‘पहलगाम की घटना कायराना हरकत’: मेरठ में साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा- शिक्षा के साथ संस्कार जरूरी – Meerut News

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‘पहलगाम की घटना कायराना हरकत’:  मेरठ में साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा- शिक्षा के साथ संस्कार जरूरी – Meerut News

‘पहलगाम की घटना कायराना हरकत’: मेरठ में साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा- शिक्षा के साथ संस्कार जरूरी – Meerut News

मेरठ पहुंची साध्वी निरंजन ज्योति

भाजपा नेत्री और फतेहपुर की सांसद साध्वी निरंजन ज्योति ने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की है। एक देश एक चुनाव संगोष्ठी में शामिल होने के लिए साध्वी निरंजन ज्योति सोमवार को मेरठ पहुंची। आईआईएमटी कॉलेज मॉल रोड में हुई संगोष्ठी में उन्होंने महिलाओं को संबोधि

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ये तालिबानी हमला है

साध्वी निरंजन ज्योति ने पत्रकारों से की बातचीत

मेरठ पहुंची साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि ये आजादी ये धरती ऐसे नहीं मिली है। शहीदों ने इसके लिए अपना खून बहाया है। पहलगाम हमले की निंदा करते हुए उन्होंने कहा ये इतिहास में पहली ऐसी घटना है जब देश में पर्यटकों पर हमला किया गया है। ये हमला नहीं तालिबानी हमला है। इस तरह चुन चुनकर और धर्म पूछकर, उनके कपड़े उतरवाकर हत्या करना इससे विभित्स कुछ नहीं हो सकता। पूरा देश गमगीन है और विचार उठ रहा है कि अब क्या करना है।

संकट की घड़ी में सारी पार्टियां साथ

संगोष्ठी में पहुंची महिलाएं

सारी पार्टियों ने कहा कि इस संकट की घड़ी में हम साथ हैं ये अच्छा है। पाकिस्तान इस कायराना हरकत को नकार रहा है उल्टा चोर कोतवाल को डांट रहा है कि इसकी जांच होना चाहिए। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।

मुस्लिम देशों ने भी इसकी निंदा की है मेरे अपने क्षेत्र के शुभम द्विवेदी को हमलावरों की सबसे पहली गोली लगी। हंसते खेलते परिवार उजड़ गए। बहुत दुखद है पूरा विश्व पाकिस्तान और इस हमले की निंदा कर रहा है। मुस्लिम देशों ने भी कहा कि वे इस घड़ी में भारत के साथ है।

एक राष्ट्र एक चुनाव देश की जरूर

महिलाओं को संबोधित करती साध्वी निरंजन ज्योति

कहा कि एक देश एक चुनाव नया नहीं है पहले भी इसकी बात हुई है। कहा हर राज्य में अलग-अलग चुनाव होंगे तो अतिरिक्त संसाधन, पुलिसबल लगाना होता है। एक चुनाव से ये सारी समस्याएं हल होंगी।

शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी सौरभ हत्याकांड को याद करते हुए उन्होंने कहा कि ये अच्छा नहीं हुआ। ये हमारे संस्कार, हमारी परंपरा नहीं है। हमारी परंपरा वो है कि सावित्री के पति को यमराज लेकर जाते हैं तो वो पीछे जाते हुए अपने पति के प्राण छुढ़ाकर लाती है। कहा शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी होते हैं। संस्कार कोई बाहरी आकर नहीं देगा संस्कार आपको परिवार ही देगा।

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