पिटाई से हुई थी बाल कैदी की मौत: डीएमसीएच में इलाज के दौरान तोड़ा था दम, परिजन से कहा था- मेरे साथ मारपीट का जाती – Darbhanga News

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पिटाई से हुई थी बाल कैदी की मौत:  डीएमसीएच में इलाज के दौरान तोड़ा था दम, परिजन से कहा था- मेरे साथ मारपीट का जाती – Darbhanga News

पिटाई से हुई थी बाल कैदी की मौत: डीएमसीएच में इलाज के दौरान तोड़ा था दम, परिजन से कहा था- मेरे साथ मारपीट का जाती – Darbhanga News

दरभंगा में शुक्रवार को बाल सुधार गृह के कैदी अमरजीत कुमार की संदिग्ध मौत हुई थी। बताया गया था कि उसके पेट में दर्द था, उसे इलाज के लिए डीएमसीएच में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था।

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अब मामले में नया मोड़ सामने आया है। पुलिस ने माना है कि अमरजीत की पिटाई हुई थी। उसके शरीर पर कई जख्म मिले। परिजनों आरोप लगाया कि सुधार गृह में रुपए की मांग की जाती थी। अमरजीत के साथ जो हुआ वो किसी और के साथ नहीं हो इसलिए जांच की मांग की गई थी। केस भी दर्ज हुआ था।

अमरजीत के परिजन ने लहेरियासराय थाना में सुधार गृह प्रबंधन और गार्ड के खिलाफ केस दर्ज कराया था। सदर डीएसपी अमित कुमार ने इसकी पुष्टि की।

28 मार्च को अमरजीत को दरभंगा बाल कारा भेजा गया था।

सदर डीएसपी अमित कुमार ने बताया,

अमरजीत को शुक्रवार की शाम जख्मी स्थिति में अस्पताल लाया गया था। उसकी बॉडी पर चोट के निशान, परिजनों का आरोप और एफआईआर में दर्ज बयान को देखते हुए लगता है कि उसकी पिटाई की गई है।

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अस्पताल पहुंचे तो मौत हो चुकी थी

अमरजीत के भाई राम लक्ष्मण ने कहा कि 30 मार्च को अमरजीत ने फोन कर 600 रुपए भेजने को कहा था। उसने वैभव कुमार मलिक के अकाउंट पर पैसे भेजने को कहा, जो भेजा भी गया था। 10 अप्रैल को ऋषभ राज के नंबर पर भी 600 रुपए भेजने को कहा गया, लेकिन पैसे नहीं भेजे जा सके। वहीं, शाम को परिवार को सूचना मिली कि अमरजीत बीमार है और DMCH में भर्ती है। जब परिजन अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है।

अमरजीत के भाई राम लक्ष्मण ने कहा कि अस्पताल पहुंचे तो उसकी मौत हो चुकी थी।

बहुत मारा जाता है, यहां से निकालिए

अमरजीत के पिता राम लक्ष्मण ने बताया था कि मेरा बच्चा तो चला गया, लेकिन जो अन्य बच्चे वहां बंद हैं, उन्हें बचाइए। जेल प्रशासन की लापरवाही से यह घटना हुई है। वहां बच्चों के साथ मारपीट और टॉर्चर होता है। इसकी जांच होनी चाहिए।

परिजन शिवनाथ महतो ने कहा कि अमरजीत ने खुद कहा था कि उसे बहुत मारा जाता है। उसने कहा था कि जल्दी से यहां से निकालिए।

कोर्ट में अमरजीत ने खुद को नाबालिग बताया था

अमरजीत ने 2023 में अपने नानी गांव खानपुर थाना क्षेत्र के नत्थोद्वारा गांव में अपनी ही जाति की एक लड़की से प्रेम विवाह किया था। डेढ़ साल पहले उसकी पत्नी ने आत्महत्या कर ली थी। लड़की के परिजनों ने दहेज नहीं देने पर हत्या का आरोप लगाकर अमरजीत के खिलाफ केस दर्ज कराया था।

सास संजू देवी की शिकायत पर रोसड़ा थाने में 2 जनवरी 2023 को दामाद अमरजीत कुमार समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या और लाश गायब करने का केस दर्ज हुआ है। मामला दर्ज किया गया। संजू देवी ने बताया कि उनकी बेटी की शादी 4 दिसंबर 2022 को अमरजीत से धूमधाम से हुई थी। शादी में ₹2 लाख नगद, सोना-चांदी, बर्तन, कपड़े और बिछावन दिए गए थे। कुछ दिन सब ठीक रहा। फिर अमरजीत और उसके परिजन बेटी को मारने-पीटने लगे। वो मोटरसाइकिल की मांग करने लगे। संजू देवी का आरोप है कि दहेज में बाइक नहीं मिलने पर अमरजीत और उसके परिवार वालों ने उनकी बेटी की हत्या कर दी और लाश को गायब कर दिया। इसी मामले में अमरजीत बाल कारा में बंद था।

4 महीने पहले अमरजीत ने कोर्ट में सरेंडर किया था। इसके बाद वह रोसड़ा जेल में बंद रहा। 15 दिन पहले समस्तीपुर कोर्ट में उसने खुद को घटना के समय नाबालिग बताया। इसके बाद 28 मार्च को उसे दरभंगा बाल कारा भेजा गया।

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