प्रतिभा को गढ़ने का काम करते हैं शिक्षक: विजय

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प्रतिभा को गढ़ने का काम करते हैं शिक्षक: विजय

प्रतिभा को गढ़ने का काम करते हैं शिक्षक: विजय

दरभंगा। प्रतिभा का सम्मान राष्ट्र का उत्थान है। आज इसकी जरूरत है। प्रतिभा को गढ़ने का काम शिक्षक ही करते हैं इसलिए शिक्षकों का सम्मान सर्वोपरि है। सरकार का प्रतिनिधि होने के नाते शिक्षा, शिक्षण एवं शिक्षकों से जुड़े विषयों को तरजीह देंगे। वित्तरहित शिक्षाकर्मियों की समस्याओं को लेकर हम गंभीर हैं और समाधान की दिशा में प्रयासरत हैं। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में शिक्षक दिवस पर गुरुवार को आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि राज्य के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने ये बातें कही। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति में ज्ञान को पवित्र यज्ञ माना गया है। यही कारण है कि भारतीय संस्कृति में राजगुरुओं का महत्व निर्विवाद रहा है। बिहार चाणक्य की धरती है जहां चंद्रगुप्त को गढ़ा गया। यहां भी कई चाणक्य बैठे हैं। आज फिर कई चंद्रगुप्तों को गढ़ने की जरूरत है। जिस समाज में शिक्षकों का सम्मान होता है, वह समाज संस्कारी माना जाता है।

उन्होंने कहा कि मिथिला संस्कार और संस्कृति का यज्ञ पीठ है, जहां एक बेटी से शंकराचार्य पराजित हुए, जहां ब्राह्मण विद्वान के घर स्वयं महादेव आए। आज विरासत व विकास और संस्कृति व संस्कार के समन्वय की आवश्यक्ता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना को मूर्त स्वरूप प्रदान करना हमारी प्राथमिकता और कर्तव्य है। हमें सामाजिक समरसता के मूल्य बोध को समाज में स्थापित करना होगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी ने कहा कि आज छात्र व शिक्षकों की दूरी बढ़ रही है। आज जरूरत है विभागों में मेंटर सिस्टम शुरू करने की। मेंटर सिस्टम गुरुकुल व्यवस्था का ही आधुनिक रूप है। कुलपति ने शिक्षकों से छात्रों से जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद विवि में नौ नए चेयरों को विकसित किया है। इन चेयरों का विकास होना चाहिए। इसी क्रम में इन चेयरों के तत्वावधान में विशिष्ट शिक्षक सम्मान प्रदान किया जा रहा है।

विशिष्ट सम्मान के अलावा पिछले एक वर्ष में अवकाश प्राप्त करने वाले करीब सौ शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इनमें डॉ. सत्य प्रकाश झा, डॉ. मीना आजाद, डॉ. अमर कांत कुमर, डॉ. मो. अनीसुर रहमान, डॉ. लक्ष्मी कांत मिश्रा, डॉ. एसके शर्मा, कृष्ण कांत मिश्रा, डॉ. चौधरी अशोक कुमार, डॉ. दिलीप कुमार आदि शामिल रहे।

जुबली हॉल में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में विवि के विभिन्न विभागों में संचालित 11 चेयर के तत्वावधान में 11 अवकाश प्राप्त शिक्षकों को विशिष्ट सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके अलावा अंगीभूत एवं संबद्ध कॉलेजों से छह अगस्त 2023 से पांच अगस्त 2024 तक अवकाश प्राप्त करने वाले शिक्षकों को समारोह में सम्मानित किया गया। स्वागत संबोधन कुलसचिव डॉ. अजय कुमार पंडित ने किया। अतिथियों का मिथिला की परंपरानुसार पाग-चादर एवं मिथिला पेंटिंग से सम्मान किया गया। दीप प्रज्ज्वलन के बाद बिहार गीत व कुलगीत से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। प्रो. अशोक कुमार मेहता के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री हरि सहनी, नगर विधायक संजय सरावगी, केवटी विधायक डॉ. मुरारी मोहन झा, अलीनगर विधायक मिश्री लाल यादव, हायाघाट विधायक डॉ. रामचंद्र प्रसाद, भाजपा के बिहार उपाध्यक्ष अंजेश कुमार, धीरेंद्र सिंह समेत विवि के विभिन्न कॉलेजों के प्रधानाचार्य व शिक्षक, विवि के पीजी विभागाध्यक्ष, सीनेट-सिंडिकेट के सदस्य, पदाधिकारी, कर्मी व भाजपा के कई नेता व कार्यकर्ता थे।

कुलपति के इंडोर स्टेडियम के अनुरोध पर मौन रह गए उपमुख्यमंत्री

शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य के उप मुख्यमंत्री मंचासीन थे। उनके साथ जिले के कई विधायक भी मंच पर थे। ऐसे में कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी ने उप मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि वे इस अवसर पर लनामिवि में इनडोर स्टेडियम या एडवांस रिसर्च सेंटर के माध्यम से कौशल विकास को लेकर कुछ घोषणा करें। कुलपति ने विधायकों से भी कैंपस में दो लाइटनिंग टावर लगवाने का अनुरोध किया। हालांकि अपने संबोधन के दौरान उप मुख्यमंत्री कुलपति के अनुरोध पर मौन रह गए। व्यस्तता के कारण संबोधन समाप्त कर उप मुख्यमंत्री कार्यक्रम से विदा हो गए। उनके साथ विधायक भी निकल पड़े और कुलपति की झोली खाली ही रह गई।

चेयर की ओर से इनको मिला विशिष्ट सम्मान

ललित नारायण मिश्र चेयर की ओर से प्रो. रत्नेश्वर मिश्र को विशिष्ट शिक्षक सम्मान दिया गया। विद्यापति चेयर की ओर से प्रो. भीमनाथ झा, नागार्जुन चेयर की ओर से प्रो. अजीत कुमार वर्मा, रामधारी सिंह दिनकर चेयर की ओर से प्रो. प्रभाकर पाठक, भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर चेयर की ओर से प्रो. राम भरत ठाकुर, भारत रत्न बीआर आंबेडकर चेयर की ओर से विभागाध्यक्ष प्रो. अनिल कुमार झा, अयाची मिश्र चेयर की ओर से प्रो. अमर नाथ झा, उदयनाचार्य चेयर की ओर से प्रो. कालिका दत्त झा, मंडन मिश्र चेयर की ओर से प्रो. कालिका दत्त झा, मौलाना अबुल कलाम आजाद चेयर की ओर से प्रो. रईस अनवर रहमान तथा महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह मेमोरियल चेयर की ओर से प्रो. गोपी रमण प्रसाद सिंह को विशिष्ट शिक्षक सम्मान प्रदान किया गया।

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