प्रदीप मिश्रा की कथा कल से, महिलाओं ने निकाली कलश-यात्रा: हर-हर महादेव की रही गूंज; जयपुर में 7 दिन तक चलेगा आयोजन – Jaipur News

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प्रदीप मिश्रा की कथा कल से, महिलाओं ने निकाली कलश-यात्रा:  हर-हर महादेव की रही गूंज; जयपुर में 7 दिन तक चलेगा आयोजन – Jaipur News

प्रदीप मिश्रा की कथा कल से, महिलाओं ने निकाली कलश-यात्रा: हर-हर महादेव की रही गूंज; जयपुर में 7 दिन तक चलेगा आयोजन – Jaipur News

प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा 1 से 7 मई तक जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में शिव महापुराण कथा सुनाएंगे। इसके लिए बुधवार शाम 4 बजे अंबाबाड़ी स्थित भवानी निकेतन से शाही लवाजमें के साथ कलश यात्रा रवाना हुई।

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यात्रा आदर्श विद्या मंदिर स्कूल से रवाना होकर भवानी निकेतन, ढेहर के बालाजी, तीन दुकान, अल्का सिनेमा चेहरा से होते हुए शाम 6 बजे कथा स्थल विद्याधर नगर स्टेडियम पहुंची।

यात्रा में 21 हजार महिलाओं ने त्रिवेणी संगम के जल से भरे कलश सिर पर रखकर भाग लिया। सभी महिलाएं गुलाबी गाजरिया साड़ी में सजी थीं। कलश यात्रा में हर हर महादेव, ओम नमः शिवाय जैसे भजनों के साथ महिलाएं नृत्य करती हुई चल रही थीं।

आयोजन समिति के राजन शर्मा और सचिव एडवोकेट अनिल संत ने बताया कि यात्रा के दौरान जयपुर के 21 स्थानों पर पुष्पवर्षा और अल्पाहार से स्वागत किया गया। संतों की 51 बग्घियां भी यात्रा में शामिल थीं। कलश यात्रा की भव्यता ऐसी थी कि एक छोर भवानी निकेतन तो दूसरा छोर विद्याधरनगर स्टेडियम में था।

प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से होगा कथावाचन कथा का वाचन प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से करेंगे। आयोजन समिति की ओर से तैयारियां महीनों पहले से की जा रही थीं, जिनकी झलक बुधवार को पूरे शहर में दिखी। जयपुर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए हैं। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के रहने-खाने की संपूर्ण व्यवस्था की गई है। 2000 वॉलेंटियर्स अगले 8 दिनों तक सेवाएं देंगे। आयोजकों का दावा है कि जयपुर अगले सप्ताह तक पूरी तरह शिवमय रहेगा।

आयोजकों का दावा है कि यात्रा में 21 हजार महिलाएं त्रिवेणी संगम के जल से भरे कलश सिर पर लेकर शामिल हुई।

21 कुंडीय महायज्ञ और एक लाख लोगों के भोजन की व्यवस्था

  • विशाल यज्ञशाला का निर्माण: आयोजन समिति के सदस्य राजन शर्मा और अनिल संत ने बताया कि कथा स्थल पर तीन बड़े डोम बनाए जा रहे हैं। मुख्य डोम 108×108 फीट आकार का और सात मंजिला ऊंचाई के बराबर होगा। जहां श्री महामृत्युंजय रुद्र महायज्ञ होगा। एक अन्य डोम शिव महारुद्र यज्ञ के लिए तैयार किया जा रहा है और बाकी डोम श्रद्धालुओं के खाने व ठहरने के लिए बन रहे हैं।
  • 21 कुंडीय महामृत्युंजय यज्ञ: शिव महापुराण कथा के साथ हर दिन सुबह 9 बजे से 21 कुंडीय महामृत्युंजय यज्ञ का आयोजन होगा। इसमें अयोध्या के प्रख्यात विद्वान वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आहुति दिलवाएंगे। यज्ञ के लिए सामग्री अयोध्या से मंगाई गई है, हरिद्वार से एक टैंकर जल और देश के विभिन्न पवित्र स्थलों की मिट्टी लाकर यज्ञकुंड तैयार किया गया है।
  • एक लाख लोगों के लिए भोजन व्यवस्था: आयोजन समिति के सदस्य पंकज गोयल ने बताया कि कथा स्थल के पास ही भोजनशाला में प्रतिदिन एक लाख लोगों को भोजन प्रसादी कराई जाएगी। भोजन लकड़ी के चूल्हों पर पारंपरिक तरीके से तैयार होगा। 500 हलवाइयों की टीम हर दिन अलग-अलग मेन्यू के साथ राजस्थान के प्रसिद्ध व्यंजन बनाएगी। इसके लिए 500 क्विंटल आटा, 100 पीपे तेल, 30 बोरी चीनी और सैकड़ों क्विंटल सब्जियों की व्यवस्था की गई है।

108 स्क्वायर फीट का 7 मंजिला यज्ञशाला का निर्माण करवाया गया है। यहां प्रतिदिन महामृत्यंजय मंत्र से आहुतियां दी जाएंगी।

हाईटेक पंडाल में मिलेगी गर्मी से राहत विद्याधर नगर स्टेडियम के पीछे 400×700 फीट के तीन और 60×600 फीट का एक पंडाल तैयार किया गया है। इस पंडाल की कुल क्षमता 1.5 लाख लोगों की है। आयोजन समिति सदस्य प्रदीप कविया ने बताया कि पंडाल को स्पेशल जर्मन टेक्नोलॉजी के जैक सिस्टम से बनाया गया है, जो 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली आंधी और बारिश को भी झेल सकता है। पंडाल के रूफिंग में अल्ट्रा वायलेट रिफ्लेक्टिव मटेरियल का इस्तेमाल किया गया है, जिससे तापमान बाहर की तुलना में 5-6 डिग्री तक कम रहेगा। भीड़ ज्यादा होने और गर्मी बढ़ने की स्थिति को ध्यान में रखते हुए पूरे पंडाल में ऑटोमैटिक स्प्रिंकलर सिस्टम लगाया गया है, जो हर 10 सेकेंड में पानी की फुहारें छोड़ेगा। इसके लिए 200 टैंकरों की पानी सप्लाई की व्यवस्था की गई है। इससे टेम्परेचर में 15 से 20 डिग्री तक कमी आएगी।

शिव महापुराण कथा के लिए तैयार 150×40 फीट का भव्य स्टेज, जहां पहाड़ों के बीच ध्यानमुद्रा में विराजमान हैं आदियोगी।

आदियोगी की भव्य प्रतिमा से सजा स्टेज कथा के लिए 150×40 फीट का विशाल और भव्य स्टेज तैयार किया गया है। स्टेज के बैकग्राउंड में आदियोगी शिव की भव्य प्रतिमा लगाई गई है। इस प्रतिमा के चारों ओर पहाड़ों जैसी आकृति तैयार की गई है, जिसके बीच ध्यानमुद्रा में आदियोगी शिव नजर आएंगे। स्टेज का दृश्य श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा।

श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं कथा स्थल के पास 25 हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। सीकर रोड के सभी होटल पहले ही बुक हो चुके हैं। इसके अलावा कथास्थल के आसपास 1000 अस्थाई शौचालय बनाए गए हैं, जिनमें इंडियन और यूरोपियन टॉयलेट शामिल हैं। विद्याधर नगर स्टेडियम के पीछे भोजनशाला के पास भी अलग से शौचालय की व्यवस्था की गई है। साथ ही नगर निगम की ओर से मोबाइल टॉयलेट भी उपलब्ध रहेंगे।

विद्याधर नगर स्टेडियम में 1.5 लाख लोगों की क्षमता वाला विशाल पंडाल। जर्मन टेक्नोलॉजी के उपयोग से गर्मी से बचाव किया जाएगा।

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