कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में पूरे दमखम से चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) जल्द ही सूबे का दौरे करने पहुंचेंगे. ओवैसी ने हाल ही में बंगाल के पार्टी पदाधिकारियों के साथ अहम बैठक की थी. इस मीटिंग में शामिल नेताओं ने जल्द ही ओवैसी के पश्चिम बंगाल में जनसभा करके चुनावी बिगुल फूंकने की पुष्टि की है.
पश्चिम बंगाल की 120 सीटों पर नजर
राज्य की 27 फीसदी मुस्लिम आबादी को ओवैसी AIMIM के लिए बड़ा सियासी मौका मान रहे हैं. बंगाल में हाशिए पर जा चुके वामदलों के बाद इस बार विधानसभा चुनाव में सीधा मुकाबला सत्तारूढ़ टीएमसी (TMC) और बीजेपी (BJP) के बीच है. TMC प्रमुख ने खुद किला बचाने की कमाल संभाली है. BJP के दिग्गज नेता पार्टी के संस्थापक सदस्य श्यामा प्रसाद मुखर्जी के गृह राज्य में कमल वाली सरकार बनाने के लिए कमर कस चुके हैं.
पश्चिम बंगाल में गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) लगातार सूबे में एक्टिव हैं. ऐसे में असदुद्दीन ओवैसी भी AIMIM के लिए कोई मौका नहीं चूकना चाहते हैं.
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बंगाल (West Bengal) में पहली बार चुनाव लड़ने जा रही AIMIM सिर्फ महत्वपूर्ण सीटों पर फोकस करेगी. सूत्रों के मुताबिक ओवैसी और उनके सियासी सिपहसालार मुख्यत: मुस्लिम बहुल आबादी वाले जिलों जैसे मुर्शिदाबाद, मालदा, उत्तरी दिनाजपुर और चंद अन्य अहम सीटों पर नजर बनाए हुए हैं. जहां ओवैसी के उम्मीदावर पूरी मजबूती के साथ ताल ठोकेंगे. राजनीतिक पंडितों की माने तो 294 विधानसभा सीटों वाले बंगाल की 27 फीसदी मुस्लिम आबादी 120 सीटों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
बिहार से मिली बंगाल के लिए संजीवनी
दरअसल पिछले महीने 10 नवंबर को बिहार विधानसभा के चुनावी नतीजों में ओवैसी की पार्टी ने दमदार प्रदर्शन किया. AIMIM ने 20 सीटों पर चुनाव लड़ा और 5 सीटें जीत लीं. हांलाकि ओवैसी की पार्टी पर वोट कटवा होने के आरोप भी लगे लेकिन इससे बेपरवाह ओवैसी बंगाल के लिए हुंकार भर चुके हैं. बस बिगुल फूंकने भर की देरी रह गई है.
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हैदराबाद के बाहर इस तरह बढ़ी AIMIM
2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में AIMIM ने 44 सीटों पर चुनाव लड़ा और दो सीट पर जीत हासिल की. इससे पहले 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 38 सीटों पर प्रत्याशी उतारे, हांलाकि उसे एक भी सीट पर जीत नहीं मिली. बीते साल 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 81 सीटों में से 16 पर अपने प्रत्याशियों को सियासी अखाड़े में उतारा था.
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