धारित था। इसके बाद संगोष्ठी के विषय पर व्याख्यान के छह मिनट का समय दिया गया। वहीं व्याख्यान के तुरंत बाद प्रतिभागियों का विषय से संबंधित साक्षात्कार लिया गया। इस दौरान निर्णायक मंडल द्वारा कुल तीन प्रश्न पुछे गए। जिसमें दो प्रश्नों का जवाब दो मिनट में देना था। इसके अलावा विषय आधारित प्रोजेक्ट का प्रदर्शन किया गया। इसमें नौवी से दशवी वर्ग की प्रतियोगिता में सर्वाधिक 38 अंक प्राप्त कर उमावि कठौर परसौनी की छात्रा नैन्सी कुमारी विजेता हुई। इसी तरह छठी से आठवीं वर्ग की प्रतियोगिता में आदर्श ओरियंटल मिडिल स्कूल सीतामढ़ी के छात्र शिवा कुमार विजेता रहा। संगोष्ठी प्रतियोगिता का नेतृत्व कर रहे बीईपी के जिला गुणवत्ता शिक्षा समन्वयक सत्येन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि जिला स्तर पर दोनों विजेताओं का चयन प्रमंडल स्तरीय प्रतियोगिता में भागीदारी के लिए किया गया। निर्णायक मंडल में मवि चकमहिला डुमरा के एचएम रमेश कुमार, मवि माधोपुर बथनाहा के राकेश कुमार, मवि परसपट्टी डुमरा के सरोज कुमार श्रीवास्तव व मवि मलहा टोल परिहार की शिक्षिका प्रियंका कुमारी शामिल थी। अतिथियों का स्वागत व धन्यवाद ज्ञापन एमपी हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक बैद्यनाथ बैठा ने किया। मौके पर प्रतिभागीय स्कूलों के शिक्षक आदि मौजूद थे।
विभागीय आदेश का प्रवाह नहीं, फिर जिला स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी का 17 में 12 प्रखंडो ने की अनदेखी
बच्चों में सृजनशीलता, आविष्कार, प्रतिभा नवाचार सामाजिक तथा वैज्ञानिक मुद्दो के प्रति दृष्टिकोण में जागरुकता विकसित करने उद्देश्य से शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विज्ञान संगोष्ठी के प्रति जिले के 12 प्रखंडों के जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता सामने आयी है। बुधवार को एमपी हाईस्कूल में एससीईआरटी के गाइडलाइन पर आयोजित जिला स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी में जिले के 17 प्रखंडों में मात्र पांच प्रखंड बेलसंड, डुमरा, परसौनी, बाजपट्टी व बथनाहा के प्रखंड स्तरीय प्रतियोगिता से चयनित प्रतिभागी ही शामिल हो पाए। शेष 12 प्रखंडों ने जिला स्तरीय संगोष्ठी प्रतियोगिता का अनदेखी करते हुए एक भी होनहार छात्रों को इसमें शामिल होने का मौका नहीं दिया। साथ ही विभागीय व वरीय अधिकारी के आदेश को भी तरजीह नहीं दिया। जबकि डीईओ प्रमोद कुमार साहु ने गत 29 अगस्त को आदेश जारी कर सभी बीईओ के अलावा सभी मवि, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों के एचएम को विज्ञान संगोष्ठी प्रतियोगिता की जानकारी देते हुए प्रखंड स्तर पर विजेता छात्र-छात्राओं की भागीदारी जिला स्तरीय प्रतियोगिता में सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया था। बताते चले कि यही स्थिति 10 सितंबर को आयोजित जिला स्तरीय विज्ञान ड्रामा प्रतियोगिता में रही। 17 में मात्र दो प्रखंडों के टीम ड्रामा प्रतियोगिता में भाग लिया था।
जिला स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी प्रतियोगिता में 12 प्रखंडों के सहभागिता नहीं रहने के मामले को गंभीरता से लिया गया है। संबंधित प्रखंडों के बीईओ के खिलाफ कार्रवाई के लिए शो-कॉज पूंछा जा रहा है।
प्रमोद कुमार साहु
डीईओ, सीतामढ़ी