प्रथम से चतुर्थ व षष्ठ से सप्तम वर्ग का वार्षिक मूल्यांकन 25 से
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बेगूसराय। निज प्रतिनिधि
कोरोनाबंदी के कारण वर्ष 2020 के बाद इस साल प्रारंभिक स्कूलों में वार्षिक परीक्षा की प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गयी है। पंचम व अष्टम वर्ग की परीक्षा सात से 10 मार्च तक हो चुकी है। उसके बाद प्रथम से चतुर्थ और षष्ठ से सप्तम वर्ग की वार्षिक मूल्यांकन परीक्षा 25 से 29 मार्च तक विद्यालयों में होगी। इसमें चार लाख एक हजार 122 परीक्षार्थी शामिल होंगे। दो साल के बाद वार्षिक परीक्षा शुरू होने की जानकारी के बाद बच्चों में खास उत्साह देखा जा रहा है। इसके लिए वर्ष 2020 में ही वार्षिक परीक्षा के लिए उपलब्ध करायी गयी 23 लाख 30 हजार 775 प्रश्नपत्र-सह-उत्तरपुस्तिकाओं का प्रयोग इस बार की वार्षिक परीक्षा में होगी।
एसएसए के डीपीओ राजकमल कुमार ने बताया कि जिले के सभी सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त प्रारंभिक स्कूलों में अध्ययनरत वर्ग प्रथम से चतुर्थ और षष्ठ से सप्तम वर्ग के छात्र-छात्राओं की वार्षिक परीक्षा के सफल संचालन की प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गयी है। जिले में 1491 प्रारंभिक स्कूलों में परीक्षा होगी। बिहार राज्य बच्चों की मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा (संशोधन) नियमावली 2019 में अंकित प्रावधानों के अनुपालन के लिए शैक्षणिक सत्र 2020-21 के अंत में सभी सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त प्रारंभिक विद्यालयों में अध्ययनरत प्रथम से चतुर्थ, षष्ठ से सप्तम वर्ग के बच्चों के लिए वार्षिक परीक्षा 25 मार्च से शुरू हो रही है। प्रश्नपत्र-सह-उत्रपुस्तिकाओं को संबंधित प्रधानाध्यापकों को उपलबध करा दी गयी है। परीक्षा दो पालियों में ली जाएगी। पहली पाली की परीक्षा 10 बजे सुबह से 12 बजे दोपहर तक व दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर एक बजे से तीन बजे तक होगी।
समग्र शिक्षा अभियान कार्यालय में बनाया गया है परीक्षा नियंत्रण कक्ष
एसएसए के डीपीओ राजकमल कुमार ने बताया कि परीक्षा के सफल संचालन, नियंत्रण व शिकायत सुनने के लिए समग्र शिक्षा अभियान कार्यालय में एक परीक्षा नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। इसके अलावा प्रखंड स्तर पर बीआरसी में परीक्षा नियंत्रण कक्ष होगा। इनमें चार कर्मियों को तैनात किया गया है। सभी बीईओ व प्रधानाध्यापकों को कदाचारमुक्त परीक्षा संपन्न कराने को कहा गया है। बीईओ को हर हाल में तीन बजे परीक्षा नियंत्रण कक्ष को सूचित करने को कहा गया है कि कितने परीक्षार्थी शामिल हुए व कितने नहीं। साथ परीक्षा के अनुश्रवण के लिए समग्र शिक्षा अभियान कार्यालय के सभी कर्मियों को तैनात किया गया है।
30 प्रतिशत प्रश्नपत्र-सह- उत्तरपुरस्तिका हो गयी बर्बाद
प्रारंभिक स्कूलों के लिए वार्षिक परीक्षा के लिए इस बार प्रश्नपत्र-सह-उत्तरपुरस्तिका का प्रिंट नहीं कराया गया है। वर्ष 2020 में ही छपायी गयी प्रश्नपत्र-सह-उत्तरपुस्तकाओं से इस बार परीक्षा ली जाएगी। उस समय विभागीय आदेशानुसार सभी प्रश्नपत्र-सह-उत्तरपुस्तिकाओं को सभी बीआरसी में सुरक्षित रखने को कहा गया था। लेकिन इन दो वर्षों के दौरान बीआरसी में रखी गयी प्रश्नपत्र-सह-उत्तरपुस्तिका सड़ गल कर बर्बाद हो गये। कुछ प्रखंडों में तो बाढ़ के दौरान प्रश्नपत्र-सह-उत्तपुस्तिकाएं गल कर नष्ट हो गयी। माना जा रहा है कि करीब 30 प्रतिशत उत्तरपुस्तिकाएं नष्ट हो चुकी है। ऐसे में कदाचारमुक्त परीक्षा होना संदेह के घेरे में है।
प्रथम से चतुर्थ व कक्षा षष्ठ से सप्तम के लिए शिड्यूल
25 मार्च सह-शैक्षिक गतिविधियों का अवलोकन उर्दू विद्यालयों को छोड़कर
26 मार्च गणित पर्यावरण या सामाजिक विज्ञान
27 मार्च सह-शैक्षिक गतिविधियों का अवलोकन उर्दू विद्यालयों के लिए
28 मार्च संस्कृत या राष्ट्रभाषा हिन्दी व अन्य विज्ञान
29 मार्च भाषा हिन्दी अंग्रेजी
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बेगूसराय। निज प्रतिनिधि
कोरोनाबंदी के कारण वर्ष 2020 के बाद इस साल प्रारंभिक स्कूलों में वार्षिक परीक्षा की प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गयी है। पंचम व अष्टम वर्ग की परीक्षा सात से 10 मार्च तक हो चुकी है। उसके बाद प्रथम से चतुर्थ और षष्ठ से सप्तम वर्ग की वार्षिक मूल्यांकन परीक्षा 25 से 29 मार्च तक विद्यालयों में होगी। इसमें चार लाख एक हजार 122 परीक्षार्थी शामिल होंगे। दो साल के बाद वार्षिक परीक्षा शुरू होने की जानकारी के बाद बच्चों में खास उत्साह देखा जा रहा है। इसके लिए वर्ष 2020 में ही वार्षिक परीक्षा के लिए उपलब्ध करायी गयी 23 लाख 30 हजार 775 प्रश्नपत्र-सह-उत्तरपुस्तिकाओं का प्रयोग इस बार की वार्षिक परीक्षा में होगी।
एसएसए के डीपीओ राजकमल कुमार ने बताया कि जिले के सभी सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त प्रारंभिक स्कूलों में अध्ययनरत वर्ग प्रथम से चतुर्थ और षष्ठ से सप्तम वर्ग के छात्र-छात्राओं की वार्षिक परीक्षा के सफल संचालन की प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गयी है। जिले में 1491 प्रारंभिक स्कूलों में परीक्षा होगी। बिहार राज्य बच्चों की मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा (संशोधन) नियमावली 2019 में अंकित प्रावधानों के अनुपालन के लिए शैक्षणिक सत्र 2020-21 के अंत में सभी सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त प्रारंभिक विद्यालयों में अध्ययनरत प्रथम से चतुर्थ, षष्ठ से सप्तम वर्ग के बच्चों के लिए वार्षिक परीक्षा 25 मार्च से शुरू हो रही है। प्रश्नपत्र-सह-उत्रपुस्तिकाओं को संबंधित प्रधानाध्यापकों को उपलबध करा दी गयी है। परीक्षा दो पालियों में ली जाएगी। पहली पाली की परीक्षा 10 बजे सुबह से 12 बजे दोपहर तक व दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर एक बजे से तीन बजे तक होगी।
समग्र शिक्षा अभियान कार्यालय में बनाया गया है परीक्षा नियंत्रण कक्ष
एसएसए के डीपीओ राजकमल कुमार ने बताया कि परीक्षा के सफल संचालन, नियंत्रण व शिकायत सुनने के लिए समग्र शिक्षा अभियान कार्यालय में एक परीक्षा नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। इसके अलावा प्रखंड स्तर पर बीआरसी में परीक्षा नियंत्रण कक्ष होगा। इनमें चार कर्मियों को तैनात किया गया है। सभी बीईओ व प्रधानाध्यापकों को कदाचारमुक्त परीक्षा संपन्न कराने को कहा गया है। बीईओ को हर हाल में तीन बजे परीक्षा नियंत्रण कक्ष को सूचित करने को कहा गया है कि कितने परीक्षार्थी शामिल हुए व कितने नहीं। साथ परीक्षा के अनुश्रवण के लिए समग्र शिक्षा अभियान कार्यालय के सभी कर्मियों को तैनात किया गया है।
30 प्रतिशत प्रश्नपत्र-सह- उत्तरपुरस्तिका हो गयी बर्बाद
प्रारंभिक स्कूलों के लिए वार्षिक परीक्षा के लिए इस बार प्रश्नपत्र-सह-उत्तरपुरस्तिका का प्रिंट नहीं कराया गया है। वर्ष 2020 में ही छपायी गयी प्रश्नपत्र-सह-उत्तरपुस्तकाओं से इस बार परीक्षा ली जाएगी। उस समय विभागीय आदेशानुसार सभी प्रश्नपत्र-सह-उत्तरपुस्तिकाओं को सभी बीआरसी में सुरक्षित रखने को कहा गया था। लेकिन इन दो वर्षों के दौरान बीआरसी में रखी गयी प्रश्नपत्र-सह-उत्तरपुस्तिका सड़ गल कर बर्बाद हो गये। कुछ प्रखंडों में तो बाढ़ के दौरान प्रश्नपत्र-सह-उत्तपुस्तिकाएं गल कर नष्ट हो गयी। माना जा रहा है कि करीब 30 प्रतिशत उत्तरपुस्तिकाएं नष्ट हो चुकी है। ऐसे में कदाचारमुक्त परीक्षा होना संदेह के घेरे में है।
प्रथम से चतुर्थ व कक्षा षष्ठ से सप्तम के लिए शिड्यूल
25 मार्च सह-शैक्षिक गतिविधियों का अवलोकन उर्दू विद्यालयों को छोड़कर
26 मार्च गणित पर्यावरण या सामाजिक विज्ञान
27 मार्च सह-शैक्षिक गतिविधियों का अवलोकन उर्दू विद्यालयों के लिए
28 मार्च संस्कृत या राष्ट्रभाषा हिन्दी व अन्य विज्ञान
29 मार्च भाषा हिन्दी अंग्रेजी