पहली से आठवीं कक्षाओं के बच्चों को मिलेगी सिली-सिलायी पोशाक
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हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव :
पहली से आठवीं कक्षाओं के बच्चों को मिलेगी सिली-सिलायी पोशाक
गर्म कपड़े, जूता-मोजा समेत बच्चों को टाई-बेल्ट भी मिलेंगे
नौवीं से 12वीं कक्षाओं के छात्रों को भी इस साल से मिलेंगी पाठ्यपुस्तकें
अच्छी गुणवत्ता के बैग में मिलेगी पानी की बोतल, इंस्ट्रूमेंट बॉक्स व डिक्शनरी
फोटो :
रहुई हाईस्कूल : रहुई हाईस्कूल के आईसीटी लैब में कम्प्यूटर की पढ़ाई करती नौवीं कक्षा के विद्यार्थी व अन्य।
बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता।
जिले में दो हजार 384 सरकारी स्कूल संचालित हैं। इनमें 282 हाईस्कूल शामिल हैं। इन स्कूलों में करीब छह लाख विद्यार्थी नामांकित हैं। शिक्षा विभाग ने स्कूलों में नामांकित बच्चों को सिली-सिलायी स्कूल ड्रेस देने का निर्णय लिया है। साथ में, गर्म कपड़े, जूता-मोजे व टाई-बेल्ट भी उपलब्ध कराये जाएंगे। ताकि, निजी विद्यालयों की तरह एक तरह के ड्रेस कोड में बच्चे दिखें। जबकि, इससे पहले विभाग द्वारा नामांकित बच्चों को पोशाक की राशि उनके बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से भेजी जाती थी। लेकिन, कई बच्चों को ड्रेस की राशि नहीं मिलने की शिकायत आती थी। जबकि, कई बच्चे पोशाक की राशि मिलने के बावजूद भी आर्थिक तंगी की वजह से पोशाक की राशि अन्य काम में खर्च कर देते थे।
ऐसे में स्कूल प्रशासन को भी काफी परेशानी झेलनी पड़ती थी। शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों के बच्चों को निजी विद्यालय से बेहतर शिक्षा देने व सुविधा देने का प्रयास कर रहा है। या यूं कहें कि निजी स्कूलों को टक्कर देने का सरकारी स्कूलों को पूरी तरह से तैयार किया जा रहा है। शिक्षा विभाग पूरी तरह से सरकारी स्कूलों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है।
12वीं कक्षा तक मिलेंगी पुस्तकें :
डीईओ राजकुमार ने बताया कि नौवीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को सभी विषयों की पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराने का शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया है। यह निर्णय बच्चों के हित में काफी महत्वपूर्ण है। बच्चों को दो सेट हिन्दी व अंग्रेजी माध्यम में पुस्तकें उपलब्ध करायी जाएंगी। ताकि, किसी भी बच्चे को परेशानी नहीं हो। खास बात यह कि पाठ्यपुस्तक के साथ विद्यार्थियों को अच्छी गुणवत्ता का एक बैग भी दिया जाएगा। बैग में पानी की बोतल, इंस्ट्रूमेंट बॉक्स, सामान्य ज्ञान की पुस्तकें व डिक्शनरी समेत अन्य बुद्धिवर्द्धक किताबें दी जाएंगी। इससे पहले आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को ही पाठ्यपुस्तकें दी जाती थीं।
बोले अधिकारी :
इस साल जुलाई-अगस्त तक सभी विद्यार्थियों को सिली-सिलायी ड्रेस व अन्य सामग्रियां उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही, नौवीं से बारहवीं के छात्र-छात्राओं को भी पाठ्यपुस्तक जल्द ही उपलब्ध करायी जाएगी। ताकि, बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं हो।
राजकुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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पहली से आठवीं कक्षाओं के बच्चों को मिलेगी सिली-सिलायी पोशाक
गर्म कपड़े, जूता-मोजा समेत बच्चों को टाई-बेल्ट भी मिलेंगे
नौवीं से 12वीं कक्षाओं के छात्रों को भी इस साल से मिलेंगी पाठ्यपुस्तकें
अच्छी गुणवत्ता के बैग में मिलेगी पानी की बोतल, इंस्ट्रूमेंट बॉक्स व डिक्शनरी
फोटो :
रहुई हाईस्कूल : रहुई हाईस्कूल के आईसीटी लैब में कम्प्यूटर की पढ़ाई करती नौवीं कक्षा के विद्यार्थी व अन्य।
बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता।
जिले में दो हजार 384 सरकारी स्कूल संचालित हैं। इनमें 282 हाईस्कूल शामिल हैं। इन स्कूलों में करीब छह लाख विद्यार्थी नामांकित हैं। शिक्षा विभाग ने स्कूलों में नामांकित बच्चों को सिली-सिलायी स्कूल ड्रेस देने का निर्णय लिया है। साथ में, गर्म कपड़े, जूता-मोजे व टाई-बेल्ट भी उपलब्ध कराये जाएंगे। ताकि, निजी विद्यालयों की तरह एक तरह के ड्रेस कोड में बच्चे दिखें। जबकि, इससे पहले विभाग द्वारा नामांकित बच्चों को पोशाक की राशि उनके बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से भेजी जाती थी। लेकिन, कई बच्चों को ड्रेस की राशि नहीं मिलने की शिकायत आती थी। जबकि, कई बच्चे पोशाक की राशि मिलने के बावजूद भी आर्थिक तंगी की वजह से पोशाक की राशि अन्य काम में खर्च कर देते थे।
ऐसे में स्कूल प्रशासन को भी काफी परेशानी झेलनी पड़ती थी। शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों के बच्चों को निजी विद्यालय से बेहतर शिक्षा देने व सुविधा देने का प्रयास कर रहा है। या यूं कहें कि निजी स्कूलों को टक्कर देने का सरकारी स्कूलों को पूरी तरह से तैयार किया जा रहा है। शिक्षा विभाग पूरी तरह से सरकारी स्कूलों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है।
12वीं कक्षा तक मिलेंगी पुस्तकें :
डीईओ राजकुमार ने बताया कि नौवीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को सभी विषयों की पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराने का शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया है। यह निर्णय बच्चों के हित में काफी महत्वपूर्ण है। बच्चों को दो सेट हिन्दी व अंग्रेजी माध्यम में पुस्तकें उपलब्ध करायी जाएंगी। ताकि, किसी भी बच्चे को परेशानी नहीं हो। खास बात यह कि पाठ्यपुस्तक के साथ विद्यार्थियों को अच्छी गुणवत्ता का एक बैग भी दिया जाएगा। बैग में पानी की बोतल, इंस्ट्रूमेंट बॉक्स, सामान्य ज्ञान की पुस्तकें व डिक्शनरी समेत अन्य बुद्धिवर्द्धक किताबें दी जाएंगी। इससे पहले आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को ही पाठ्यपुस्तकें दी जाती थीं।
बोले अधिकारी :
इस साल जुलाई-अगस्त तक सभी विद्यार्थियों को सिली-सिलायी ड्रेस व अन्य सामग्रियां उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही, नौवीं से बारहवीं के छात्र-छात्राओं को भी पाठ्यपुस्तक जल्द ही उपलब्ध करायी जाएगी। ताकि, बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं हो।
राजकुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी
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