पहलगाम आतंकी हमले के बाद जावेद अख्तर ने ली पाकिस्तान की खबर h3>
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जावेद अख्तर
बीते 22 अप्रैल को कश्मीर की पहलगाम घाटी में आतंकियों ने हमला किया और 26 मासूम पर्यटकों को मौत के घाट उतार दिया। इस आतंकी हमले ने भारत के हर सच्चे सपूत का खून खौला दिया। अभी भी लोगों के जहन से गुस्से का गुबार निकला नहीं है। बॉलीवुड सितारों ने भी इस आतंकी हमले की निंदा की और पाकिस्तान को सबक सिखाने की बात कही। अब इसी बीच बॉलीवुड के दिग्गज राइटर जावेद अख्तर ने भी पाकिस्तान को करारी फटकार लगाई है। जावेद अख्तर ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तान को जमकर खरी-खोटी सुनाई। जावेद अख्तर ने कहा कि जिस देश ने अपने सेना के जवानों की लाश पहचानने से इंकार कर दिया था, उससे ज्यादा गिरा हुआ क्या हो सकता है।
पाकिस्तान को दिखाया आइना
दिल्ली में एफआईसीसीआई के एक कार्यक्रम में बोलते हुए अख्तर ने इस तरह के हमलों की बार-बार होने वाली घटनाओं की निंदा की है। साथ ही भारत सरकार से सख्त कार्रवाई करने का आह्वान किया। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा ऐसी घटनाओं में शामिल होने से बार-बार इनकार करने पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘ये आतंकवादी कहां से आए? जर्मनी से नहीं। हम उनके साथ सीमा साझा नहीं करते।’ अख्तर ने कहा कि यह हमला एक महत्वपूर्ण मोड़ होना चाहिए। ‘पहलगाम में जो हुआ, निश्चित रूप से तनाव होगा। जब ऐसी घटनाएं होती रहती हैं तो तनाव कैसे नहीं हो सकता? हर कुछ दिनों में हम ऐसी कोई घटना देखते हैं और हर साल कम से कम एक ऐसी दुखद घटना होती है।’ शांति की दिशा में भारत के प्रयासों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘इस देश में हर सरकार, चाहे वह कांग्रेस हो या भाजपा, ने शांति स्थापित करने की कोशिश की है। यहां तक कि अटल बिहारी वाजपेयी जी भी पाकिस्तान गए। लेकिन उन्होंने क्या किया? उन्होंने जिस जगह का दौरा किया, उसे धो दिया। क्या इसे ही दोस्ती कहते हैं?’
कारगिल युद्ध की भी दिलाई याद
अख्तर ने कारगिल युद्ध के बाद पाकिस्तान के व्यवहार की आलोचना की और कश्मीर पर उसके दावों पर सवाल उठाए। जावेद अख्तर ने कहा, ‘हम पाकिस्तान से कैसे बात कर सकते हैं, जब उन्होंने कारगिल युद्ध में अपने सैनिकों के शवों को भी स्वीकार नहीं किया? आज भी, 99% कश्मीरी भारत के प्रति वफादार हैं।’ उन्होंने मसूरी में हाल ही में हुई एक घटना पर भी प्रतिक्रिया दी, जहां कश्मीरी शॉल विक्रेताओं पर स्थानीय लोगों ने हमला किया था, जिसके कारण 16 विक्रेताओं को हिल स्टेशन से भागना पड़ा। जावेद अख्तर ने चेतावनी दी, ‘जो लोग मसूरी या भारत के किसी अन्य हिस्से में कश्मीरियों को परेशान करते हैं, वे केवल पाकिस्तान के दुष्प्रचार को मान्यता और पुष्टि कर रहे हैं।’ ठोस कदम उठाने का आह्वान करते हुए अख्तर ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि सरकार कुछ सख्त और निश्चित कार्रवाई करेगी। पाकिस्तानी प्रतिष्ठान को यह स्पष्ट रूप से बता दिया जाना चाहिए कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनके सेना प्रमुख पागल हैं, उन्हें कोई समझ नहीं है। और हमें पहलगाम हमले को नहीं भूलना चाहिए। उनकी नजर मुंबई पर भी है।’