पश्चिमी विक्षोभ के असर से बादलों की आवाजाही शुरू: बारिश के आसार, बर्फीली हवाओं ने गिराया पारा; 5 फरवरी तक बदला रहेगा मौसम – Kanpur News h3>
बादलों की आवाजाही के चलते धूप बेहद कमजोर है।
कानपुर में मौसम का मिजाज बदलने लगा है। बुधवार सुबह से छाए बादलों ने कड़ी धूप के असर को कमजोर कर दिया। इससे सुबह का तापमान अचानक गिर गया। पहाड़ों से बर्फीली हवाएं अब भी जारी हैं। इससे रात के पारे में कोई खास राहत नहीं देखने को मिली।
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मंगलवार को न्यूनतम तापमान 06.6 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के मुताबिक 24 घंटे के अंदर मौसम में बदलाव आ जाएगा। बुधवार से लगातार पश्चिमी विक्षोभ आने हैं, जिसके बाद फरवरी के पहले हफ्ते यानि 5 फरवरी तक मौसमी गतिविधियां बदली रहेंगी।
मंगलवार को चढ़ा तापमान मंगलवार को न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि हुई। पारा 05.4 से बढ़कर 06.6 डिग्री हो गया। वहीं, दिन का तापमान 22.6 से बढ़कर 24.4 डिग्री सेल्सियस हो गया। न्यूनतम पारा सामान्य से कम रहा जबकि अधिकतम पारा फिर सामान्य से अधिक बनी हुई है।
बादलों की आवाजाही से धूप-छांव की स्थिति बनी हुई है।
तेज धूप ने सर्दी के असर को किया कम हवा अपेक्षाकृत ठंडी थी लेकिन तेज धूप के कारण यह गर्म पड़ गई। फिर भी सर्दी का अहसास बना रहा। वातावरण में नमी का प्रतिशत भी गिर गया। इससे ठिठुरन भरी सर्दी का अहसास दिन में नहीं हो पाया। मौसम विभाग की मानें तो दो पश्चिमी विक्षोभ जल्दी-जल्दी पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करेंगे।
पहला बुधवार से और दूसरा पहली फरवरी से असर डाल सकता है। एक परिसंचरण बांग्लादेश पर बना हुआ है। बुधवार के विक्षोभ के कारण इस दौरान मौसम गतिविधि सीमित रहेंगी।
दूसरा और अधिक प्रभावी विक्षोभ पहले विक्षोभ के बाद, 31 जनवरी से 2 फरवरी 2025 के बीच एक और पश्चिमी विक्षोभ आएगा। यह प्रणाली पहले की तुलना में थोड़ी अधिक प्रभावी होगी। निचले पहाड़ी क्षेत्रों में भी बारिश होने की संभावना है, जिससे मौसम में हलचल बढ़ेगी।
सुबह छाए बादलों ने तापमान को कम कर दिया।
3 से 5 फरवरी तक भारी बारिश एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अपने प्रेरित चक्रवात के साथ 3 से 5 फरवरी 2025 के बीच पहाड़ों पर पहुंचेगा। हालांकि, मौसम मॉडल की सटीकता 4-5 दिनों के बाद कम हो जाती है, इसलिए मौसम की गतिविधि की तीव्रता और पैमाने पर टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगी।
फिलहाल, ऐसा प्रतीत होता है कि यह एक मजबूत प्रणाली होगी, जो अगले सप्ताह की शुरुआत में असर कर सकती है। अगर मौसम मॉडल सटीक होते हैं, तो 4 से 6 फरवरी 2025 के बीच उत्तर भारत के पहाड़ों पर व्यापक और भारी बारिश व बर्फबारी की संभावना है।