पीएम किसान : कसा नकेल, नालंदा के अपात्र 5026 किसानों को नोटिस

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पीएम किसान : कसा नकेल, नालंदा के अपात्र 5026 किसानों को नोटिस

पीएम किसान : कसा नकेल, नालंदा के अपात्र 5026 किसानों को नोटिस


पीएम किसान : कसा नकेल,नालंदा के अपात्र 5026 किसानों को नोटिस
योजना की ली गयी राशि जल्द लौटाने का अल्टीमेटम

7 करोड़ 41 लाख चिह्नित किसानों से है वसूल करना

अबतक महज 91 किसानों ने लौटाया है 11 लाख रुपया

तथ्य छुपाकर लाभ लेने के चक्कर में किसानों की फंसी गर्दन

फोटो

किसान : जिला कृषि कार्यालय में किसानों को नोटिस भेजने की प्रक्रिया में जुटे कर्मी।

बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि।

बार-बार अनुरोध के बाद भी पीएम सम्मान योजना के डिफॉल्टर किसान राशि लौटाने में रुचि नहीं ले रहे हैं। ऐसे किसानों पर जिला कृषि विभाग ने अब नकेल कसना शुरू कर दिया है। नालंदा के अपात्र 5026 किसानों को नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। ली गयी राशि को हर हाल में जल्द लौटाने का अल्टीमेटम दिया जा रहा है। इसके बाद भी राशि न लौटाने वालों पर अग्रतर कार्रवाई तय है।

जिले में योजना के 1,99,099 लाभुक किसान हैं। अबतक करीब 84,530 यानी 40 फीसद की जांच हुई है। इसमें 5117 अपात्र किसान मिले हैं। इनसे करीब सात करोड़ 41 लाख 12 हजार वसूल करना है। सत्यापन में कई ऐसे किसान मिले हैं, जिनकी मृत्यु हो चुकी थी। लेकिन, विभाग को सूचना नहीं देने के कारण उनके खाते में योजना की राशि जा रही थी। कुछ किसान वैसे मिलें, जिनकी नौकरी लग गयी थी। जबकि, कई परिवारों में नियम के विरुद्ध पत्नी, पत्नी और नाबालिग लाभ ले रहे थे। डिफॉल्टर किसानों को मोबाइल मैसेज और पंचायत स्तरीय कर्मियों के माध्यम से राशि लौटाने को कई बार कहा गया था। लेकिन, अबतक महज 91 किसानों द्वारा 11 लाख लौटायी गयी है। अब भी सात करोड़ 30 लाख 12 हजार बकाया है।

लौटानी होगी पूरी राशि:

वैसे किसान जो पहले लाभ ले रहे थे। बाद में नौकरी लग गयी। बावजूद, विभाग को सूचना देकर अपना खाना नहीं बंद कराया, उन्हें ली गयी सारी किस्तों की राशि लौटानी होगी। यही नियम इनकम टैक्स देने वालों किसानों पर भी लागू होगा। इतना ही नहीं पहले खेती करते थे और बाद में खेती योग्य सारी जमीन बेच दिये गये हैं, उन्हें भी सभी किस्तों की राशि वापस करनी होगी। हालांकि, कई किसान ऐसे भी हैं जो समय रहते अपने खाते को बंद करा दिया था। बावजूद, उन्हें नोटिस थमाया जा रहा है। सरकार के इस फैसले से उनमें नाराजगी है।

तो कृषि समन्वयकों से होगी राशि की वसूली:

अपात्र किसानों को अंचल के चौकीदार के माध्यम से नोटिस भेजा जा रहा है। नोटिस में कृषि विभाग के डायरेक्टर के बैंक अकाउंट की जानकारी दी जा रही। इसी अकाउंट पर राशि लौटानी है। इतना ही नहीं अपात्र किसान राशि नहीं लौटाएंगे तो कृषि समन्वयकों से राशि की रिकवरी की जाएगा।

क्या कहते हैं अधिकारी

अपात्र किसानों को नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। अल्टीमेटम यह है कि जल्द से जल्द ली गयी राशि को लौटा दें। अनुमंडल व प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों के साथ ही पंचायत स्तर पर तैनात कृषि समन्वयकों को राशि की वसूली में तेजी लाने का आदेश दिया गया है।

महेन्द्र प्रताप सिंह, डीएओ, नालंदा

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