पिता उदय प्रताप के बेटे Raja Bhaiya पर तल्ख तेवर, क्या भदरी राजघराने में सब ठीक नहीं है?

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पिता उदय प्रताप के बेटे Raja Bhaiya पर तल्ख तेवर, क्या भदरी राजघराने में सब ठीक नहीं है?

पिता उदय प्रताप के बेटे Raja Bhaiya पर तल्ख तेवर, क्या भदरी राजघराने में सब ठीक नहीं है?

लखनऊ:भदरी राजघराने में अब रिश्तों में तल्खी बढ़ती जा रही है। बढ़ती तपिश में सभी असहज हैं। यह शायद पहला मौका होगा, जब आमतौर पर घरेलू मामलों में सार्वजनिक टिप्पणी से बचने वाले राजा भदरी उदय प्रताप सिंह ने बेटे राजा भैया के खिलाफ ही टिप्पणी करके पारिवारिक मामले को एक नया मोड़ दे दिया है। जितनी हलचल फिलहाल प्रतापगढ़ के इस राजघराने में है, उतनी ही सरगर्मियां इस बात को लेकर सियासी गलियारों में भी हैं।राजघराने में पहली बार सार्वजनिक तौर पर सब कुछ ठीक न होने के कयास तब लगाए गए थे, जब पर्दे में रहने वाली राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह ने दिल्ली में एक प्रॉपर्टी विवाद को लेकर ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज करवाई थी। हालांकि तब भी यही माना जा रहा था कि मामला सिर्फ इतना भर नहीं है और इसके पीछे काफी कुछ है। लेकिन तब तक भीतर की बात तो सामने नहीं आई थी। हां, इतना जरूर हुआ था, मोर्चा खुल गया था।

राजा भैया अपने करीबी एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह को अपने भाई सरीखा बताते हुए उनके साथ हो गए थे। तब पति-पत्नी के बीच उपजे विवाद को राजा भइया ने घर-घर की कहानी बताते हुए इसे मामूली बात करार दिया था।

तलाक केस के बाद भानवी को घर से ही समर्थन

भानवी ने जब अपने पति कुंडा से विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया के खिलाफ प्रॉपर्टी विवाद को लेकर मोर्चा खोला था तो उनके साथ भदरी राजघराने से कोई भी नहीं था। राजा भैया ने अक्षय प्रताप सिंह का ही साथ दिया। हालांकि प्रॉपर्टी से शुरू हुआ विवाद अब संबंधों को खत्म करने की तरफ बढ़ चला है। राजा भइया ने दिल्ली में तलाक केस फाइल किया है। सूत्र बताते हैं कि अब जब इस तरफ विवाद बढ़ा तो घर के भीतर ही कोहराम मचा हुआ है। कुछ अपुष्ट चर्चाएं भी राज परिवार में पहुंची हैं, जिसके बाद उदय प्रताप सिंह ने राजा भइया पर ही सवाल उठा दिए। उनका एक ट्वीट गुरुवार को सामने आया- ‘रघुराज भदरी अपने आदर्श मुल्ला मुलायम से कम नहीं’। उनके इस ट्वीट के तमाम अर्थ निकाले जा रहे हैं।

राजा भैया को जेल से ही सांसद बनवाना चाहते थे मुलायम

राजा भैया और मुलायम सिंह यादव दोनों को एक दूसरे का करीबी माना जाता था। मुलायम सरकार में राजा भैया मंत्री भी रहे। जब मायावती सरकार में राजा भैया को जेल में बंद कर दिया गया था, तब मुलायम उन्हें जेल से ही सांसद बनवाना चाहते थे। हालांकि राजा भैया ने इनकार कर दिया था। राजा भैया के मुकदमे खत्म करवाने में भी मुलायम का अहम योगदान था।

कौन हैं उदय प्रताप सिंह?

भदरी रियासत के राजा हुआ करते थे राजा राय बजरंग बहादुर सिंह। वह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल थे। उनकी कोई अपनी संतान नहीं थी। तब उन्होंने अपने भतीजे राजा उदय प्रताप सिंह को भदरी का उतराधिकारी बनाया था। उदय प्रताप सिंह भारत के प्रतिष्ठित दून स्कूल के अलावा जापान विश्वविद्यालय से एग्रीकल्चर में ग्रैजुएशन किया है। उदय प्रताप सिंह विश्व हिंदू परिषद के नेता हैं। वह धार्मिक कार्यों में रुचि रखते हैं। प

र्यावरण संरक्षण को वह विशेष तवज्जो देते हैं। इसी पर्यावरण प्रेम के कारण उन्होंने प्रकृति संस्था बनाई और उसके तहत पेड़ों की कटान की रोकथाम करते हैं। पौधरोपण भी करवाते हैं। गर्मियों में तमाम जगहों पर वह प्याऊ लगवाते हैं। यह बात भी कही जाती है कि मोहर्रम के जुलूस में एक बंदर मर गया था, तब उन्होंने उसकी याद में एक हनुमान मंदिर बनवाया। हर साल मोहर्रम पर वहां हनुमान चालीसा का पाठ होता है। ऐसी गतिविधियों को देखते हुए उन्हें कई बार हाउस अरेस्ट किया जा चुका है।

अब आगे क्या?

जिस तरह से अब उदय प्रताप सिंह इस पूरे मामले में मुखर हुए हैं, उससे अब बात संभलती नहीं दिख रही है। हालांकि कई लोग मानते हैं कि इसके बाद हो सकता है कि राज परिवार में सब कुछ दुरुस्त करने की दिशा में भी एक कोशिश हो। हालांकि जानकारों को उम्मीद इसकी कम ही है। उनका मानना है कि अब चीजें उस दिशा में पहुंच चुकी हैं, जहां कुछ भी संभलता नहीं दिख रहा है।

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